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…तो क्या लीक हो गया Airtel के 25 लाख यूजर्स का प्राइवेट डेटा? जानिए इस बड़े दावे पर कंपनी ने क्या कहा?

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…तो क्या लीक हो गया Airtel के 25 लाख यूजर्स का प्राइवेट डेटा? जानिए इस बड़े दावे पर कंपनी ने क्या कहा?

अगर आप भी Airtel के यूजर हैं तो आपके लिए एक खबर बेहद ही जरूरी है। Airtel यूजर्स की सुरक्षा में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 25 लाख Airtel यूजर्स का डेटा लीक हो गया है, जिसमें यूजर्स का पर्सनस डेटा भी शामिल बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार Airtel यूजर्स के नंबर से लेकर उनका आधार कार्ड नंबर, एडर्स समेत कई निजी जानकारियां लीक हुई हैं।

25 लाख यूजर्स का डेटा लीक होने की खबर

जो जानकारी हासिल हुई है, उसके मुताबिक एयरटेल के जम्मू-कश्मीर सर्किल के करीबन 25 लाख ग्राहकों का डेटा कथित तौर पर लीक हुआ और हैकर्स ने उनकी जानकारियों को सार्वजनिक कर दी।

हैकर्स ने कंपनी को किया ब्लैकमेल 

साइबर सुरक्षा रिसर्चर्स राजशेखर राजहरिया ने इसकी जानकारी ट्विटर पर साझा की। राजशेखर ने भारती एयरटेल और रेड रैबिट टीम के नाम से हैकर्स के बीच हुई बातचीत की वीडियो शेयर की, जिसमें दिखाया गया कि हैकर्स ने एयरटेल को दिसंबर में डाटा की सेंध की जानकारी दी थी और साथ में कंपनी को ब्लैकमेल तक बिटकॉइन में 3500 डॉलर की फिरौती की मांग की।

राजशेखर राजहरिया ने बताया कि हैकर्स ने ये दावा किया कि उसके पास पूरे देश के एयरटेल यूजर्स का डेटा मौजूद हैं और अभी केवल जम्मू-कश्मीर के ग्राहकों का डेटा लीक किया। हैकर्स ने यूजर्स के डेटा को एक वेबसाइट पर अपलोड किया था, जिसको बाद में हटा लिया गया।

अब सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि आखिर कैसे इतने लोगों का डेटा लीक हो गया? आखिर कहां Airtel से चूक हो गई? ऐसा माना जा रहा है कि एयरटेल के अनसिक्योर डेटाबेस से ये लीक हुआ हो। या फिर ऐसी संभावनाएं भी है कि सरकारी एजेंसियां जो सिक्योरिटी कारणों के लिए डेटा रखती हो, वहां से ये लीक हुआ हो।

जानिए इस पर Airtel ने क्या कहा?

हालांकि इस पूरे मामले पर एयरटेल की ओर से भी प्रतिक्रिया दी गई। कंपनी ने डेटा लीक होने की बात से साफ तौर पर इनकार किया। एयरटेल ने एक बयान जारी कर कहा- ‘अपने यूजर्स की प्राइवेसी और उसके लिए विभिन्न उपायों को लागू करना कंपनी के लिए गर्व की बात है। हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि हमारी तरफ से कोई डाटा उल्लंघन नहीं हुआ है।’

हैकर ग्रुप की तरफ से जो दावे किए गए उसे Airtel ने गलत माना। कंपनी की मानें तो डेटा लीक हुआ, उसका एक बड़ा हिस्सा एयरटेल का नहीं है।

जय श्रीराम के नारे से क्यों गुस्सा हुई थी ममता बनर्जी? नुसरत जहां ने बताया कारण

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जय श्रीराम के नारे से क्यों गुस्सा हुई थी ममता बनर्जी? नुसरत जहां ने बताया कारण

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है। राजनीतिक पार्टियां लोगों को रिझाने के प्रयास में लग गई है। जगह-जगह रैलियां और जनसभाएं किए जा रहे हैं। टीएमसी (TMC) के कई बड़े नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। जिसके बाद से इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि बीजेपी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Assembly Election 2021) में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के गढ़ में सेंध लगा सकती है।

पिछले दिनों नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर बंगाल की राजधानी कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मंच शेयर किया था। जिसमें सीएम बनर्जी के संबोधन के समय कुछ लोगों ने जय श्रीराम का नारा लगा दिया था। जिससे ममता बनर्जी नाराज हो गई थी और अपना संबोधन बीच में ही छोड़कर चली गई थी। अब टीएमसी सांसद नुसरत (Nusrat Jahan) जहां ने स्पष्ट किया है कि आखिर ऐसा क्या कारण था जिससे जय श्रीराम का नारा सुनते ही ममता बनर्जी नाराज हो गई थी?

