Old Car Selling Tips: पुरानी गाड़ी बेच रहे हैं? ये भूल आपको जेल तक ले जा सकती है!

Table of Content

Old Car Selling Tips: रिटायर गाड़ियाँ बेचते समय अगर दस्तावेज़ों की सही प्रक्रिया का ध्यान नहीं रखा गया, तो आपको भविष्य में गंभीर कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के अनुसार, वाहन का मालिकाना हक तुरंत नए खरीदार के नाम पर ट्रांसफर कराना अनिवार्य है। इसके बिना सरकारी रिकॉर्ड में आप ही वाहन के मालिक बने रहेंगे। इससे दुर्घटना, चालान या अपराध की स्थिति में पुराना मालिक जिम्मेदार माने जाते हैं।

और पढ़ें: एग्रेसिव लुक के साथ क्लासिक की वापसी: रॉयल एनफील्ड ने उतारी 650cc सेगमेंट की सबसे दमदार बाइक

RC ट्रांसफर करना अनिवार्य- Old Car Selling Tips

पुरानी गाड़ी बेचते समय सबसे पहला और अहम कदम है रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) का ट्रांसफर। विक्रेता को गाड़ी का मूल RC नए मालिक को सौंपना होता है। इसके साथ ही फॉर्म 29 और फॉर्म 30 आरटीओ में जमा करना जरूरी है। फॉर्म 29 में बिक्री की सूचना दी जाती है और फॉर्म 30 मालिकाना हक के हस्तांतरण के लिए आवेदन होता है।

यदि यह ट्रांसफर नहीं किया गया और गाड़ी से कोई दुर्घटना, अपराध या भारी चालान जुड़ता है, तो कानूनी रूप से आप ही जिम्मेदार ठहराए जा सकते हैं। इसलिए RC ट्रांसफर करना सिर्फ फॉर्मैलिटी नहीं, बल्कि भविष्य की सुरक्षा का जरिया है।

सेल अग्रीमेंट: सुरक्षा की पहली डोर

गाड़ी बेचते समय सेल अग्रीमेंट या हलफनामा तैयार करना बेहद जरूरी है। इस दस्तावेज़ में बिक्री की तारीख, समय, कीमत और यह स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए कि इसके बाद वाहन से जुड़ी सभी जिम्मेदारियां नए मालिक की हैं।

विक्रेता को इसकी अटेस्टेड कॉपी अपने पास रखना चाहिए। भविष्य में अगर कोई विवाद या कानूनी कार्रवाई होती है, तो यही दस्तावेज़ सबसे बड़ा सबूत साबित होगा।

नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC)

अगर गाड़ी किसी दूसरे राज्य या आरटीओ क्षेत्र के खरीदार को बेची जा रही है, तो फॉर्म 28 (NOC) लेना आवश्यक है। यह प्रमाणित करता है कि वाहन पर कोई बकाया लोन, टैक्स या अन्य आपत्ति नहीं है। NOC के बिना गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नए राज्य में नहीं किया जा सकता।

अन्य महत्वपूर्ण सुझाव

  1. गाड़ी बेचते समय खरीददार की पहचान और संपर्क जानकारी रिकॉर्ड करें।
  2. ऑनलाइन RC ट्रांसफर की सुविधा का उपयोग करें ताकि प्रक्रिया तेज और सुरक्षित हो।
  3. गाड़ी बेचने के बाद आरटीओ में सेल की कॉपी या फॉर्म 29-30 की रसीद संभाल कर रखें।
  4. अगर गाड़ी पर कोई कर्ज या इंश्योरेंस शेष है, तो उसे क्लियर करना भी आवश्यक है।

पुरानी गाड़ी बेचना सिर्फ पैसा कमाने का जरिया नहीं है, बल्कि सही दस्तावेज़ और प्रक्रिया अपनाकर आप भविष्य में कानूनी समस्याओं से बच सकते हैं। RC ट्रांसफर, सेल अग्रीमेंट और NOC जैसे दस्तावेज़ समय पर पूरे करने से न केवल आपका अधिकार सुरक्षित रहता है, बल्कि किसी भी दुर्घटना या विवाद की स्थिति में आप सुरक्षित रहते हैं।

और पढ़ें: रिकॉर्ड तोड़ बिक्री! ऑटो सेक्टर में बंपर ग्रोथ, फेस्टिव सीजन में 40.24 लाख वाहनों का रजिस्ट्रेशन

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Is AI Replacing Tech Jobs? Exploring the Impact of Artificial Intelligence on the Workforce

  Introduction: The Rise of AI in Technology Artificial Intelligence (AI) has emerged as a transformative force within the technology sector, fundamentally altering how businesses operate and innovate. Over recent years, we have witnessed a remarkable surge in AI applications, ranging from machine learning algorithms to natural language processing systems, that are now integral components...

UP BJP New President: यूपी भाजपा को मिला नया चेहरा, संगठन की कमान अब पंकज चौधरी के हाथ

UP BJP New President: उत्तर प्रदेश भाजपा को आखिरकार नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। शनिवार को एकमात्र नामांकन होने के बाद जिस नाम पर पहले ही सहमति बन चुकी थी, उस पर रविवार को औपचारिक ऐलान कर दिया गया। लखनऊ के राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यवेक्षकों...

Kanpur News: एक जैसे चेहरे ही नहीं, फिंगरप्रिंट भी सेम! कानपुर का अनोखा मामला, विज्ञान हैरान

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने आम लोगों के साथ-साथ विज्ञान के जानकारों को भी सोच में डाल दिया है। विज्ञान अब तक यही मानता आया है कि दुनिया में किसी भी दो इंसानों के फिंगरप्रिंट और आंखों की रेटिना एक जैसी नहीं...

राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार Dr Ramvilas Das Vedanti का निधन, अयोध्या और संत समाज में शोक की लहर

Dr Ramvilas Das Vedanti: राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेता और अयोध्या से पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का सोमवार सुबह मध्य प्रदेश के रीवा में निधन हो गया। वे 75 वर्ष के थे। जानकारी के अनुसार, वे 10 दिसंबर को दिल्ली से रीवा पहुंचे थे, जहां उनकी रामकथा चल रही थी। इसी दौरान...

Bhim Janmabhoomi dispute: रात में हमला, दिन में फाइलें गायब! भीम जन्मभूमि विवाद ने लिया खतरनाक मोड़

Bhim Janmabhoomi dispute: महू स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मभूमि से जुड़ा राष्ट्रीय स्मारक एक बार फिर बड़े विवाद के केंद्र में है। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मेमोरियल सोसायटी, महू में कथित तौर पर हुई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, फर्जीवाड़े और सत्ता हथियाने के आरोपों ने इस ऐतिहासिक और अंतरराष्ट्रीय महत्व के स्मारक की गरिमा...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds