उत्तर प्रदेश की राजनीति दिन पर दिन तेज होती चली जा रही, क्योंकि देश के सबसे बड़े राज्य में आखिरकार कुछ महीनों बाद चुनाव जो होने जा रहे हैं। यूपी विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरूआत में होंगे, लेकिन चुनावों को लेकर सियासत गर्माने लगी हैं। सभी पार्टियां चुनावों के लिए कमर कसने लगी हैं। इस बीच नेताओं के बीच जुबानी हमले, वार-पलटवार का सिलसिला भी बढ़ने लगा है।
सीएम के बयान पर बवाल
उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिए गए एक बयान को लेकर भी हंगामा खड़ा हो गया है। सीएम ने बीते दिन कुशीनगर में एक ऐसा बयान दे दिया, जिसको लेकर वो अब विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गए। दरअसल रविवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2017 के पहले गरीबों को राशन नहीं मिलता था। तब ‘अब्बाजान’ कहने वाले ही राशन हजम कर जाते थे।
कांग्रेस-TMC मुख्यमंत्री पर बरसीं
उनके इसी बयान ने यूपी की राजनीति में नया बवाल लाकर खड़ा कर दिया। कांग्रेस, सपा समेत तमाम पार्टियां इसको लेकर मुख्यमंत्री को निशाने पर ले रही हैं। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने इस बयान को लेकर सीएम पर निशाने साधते हुए पूछा कि योगी साहब आप कौन से जान हैं? आपके कौन से अब्बाजान हैं और कौन से भाईजान हैं?
कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि कोरोना काल के दौरान हमने मां गंगा में लाशों को बहते हुए देखा। योगी ने 2017 के पहले की बात की, लेकिन 200 साल पहले भी ऐसा कभी नहीं हुआ कि गंगा में लाशें बहती दिखीं हों। योगी साहब आप कौन से जान हैं? आपके कौन से अब्बाजान हैं और कौन से भाईजान हैं?
वहीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा भी सीएम के बयान पर भड़कती नजर आई। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का जिक्र करते हुए ये भी पूछा कि क्या कोर्ट इसका संज्ञान लेगा। महुआ मोइत्रा ने कहा कि भारत में एक निर्वाचित मुख्यमंत्री खुले तौर पर सांप्रदायिक तौर लोगों को भड़काने का दोषी, आईपीसी की धारा 153 ए का खुला उल्लंघन। क्या सुप्रीम कोर्ट इस पर स्वंत संज्ञान लेगा?
इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी मुख्यमंत्री योगी के बयान पर निशाना साधा। वो बोले कि मैंने हमेशा कहा कि बीजेपी का कोई चुनावी एजेंडा नहीं, केवल मुसलमानों के खिलाफ सांप्रदायिकता और नफरत फैलाने के। यहां एक सीएम का बयान जो सामने आया, उसमें उन्होंने दावा किया गया कि मुसलमानों ने हिंदुओं के लिए सभी राशन खा लिए हैं।
क्या कहा था योगी ने?
बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि गरीबों को आज राशन मिल रहा है। ये राशन क्या 2017 के पहले मिलता था? नहीं मिलता था, क्योंकि तब अब्बा जान कहने वाले ही राशन हजम कर जाते थे। आज इन गरीबों का राशन कोई नहीं खा सकता। अगर कोई खाएगा तो वो जेल जाएगा।