बीजेपी को अन्य भगवान के नाम से परहेज क्यों?

टीएमसी सांसद ने एक प्राइवेट चैनल पर इस मामले को लेकर स्थिति स्पष्ट किया। नुसरत जहां (Nusrat Jahan) ने कहा है कि नेताजी बोस के कार्यक्रम में राम का नारा चिढ़ाने के मकसद से लगाया गया था। ऐसे में बार-बार एक ही नारे के प्रयोग से गुस्सा आना लाजमी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमें राम नाम से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन बीजेपी ने नेताजी के जन्म समारोह को अपना इवेंट बना दिया।

टीएमसी नेता ने इस मामले को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाए कि क्या राम का नाम आप किसी को चिढ़ाने के लिए लेते हैं? राम के अलावा बाकी भगवान के नाम से परहेज क्यों? उन्होंने कहा, बीजेपी ने कोलकाता में हुए उस कार्यक्रम को राजनीतिक इवेंट में परिवर्तित कर दिया था।

2016 में 3 सीटों पर हुई थी बीजेपी की जीत

दरअसल, आगामी कुछ महीनों में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरु कर दी है। सत्ताधारी टीएमसी और विपक्षी पार्टियों के बीच जमकर बयानबाजियां हो रही है, आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरु हो चुके हैं। बता दें, ममता बनर्जी पिछले दो बार से पश्चिम बंगाल में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाते आ रही है। तो वहीं, दूसरी ओर बंगाल के विधानसभा चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2016 में बीजेपी को प्रदेश की 293 में से मात्र 3 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।

'मुसोलिनी और हिटलर को चुनौती दे रहे नीतीश कुमार…' सरकार के फैसले पर सियासत तेज

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'मुसोलिनी और हिटलर को चुनौती दे रहे नीतीश कुमार…' सरकार के फैसले पर सियासत तेज

किसान आंदोलन को लेकर देश में सियासत चरम पर है। विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर है और साथ ही मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग भी कर रही है। इन कानूनों को लेकर देश के कई राज्यों में भी हलचले तेज है। हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जीत हासिल कर एनडीए गठबंधन ने सरकार बनाई है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बिहार के सीएम बने हैं, लेकिन बिहार की स्थिति अभी भी ज्यों की त्यों बनी हुई है।

समय बदला, सत्ता बदली, कार्यकाल बदला लेकिन सत्ताधारी नेताओं की कथित तौर पर मंशा नहीं बदली। पिछले दिनों बिहार सरकार ने सोशल मीडिया पर नेताओं और सरकारी कर्मियों के खिलाफ पोस्ट को लेकर आदेश जारी किया था। अब एक बार फिर से नीतीश कुमार की सरकार ने एक ऐसा आदेश जारी किया, जिसे लेकर प्रदेश की सियासत में हलचल मची हुई है।

सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पर….सरकारी नौकरी नहीं

दरअसल, पिछले दिनों बिहार पुलिस महानिदेशक की ओर से आदेश जारी किया गया कि अगर कोई व्यक्ति सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होकर किसी आपराधिक घटना को अंजाम देता है तो उसे सरकारी नौकरी या ठेके नहीं दिए जाएंगे। इस मामले को लेकर प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में हलचले काफी तेज हो गई है।

बिहार पुलिस की ओर से जारी उस चिट्ठी में लिखा गया है कि ‘अगर कोई व्यक्ति किसी विधि-व्यवस्था की स्थिति, विरोध प्रदर्शन, सड़क जाम इत्यादि मामलों में संलिप्त होकर किसी आपराधिक कृत्य में शामिल होता है और उसे इस कार्य के लिए पुलिस द्वारा आरोप पात्रित किया जाता है तो उनके संबंध में चरित्र सत्यापन प्रतिवेदन में विशिष्ट एवं स्पष्ट रूप से प्रविष्टि की जाए। ऐसे व्यक्तियों को गंभीर परिणामों के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि उन्हें सरकारी नौकरी/सरकारी ठेके आदि नहीं मिल पाएंगे।‘

40सीट के मुख्यमंत्री कितने डर रहे है?

