राम जन्मभूमि अयोध्या से एक दुखद घटना सामने आई है। इसे जानकर हर हिंदू का सिर शर्म से झुक जाएगा। भगवान श्री राम के दरबार में काम करने वाली दलित सफाई कर्मचारी के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता ने कैंट थाने पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। इस मामले के सामने आने के बाद जनता में गुस्सा है। वहीं, इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है और विपक्ष का कहना है कि क्या अब राम मंदिर पर बुलडोजर चलेगा?
पुलिस ने जारी किया बयान
पुलिस ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनकी जांच से पता चला है कि लड़की अपने परिचित के दोस्त और साथियों द्वारा यौन उत्पीड़न किया गया था, जब वह अलग-अलग दिनों में उनसे मिलने गई थी। मामला थाना कैंट का है और एसपी सिटी अयोध्या मधुवन सिंह के अनुसार यह दो सप्ताह से चल रहा है। पीड़िता द्वारा 2 सितंबर को थाना कैंट में दर्ज कराए गए मामले के अनुसार, जब पीड़िता कई दिनों में अपने पूर्व परिचित से मिलने गई, तो उसके दोस्त और उसके साथियों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। पूछताछ में अब तक पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। अन्य की अभी भी तलाश की जा रही है।
थाना कैन्ट क्षेत्र में दो सप्ताह पुराने दुष्कर्म की घटना में पंजीकृत अभियोग में #ayodhyapolice द्वारा का जा रही कार्यवाही के सम्बन्ध में #SSP_अयोध्या की बाईट। #UPPolice pic.twitter.com/jiMzQT80uX
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) September 14, 2024
2 सितंबर को दर्ज हुआ था मामला
लड़की ने आरोप लगाया है कि उसके दोस्त और उसके दोस्तों ने उसके साथ कई बार गैंगरेप किया, वीडियो बनाया और ब्लैकमेल कर कई दिनों तक अलग-अलग जगहों पर उसके साथ दुष्कर्म किया। इस मामले में 2 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई गई, लेकिन पुलिस ने उसे और उसके परिवार को मीडिया से दूर रहने की धमकी दी।
पीड़िता ने बताई आपबीती
पीड़िता ने अपने साथ हुई दरिंदगी के बारे बताया, “मैं श्री राम जन्मभूमि पर काम करती हूँ। इस घटना के कारण मेरी नौकरी चली गई है। यह घटना अंगूरी बाग गोकुल गेस्ट हाउस में हुई। यहाँ एक लड़का मेरा दोस्त था। इसी साल वह मेरे साथ रिलेशनशिप में भी आया। उसने चार लड़कों को बुलाया और मेरे साथ जबरदस्ती की। मैंने वहाँ से भागने की भी कोशिश की, लेकिन सिर में चोट लगने के कारण मैं बेहोश हो गई। उसके बाद उन लोगों ने मेरे साथ गलत काम किया। शाम को जब मुझे होश आया तो मुझे गेस्ट हाउस से निकालकर गैराज में ले जाया गया। वहाँ भी मेरे साथ दुष्कर्म किया गया। उन लोगों ने वीडियो बना लिया था। वे मुझे ब्लैकमेल कर रहे थे और बार-बार अपने पास बुला रहे थे। डर के कारण मैंने न तो पुलिस को बताया और न ही घर पर किसी को बताया।”
पीड़ित ने आगे कहा, 22 तारीख को वे फिर जन्मभूमि आए और 22 तारीख से मुझे अपने पास रखा और 24 की रात को छोड़ दिया। जब ये लोग मुझे राम मंदिर छोड़ने जा रहे थे, तो दुर्घटना हो गई, जिसमें मुझे चोट भी लगी।
पुलिस ने पीड़िता से लिखवाई गलत रिपोर्ट
पीड़ित ने आगे बताया, ‘मैं 28 तारीख को महिला थाने में रिपोर्ट लिखवाने जा रही थी। तब भी इन लोगों ने मुझे फोन कर धमकी दी की अगर पुलिस को कुछ बताया तो जो तुम्हारे साथ हुआ वो तुम्हारी बहनों के साथ भी होगा, तुम्हारे घरवालों के लिए भी अच्छा नहीं होगा। इसके बाद मैं डर के कारण वापस लौट आई। इसके बाद 31 तारीख को जब मैं दोबारा शिकायत लेकर महिला थाने गई तो उन्होंने कहा कि ये पूरी घटना झूठ है। मैंने जो रिपोर्ट लिखी है वो सही नहीं है। उन्होंने मुझे गलत बताया और कहा कि वो लड़के ऐसा नहीं कर सकते।’
मामला रफा-दफा करने के लिए पैसे हुए ऑफर
लड़की ने बताया कि उसने 2 सितंबर की सुबह तक इंतजार किया और फिर एसएसपी से संपर्क किया। इसके बाद 2 सितंबर की रात 9 बजे उसका केस दर्ज हुआ और रात 11 बजे मेरा मेडिकल हुआ। मुझे 36 घंटे तक थाने में बैठाए रखने के बाद भी एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई। लड़की का यह भी आरोप है कि उसे और उसके परिवार को बदनाम करने की धमकी देकर केस दर्ज न करने को कहा गया। परिवार को पैसे लेकर मामला निपटाने की ‘धमकी’ दी गई।
अयोध्या रेप केस में विपक्ष ने बीजेपी को घेरा
इस बीच अब दिल्ली के पूर्व सांसद और कांग्रेस के दलित नेता उदित राज ने अयोध्या में एक लड़की के साथ गैंगरेप की घटना पर सवाल उठाते हुए एक विवादित सवाल पूछा, जिससे वो खुद घिर गए। उदित राज ने दावा किया कि लड़की राम मंदिर में काम करती है और सफाई कर्मचारी है। उन्होंने कहा कि क्या अब राम मंदिर पर बुलडोजर चलेगा।
अयोध्या में राम मंदिर में सफाईकर्मी के रूप में काम करने वाली युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया । क्या राम मंदिर पर भी बुलडोज़र चलेगा ?
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) September 16, 2024
यूपी पुलिस का जवाब
इसके जवाब में यूपी पुलिस ने भी ट्विटर पर पोस्ट किया और कहा कि इस घटना को गलत तरीके से पोस्ट किया गया है। यूपी पुलिस ने कहा कि वे इस झूठी खबर का खंडन करते हैं।
बता दें, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह घटना राम मंदिर से 20 किलोमीटर दूर हुई है और इसे महिला के परिचितों ने ही अंजाम दिया है। यूजर्स ने कहा कि यह समझ से परे है कि इस घटना को राम मंदिर से क्यों जोड़ा जा रहा है।