Premanand Ji Maharaj Pravachan in Hindi – श्री प्रेमानंद महाराज जी जो सतसंग करते हैं और अपने सतसंग के जरिए लोगों को मार्गदर्शन करते हैं.कहा जाता है कि जो भी श्री प्रेमानंद महाराज जी का सतसंग मन लगाकर सुनता हैं तो उन्हें राधारानी के दर्शन होते हैं. वहीं इस बीच श्री प्रेमानंद महाराज जी के सत्संग का एक विडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने स्त्रियां मासिक धर्म में मंत्र जाप कर सकती हैं या नहीं इस बारे में बताया है. दरअसल, पीरियड्स यानि की मासिक धर्म जब किसी महिला को इस दौर से गुजरना पड़ता है तब कहा जाता है कि जिस महिला को पीरियड्स हो रहे हो वो अपवित्र है जिसकी वजह से वो मंदिर में नहीं जा सकती है. वहीं इश्री प्रेमानंद महाराज जी के सतसंग में आई एक महिला ने श्री प्रेमानंद महाराज जी से पूछा कि क्या मासिक धर्म में स्त्रियां भगवान के मंत्र का जाप कर सकती हैं या नहीं.
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महिलाएं इस तरह कर सकती है पूजा
वहीं मासिक धर्म में स्त्रियां भगवान के मंत्र का जाप कर सकती हैं या नहीं इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि श्री प्रेमानंद महाराज जी ने कहा कि पीरियड के दौरान महिलाएं पूजा कर सकती है वो नहाकर और साफ़-कपडे पहनकर अपने मन के अन्दर भगवान के मंत्र का जाप कर सकती हैं. लेकिन पीरियड के दौरान महिलाओं को माला का उपयोग नहीं करना चाहिये साथ ही ये भी कहा कि मासिक धर्म में मंदिर में नहीं जाना चाहिए. ऐसा करने से मन शुद्ध होता है और मन को शांति मिलती है.
महिलाओं को पीरियड्स के दौरान नहीं करनी चाहिए पूजा
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है. ऐसे में पूजा के दौरान पहला नियम ये हैं कि पूजा के दौरान शरीर साफ होना चहिए साथ ही साफ वस्त्र पहनने चाहिए. वहीं महिलाओं को पीरियड्स के दौरान महिलाओं को पूजा-पाठ करने की मनाही होती है. इसके अलावा इन दिनों महिलाओं का मंदिर जाना भी वर्जित होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि उस समय महिलाओं के शरीर में ऊर्जा का संचार अधिक होता है. ऐसा माना जाता है कि भगवान इस ऊर्जा को सेहन नहीं कर सकते हैं. पीरियड के दौरान अगर महिला तुलसी में जल डालती हैं, तो तुलसी सूख जाती है. उसी तरह भगवान भी इस ऊर्जा को सहन नहीं पाते हैं. इसी वजह से पीरियड्स के दौरान पूजा-पाठ वर्जित होती है.
अन्य व्यक्ति से करा सकते हैं पूजा – Premanand Ji Maharaj Pravachan
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को मानसिक रूप से पूजा करना चाहिए. वहीं अगर महिलाओं को व्रत के दौरान पीरियड शुरू हो जाते हैं तो ऐसी स्थिति में व्रत तो करना चाहिए लेकिन उस दौरान आप पूजा नहीं कर सकते हैं. वहीं यह व्रत गिना नहीं जाता है. ऐसे में आप किसी अन्य व्यक्ति से पूजा कराएं. इस दौरान पूजा-पाठ के सामान को नहीं छूना चाहिए.
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