इस मामले को लेकर आरजेडी नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भी नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला बोला है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ‘मुसोलिनी और हिटलर को चुनौती दे रहे नीतीश कुमार कहते है अगर किसी ने सत्ता व्यवस्था के विरुद्ध धरना-प्रदर्शन कर अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया तो आपको नौकरी नहीं मिलेगी। मतलब नौकरी भी नहीं देंगे और विरोध भी प्रकट नहीं करने देंगे बेचारे 40सीट के मुख्यमंत्री कितने डर रहे है?’

कौन हैं Rihanna? जिनकी इस एक ट्वीट के बाद दुनियाभर में छा गया किसान आंदोलन का मुद्दा और…

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कौन हैं Rihanna? जिनकी इस एक ट्वीट के बाद दुनियाभर में छा गया किसान आंदोलन का मुद्दा और…

नए कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन 2 महीनों से भी ज्यादा वक्त से जारी है। 26 जनवरी को हिंसा के बाद भी किसान अपनी मांग पर जस के तस अड़े हुए है। सरकार और किसानों के बीच विवाद सुलझाने के लिए कई दौर की बातचीत भी हो गई, लेकिन कोई हल अब तक नहीं निकल पाया। दोनों ही पक्ष झुकने को तैयार होते नजर आ रहे। ना तो सरकार कृषि कानून को वापस लेने को तैयार हो रही और ना ही किसान पीछे हटने को तैयार हैं।

इसी बीच ये मुद्दा लगातार बीते 2 महीनों से देश में छाया हुआ है। लेकिन अब ये मुद्दा धीरे-धीरे दुनियाभर में सुर्खियां बटोरने लगा है और ऐसा बीते दिन हुए एक ट्वीट के बाद हुआ। दरअसल, बीते दिन पॉप स्टार रिहाना ने किसान आंदोलन को लेकर एक ट्वीट किया, जिसके बाद ये मुद्दा इंटरनेशनल फॉरम में भी छाने लगा और एक के बाद एक कई इंटनेशनल सेलिब्रिटी इस मामले पर अपना समर्थन देने लगे।

कई इंटरनेशनल सेलिब्रिटी आए किसानों के समर्थन में

मंगलवार को रिहाना ने किसान आंदोलन से जुड़ी एक खबर को ट्वीट करते हुए लिखा- ‘हम इसके बारे में क्यों बात नहीं कर रहे?’ रिहाना का ये ट्वीट वायरल हो गया और सोशल मीडिया पर इसकी चर्चाएं शुरू होने लगीं। वहीं रिहाना के बाद पर्यावरण को लेकर काम करने वालीं भारतीय एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कंगुजम और एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी किसान आंदोलन के मुद्दे पर ट्वीट किया। इन्होनें किसानों का समर्थन करते हुए उनके साथ खड़े होने की बात कही।

रिहाना ने किया था ये ट्वीट

रिहाना के इस मुद्दे को लेकर ट्वीट करने के बाद हर तरफ ये चर्चाएं शुरू हो गई है कि आखिर ये हैं कौन, जिनकी एक ट्वीट से ये किसान आंदोलन का मामला इंटनेशनल फोरम में छा गया और कई सेलिब्रिटी इसको लेकर ट्वीट करने लगे? आइए आपको बताते हैं कि आखिर कौन हैं रिहाना…?

जानिए रिहाना के बारे में…

रिहाना का पूरा नाम रोबीन रिहाना फेंटी है। 20 फरवरी 1988 को रिहाना बारबाडोस में जन्म हुआ। वो एक बारबेडियन पॉप स्टार, मॉडल और बिजनेस वूमेन हैं। वो ‘Don’t stop the music’, ‘Love the way you lie’ और ‘Umbrella’ समेत कई बड़े हिट्स दे चुकी हैं। रिहाना के ट्विटर पर 100 मिलियन फॉलोअर्स हैं। उनकी फैन फॉलोइंग इंडिया में भी काफी ज्यादा है। रिहाना का नाम दुनिया की सबसे अमीर फीमेल म्यूजिशियन में शामिल हैं। फोर्ब्स के अनुसार रिहाना की कुल संपत्ति 600 मिलियन डॉलर (4400 करोड़) है।

ऐसा पहली बार नहीं हुआ, जब रिहाना ने किसी मुद्दे पर यूं अपनी राय रखी हो। वो सोशल मीडिया के जरिए कई मुद्दे अक्सर ही उठाती रहती हैं। हाल ही में रिहाना ने म्यांमार में तख्तापलट की हुई घटना पर भी रिहाना ने ट्वीट किया था।

रिहाना की ट्वीट के बाद छिड़ी बहस

वहीं रिहाना की ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर इसको लेकर बहस छिड़ गई है। स्वरा भास्कर समेत कई लोग जहां एक ओर उन्हें किसानों के समर्थन में आवाज उठाने के लिए उनकी प्रशंसा कर रहे थे। तो दूसरी ओर कंगना रनौत समेत कई लोग भारत के आतंरिक मामले में दखल देने के लिए उन पर नाराज होते नजर आ रहे हैं। बता दें कि रिहाना ने दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के चलते इंटरनेट बंद होने की खबर पर अपनी ये प्रतिक्रिया दी थीं।

आजिक्य रहाणे का खुलासा, आस्ट्रेलिया को हराने में मददगार साबित हुई राहुल द्रविड़ की सलाह

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आजिक्य रहाणे का खुलासा, आस्ट्रेलिया को हराने में मददगार साबित हुई राहुल द्रविड़ की सलाह

भारतीय क्रिकेट टीम ने विराट कोहली की अनुपस्थिति में और आजिंक्य रहाणे की कप्तानी में आस्ट्रेलिया को उसके ही घर में टेस्ट सीरीज में जबरदस्त मात दे दी। गाबा के नाम से मशहूर ब्रिसबेन में आस्ट्रेलिया को 32 सालों बाद हार नसीब हुई। 1988 के बाद से ही आस्ट्रेलियाई टीम ब्रिसबेन में अजेय रही थी, लेकिन भारत ने उन्हें नेस्तनाबूत कर दिया। आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत के भविष्य के कई स्टार खिलाड़ी उभर कर सामने आए।

जिन्होंने मौका मिलने पर शानदार प्रदर्शन किया और भारत को टेस्ट सीरीज में जीत दिलाई। सीरीज में जीत हासिल होने के बाद कई खिलाड़ियों ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर और एनसीए के अध्यक्ष राहुल द्रवि़ड़ को इसका श्रेय दिया। क्योंकि आस्ट्रेलिया में धूम मचाने वाले युवा खिलाड़ी लंबे समय तक राहुल द्रविड़ के अंडर में खेल चुके हैं।

हालांकि, राहुल द्रविड़ ने जीत का पूरा श्रेय खिलाड़ियों को दिया था। इसी बीच आस्ट्रेलिया को अपनी चतुर कप्तानी से मात देने वाले आजिंक्य रहाणे ने राहुल द्रविड़ को लेकर खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि राहुल द्रविड़ की सलाह आस्ट्रेलिया में काफी मददगार साबित हुई।

आजिंक्य रहाणे का पूरा बयान

भारत के स्टार बल्लेबाज आजिंक्य रहाणे ने बताया कि आस्ट्रेलिया सीरीज से पहले उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज टेस्ट बल्लेबाज राहुल द्रविड़ से बातचीत की थी। उन्होंने कहा, द्रविड़ ने उनसे कहा था कि वह बल्लेबाजी से ज्यादा कप्तानी पर ध्यान दें।

रहाणे ने कहा, ‘राहुल भाई को बैटिंग पसंद है और उन्होंने मुझे कहा, नेट्स में ज्यादा बैटिंग मत करना, तुम्हारी तैयारी सही है, तुम अच्छी बैटिंग कर रहे हो। तो कोई दबाव मत लेना, बस इतना सोचो कि तुम टीम का नेतृत्व कैसे करोगे, खिलाड़ियों को तुम कैसे विश्वास दोगे। परिणाम की चिंता मत करना, यह खुद ही सही होंगे।‘ उप-कप्तान रहाणे ने कहा कि द्रविड़ से बातचीत ने आस्ट्रेलिया में उनका काम और आसान कर दिया था।

सिराज ने चटकाए सर्वाधिक विकेट

बता दें, आस्ट्रेलिया में हुए 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत ने आस्ट्रेलिया को 2-1 से मात दे दी। पहले टेस्ट मैच में काफी खराब प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम ने आजिंक्य रहाणे की कप्तानी में सीरीज के दूसरे मैच में शानदार जीत हासिल की। जिसके बाद सिडनी में हुए तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा। सीरीज 1-1 से बराबर पर था।

जिसके बाद टेस्ट सीरीज का अंतिम और निर्णायक मैच ब्रिसबेन में खेला गया। जिसमें भारतीय टीम ने शानदार जीत हासिल की थी। इस सीरीज में डेब्यू करने वाले मोहम्मद सिराज ने सर्वाधिक 13 विकेट चटकाए। वहीं, ऋषभ पंत, शार्दुल ठाकुर, वाशिंगटन सुंदर, शुभमन गिल ने भी शानदार प्रदर्शन किया था।

पठान में धमाल मचाएंगे शाहरुख: मूवी में होगा ऐसा कुछ, जो पहले किसी बॉलीवुड फिल्म में नहीं हुआ, जानिए इसके बारे में….

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पठान में धमाल मचाएंगे शाहरुख: मूवी में होगा ऐसा कुछ, जो पहले किसी बॉलीवुड फिल्म में नहीं हुआ, जानिए इसके बारे में….

बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का जादू बीते कुछ समय से बॉक्स ऑफिस पर चल नहीं पाया है। लगातार फ्लॉप हो रही फिल्मों के चलते किंग खान ने बड़े पर्दे से दूरी बनाई हुई है। यही वजह है कि उनके तमाम फैंस बेसब्री से अपने चहेते स्टार की कमबैक का इंतेजार कर  रहे हैं।

ये तो मालूम है कि शाहरुख अपनी फिल्म ‘पठान’ के जरिए वापसी करने के लिए तैयार हैं। शाहरुख की ये फिल्म लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं। मूवी की शूटिंग जोरों-शोरों से दुबई में चल रही है। लेकिन इसी बीच मूवी से जुड़ी एक ऐसी खबर आई, जो शाहरुख के फैंस की एक्साइटमेंट को और बढ़ा देगा।

वैसे तो किंग खान अपने फैंस के लिए फिल्म में कुछ ना कुछ अलग करने की कोशिश करते ही रहते है। शाहरुख अब अपनी फिल्म ‘पठान’ में ऐसा कुछ करने जा रहे है, जो इससे पहले किसी भी बॉलीवुड फिल्म में आज तक नहीं हुआ। वो क्या है, आइए आपको बताते हैं…

शाहरुख करने जा रहे ये काम

बुर्ज खलीफा से बॉलीवुड का वैसे तो गहरा नाता रहा है। कई फिल्मों और गानों की शूटिंग बुर्ज खलीफा के बाहर हो चुकी है। लेकिन खबरों की मानें तो शाहरुख का प्लान थोड़ा अलग है। उनकी फिल्म पठान की शूटिंग बुर्ज खलीफा के बाहर या आसपास नहीं बल्कि अंदर हो सकती है। जी हां, पठान की शूटिंग बुर्ज खलीफा के अंदर होने की खबरें हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो यहां पर फिल्म के कुछ एक्शन सीन्स शूट हो सकते हैं।

सिर्फ इन हॉलीवुड फिल्मों की हुई है शूटिंग

अब तक बॉलीवुड की कोई फिल्म बुर्ज खलीफा के अंदर शूट नहीं हुई। वहीं अब तक हॉलीवुड की भी केवल दो ही फिल्मों की शूटिंग अब तक बुर्ज खलीफा के अंदर हुई, जिसमें मिशन इम्पॉसिबल और फास्ट एंड फ्यूरियस शामिल है। लेकिन अब लगता है कि इस लिस्ट में शाहरुख की पठान फिल्म का नाम भी जल्द ही जुड़ने जा रहा है। जाहिर सी बात है कि इससे शाहरुख के फैंस और ज्यादा उत्साहित हो गए होंगे।

गौरतलब है कि शाहरुख का बुर्ज खलीफा के साथ खास नाता रहा है। एक्टर के पिछले बर्थडे पर बुर्ज खलीफा पर उनकी तस्वीर बनाई गई थी, जो खूब वायरल हुई।

फिल्म की शूटिंग की वीडियोज वायरल

वहीं शाहरुख की इस फिल्म से जुड़ी वीडियोज और फोटोज बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं, जिसमें शाहरुख खतरनाक स्टंट करते हुए नजर आ रहे हैं। एक वीडियो में शाहरुख ट्रक पर फाइट सीन की शूटिंग करते हुए दिख रहे हैं। तो वहीं दूसरी वीडियो में वो बुर्ज खलीफा के सामने शूटिंग करते दिखाई दे रहे हैं।

वैसे बता दें ‘पठान’ फिल्म में शाहरुख के अलावा दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम भी मुख्य किरदार में नजर आएंगे। मूवी को सिद्धार्थ आनंद डायरेक्ट कर रहे है। फिल्म के इसी साल रिलीज होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि शाहरुख पिछली बार बड़े पर्दे पर अपनी फिल्म ‘जीरो’ में नजर आए थे। ये मूवी 2018 में आई थीं, जिसमें उनके साथ कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा भी लीड रोल में थीं। मूवी बॉक्स ऑफिस पर फेल साबित हुई।

आरजेडी के 3 विधायकों ने की बिहार के उप-मुख्यमंत्री से मुलाकात, सियासत तेज

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आरजेडी के 3 विधायकों ने की बिहार के उप-मुख्यमंत्री से मुलाकात, सियासत तेज

बिहार की सियासत में उठा-पटक का दौर जारी है। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए गठबंधन (NDA Allaince) ने जीत हासिल कर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में सरकार बनाई, लेकिन सरकार बनाने के दो महीने बाद भी अभी तक नीतीश कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी का जल्द ही जदयू में विलय हो सकता है और कुशवाहा को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। इसी बीच आरजेडी के तीन विधायकों ने भी बिहार के उप-मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) से मुलाकात की है। जिसके बाद से बिहार की राजनीतिक गलियारों में हलचले काफी तेज हो गई है।

RJD विधायकों ने दी सफाई

दरअसल, बिहार के उप-मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) हर मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर जनता दरबार लगाते हैं। जिसमें लोग अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं। आज मंगलवार को आरजेडी विधायक विभा देवी, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर और रामविशुन लोहिया ने तारकिशोर प्रसाद से मुलाकात की।

जिसके बाद सफाई देते हुए आरजेडी नेताओं ने कहा कि वे अपनी क्षेत्र के समस्याओं को लेकर जनता दरबार में गए थे, उसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं लगाया जाना चाहिए। आरजेडी विधायकों ने स्पष्ट किया कि अगर उन्हें राजनीतिक कारणों से जाना होता तो वे जनता दरबार में सार्वजनिक रुप से बीजेपी नेता से मिलने क्यों जाते?

AIMIM विधायकों ने की थी नीतीश से मुलाकात

दूसरी ओर बीजेपी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई बीजेपी की नीतिओं से प्रभावित होकर आता है तो उसका स्वागत है। इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जीत हासिल करने वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के 5 विधायकों ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मुलाकात की थी।

जिसके बाद से ही प्रदेश की सियासत में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि जल्द ही कई नेता बीजेपी और जदयू में शामिल हो सकते हैं और उन्हें नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में जगह भी मिल सकती है। हालांकि, AIMIM विधायकों ने भी सफाई दी थी कि वे अपने क्षेत्र की परेशानियों को लेकर नीतीश कुमार से मिले थे।

जब सलमान के गुस्से का शिकार हो गए थे रणबीर, सबके सामने खाया था जोरदार तमाचा

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जब सलमान के गुस्से का शिकार हो गए थे रणबीर, सबके सामने खाया था जोरदार तमाचा

रणबीर भले ही एक स्टार किड हो लेकिन फिर भी अपनी एक्टिंग और टैलेंट के बदौलत उन्होनें बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है. रणबीर ने कई फिल्मों में दमदार किरदार निभाएं है, जिससे उन्होनें हर किसी को अपना दीवाना बना लिया है. फीमेल फैन तो उनके पीछे मानो पागल है. सावरिया से अपने करियर की शुरूआत करने वाले रणबीर ने ‘बर्फी’, ‘रॉकस्टार’, ‘राजनीति’, ‘ये जवानी है दीवानी’ और संजू जैसी कई सुपरहिट फिल्में बॉलीवुड को दी है.

रणबीर जहां एक ओर अपनी फिल्मों के लिए चर्चाओं में बने रहते है तो दूसरी ओर एक और चीज है जिसको लेकर वो काफी सुर्खियां बटोरती है और वो है उनके रिलेशनशिप. रणबीर बॉलीवुड के दिल फेंक आशिकों में से एक मानें जाते हैं. उन्होनें सोनम, दीपिका, कैटरीना जैसी कई मशहूर अभिनेत्रियों को डेट किया है. हाल ही रणबीर और आलिया के एक-दूसरे को डेट करने की खबरें सुर्खियों में हैं.

रणबीर और सलमान की दुश्मनी के बारे में तो हर कोई जानता ही है. माना जाता है कि सलमान रणबीर को कुछ खास पंसद नहीं करते है और इसके पीछे की वजह कैटरीना कैफ है. खबरों के मुताबिक ये कहा जाता है कि रणबीर की वजह से ही कैटरीना और सलमान का ब्रेकअप हुआ था. दोनों का कई बार आमना-सामना भी हुआ है लेकिन कभी भी दोनों के बीच की कड़वाहट खत्म नहीं हुई. एक बार तो रणबीर सलमान के गुस्से का शिकार भी चुके है, जिस वक्त सलमान ने उन्हें सरेआम जोरदार थप्पड़ तक जड़ दिया था.

दरअसल, ये घटना उस समय की है जब सावरिया एक्टर को बॉलीवुड में कुछ खास पहचान नहीं मिली थी. रणबीर तब बस एक स्टारकिड के तौर पर जाने जाते थे. मुंबई के वीआईपी क्लब में रणबीर और सलमान के बीच हाथापाईं हुई थी. बताया जाता है कि सलमान उस समय अपने दोस्त संजय दत्त के साथ वहां पर अपनी फिल्म की सक्सेस पार्टी करने के लिए आए थे, जिस वक्त रणबीर भी वहां पहुंच गए. जिसके बाद दोनों स्टार के बीच किसी बात को लेकर बहस होने लगी और फिर सलमान अपने आपे को खो बैठै और गुस्से में रणबीर को सबसे सामने तमाचा मार दिया. जिसके बाद रणबीर कपूर वहां से चले जाते है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया जाता है कि अपने बेटे की इस हरकत के लिए सलमान के पिता सलीम खान ने रणबीर कपूर और ऋषि कपूर से माफी भी मांगी थी. जिसके बाद दोनों परिवारों के बीच सुलह हुई थी. लेकिन आज के समय में भी इन दोनों स्टार के बीच सब कुछ ठीक नहीं लगता है.

पंजाब में बवाल: आपस में भिड़ गए अकाली दल-कांग्रेस के कार्यकर्ता, पत्थर से लेकर गोली तक चली…जानें पूरा मामला

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पंजाब में बवाल: आपस में भिड़ गए अकाली दल-कांग्रेस के कार्यकर्ता, पत्थर से लेकर गोली तक चली…जानें पूरा मामला

पंजाब में मंगलवार को जमकर बवाल हुआ। राज्य के जलालाबाद में अकाली दल और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। इस दौरान अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की गाड़ी पर भी हमला हुआ। उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई।

अकाली दल और कांग्रेस के बीच हुई इस झड़प में ईट पत्थर से लेकर गोलियां तक चलने की खबर हैं। वहीं मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस दौरान 3 लोगों को गोली भी लगी। पंजाब में दोनों पार्टियों के बीच ये झड़प क्यों हुई, आइए आपको इसके बारे में बता देते हैं…

ये झड़प नगर परिषद चुनाव के लिए नामांकन के दौरान हुई। दरअसल, जलालाबाद में नगर काउंसिल का चुनाव होने है। मंगलवार को जब अकाली दल के प्रत्याशी का नामांकन था। इस दौरान नामांकन के लिए खुद सुरबीर सिंह बादल पहुंच गए। जैसे ही सुखबीर बादल का काफिला जलालाबाद कोर्ट कॉम्प्लैक्स पहुंचा, वैसे ही वहां पर हंगामा शुरू होने लगा। हर तरफ भगदड़ मची।

बैरिकेडिंग तोड़कर लोग कोर्ट कॉम्प्लैक्स में जाने लगे। यहां पर इस दौरान जमकर पत्थरबाजी हुई। साथ में कई राउंड फायरिंग होने की भी खबर है। इसके अलावा सुखबीर सिंह बादल की गाड़ी पर भी पथराव किया गया। हालांकि बताया जा रहा है कि वो इस दौरान गाड़ी में मौजूद नहीं थे।

झड़प का आरोप कांग्रेस और अकाली दल एक दूसरे पर लगाते हुए नजर आ रहे हैं। अकाली दल का कांग्रेस पर ये आरोप हैं कि उन्हें नामांकन भरने से रोकने के लिए ऐसा किया गया। अकाली दल के नेताओं का कहना हैं कि कांग्रेस के गुड़ों ने ये हंगामा इसलिए किया जिससे अकाली दल का प्रत्याशी नामांकन ना भर पाएं।

शिरोमणि अकाली दल ने एक बयान जारी कर कहा है- ‘पुलिस समर्थित कांग्रेस के गुंडों ने आज SAD के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर हमला किया। उन्हें बचाने के लिए सामने आए पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं को गोली लगी है।’ वहीं कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि पहले हमला अकाली दल की तरफ से किया गया, जिसमें क्षेत्रीय विधायक रविंद्र सिंह आंवला की दो गाड़ी को तोड़ी गई।

इस झड़प के बाद वहां के हालात काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं। वहीं स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस के आला अधिकारी वहां पहुंच चुके हैं।

वहीं इससे पहले सोमवार को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच भी झड़प हो गई थीं। सोमवार को AAP के नामांकन दाखिल के दौरान कांग्रेसियों ने हंगामा किया और किसी को भी नामांकन दाखिल नहीं करने दिया।

गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे संजय राउत, किसान नेताओं से की मुलाकात, कहा- शिवसेना पूरी ताकत से किसानों के साथ

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गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे संजय राउत, किसान नेताओं से की मुलाकात, कहा- शिवसेना पूरी ताकत से किसानों के साथ

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों को लेकर देशभर में विरोध हो रहा है। इस कड़ाके की ठंड में किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर पिछले 68 दिन से आंदोलन कर रहे हैं और सरकार से इन कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। विपक्षी पार्टियां भी इस मामले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। विपक्षी पार्टियों ने किसान आंदोलन को अब खुला समर्थन दे दिया है। पिछले दिनों विपक्ष के विपक्ष के कई नेताओं ने किसान नेताओं से फोन पर बातचीत की और पूर्ण समर्थन की बात भी कही।

बीजेपी की पूर्व सहयोगी पार्टी शिवसेना भी काफी पहले से ही किसान आंदोलन का समर्थन कर रही है और केंद्र सरकार को निशाने पर ले रही है। इसी बीच शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) और अरविंद सावंत (Arvind Sawant) ने आज गाजीपुर बॉर्डर का दौरा किया और किसान नेताओं से मुलाकात की। शिवसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि वे पूरी ताकत से किसानों के साथ खड़े रहेंगे।

पूरी ताकत से किसानों के साथ खड़ी है शिवसेना

शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की। मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि ‘शिवसेना के सभी सांसद यहां आए हैं। राकेश टिकैत से बात हो गई है और उन्हें जो संदेश देना था हमने दे दिया है। हम पूरी ताकत के साथ उनके साथ रहेंगे।‘ उन्होंने कहा, सरकार को ठीक से बात करनी चाहिए, बात में राजनीति नहीं आनी चाहिए।

वहीं, दूसरी ओर राकेश टिकैत ने कहा, अगर विपक्ष हमारा समर्थन करने के लिए आ रहा है तो कोई समस्या नहीं है, लेकिन इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर नेता आते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते। टिकैत ने स्पष्ट किया कि किसान आंदोलन के चलते ट्रैफिक नहीं रुका है, बल्कि पुलिस बैरिकेडिंग के कारण ये हुआ है।

साथ ही उन्होंने किसान आंदोलन के भविष्य को लेकर भी बात कही। किसान नेता ने कहा हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे, बातचीत भी चलती रहेगी।

आंदोलन स्थल वाले इलाकों में इंटरनेट सेवा पर रोक

बता दें, गाजीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। उन इलाकों में केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से 2 फरवरी तक इंटरनेट सेवा पर रोक लगाया गया है। दिल्ली पुलिस की ओर से कई परतों में बैरकेडिंग की गई है। सड़कों पर सीमेंट से कीलें लगवाई गई है, कंटीले तार लगाए गए हैं। साथ ही आंदोलन स्थल पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। हालांकि, किसानों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं ले लेती, वे घर नहीं लौटेंगे।