Zero Shadow Day 2023 – भारत के एक हिस्से में एक घटना होने घटने वाली है लेकिन इस घटना में कोई भी नुकसान नहीं होगा बल्कि लोगों की परछाई गायब हो जाएगी. दरअसल, भारत के कुछ हिस्सों में होने वाली इस घटना के तहत दोपहर के समय सूरज कुछ मिनटों के लिए किसी भी चीज का शैडो नहीं बनाएगा यानि कि किसी भी चीज की परछाई नहीं बनेगी और ये घटना भारत के कई हिस्सों में होने वाली है.
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साल में दो बार होती है ये घटना
जानकारी के अनुसार, एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी ऑफ इंडिया (ASI) की गणना के अनुसार, दोपहर के कुछ मिनटों में सूरज किसी भी चीज का शैडो नहीं बनाएगा. ये घटना उष्णकटिबंधीय इलाकों में सालाना दो बार घटती है और इस दौरान सूर्य सिर के ठीक ऊपर अपने उच्चतम बिंदु पर होगा. जिसकी वजह से लोगों से उनकी परछाई छिन जाती है.
जानिए कब होती है ये घटना
ये घटना कर्क और मकर रेखा के बीच आने वाले इलाकों में होती है. इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए, सूर्य का झुकाव उत्तरायण और दक्षिणायन दोनों के दौरान उनके अक्षांश के बराबर होगा. जिसकी वजह से किसी भी चीज की शैडो नहीं बनेगी. घटना केवल एकाध सेकंड या इससे भी कम होती है लेकिन इसका असर डेढ़ मिनट तक रह सकता है.
जानिए क्यों होता है ऐसा – Zero Shadow Day 2023
धरती का घूर्णन अक्ष सूर्य की तरफ लगभग 23.5 डिग्री पर झुका हुआ है. इससे मौसम बनते-बदलते हैं. मतलब सूरज, दिन के अपने उच्चतम पॉइंट पर, भूमध्य रेखा के 23.5 डिग्री दक्षिण से भूमध्य रेखा (उत्तरायण) के 23.5 डिग्री उत्तर की ओर जाएगा, और एक साल में फिर से (दक्षिणायन) लौट आएगा. इसी घूर्णन के चलते, एक जीरो शैडो डे तब आता है, जब सूर्य उत्तर की तरफ बढ़े, और दूसरा तब आता है, जब सूर्य दक्षिण की तरफ जाए. यही वजह है कि साल में दो बार जीरो शैडो डे पड़ता है. वहीं ये घटना सोमवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में भी हो चुकी है. यहाँ पर जीरो शैडो डे देखा जा चुका और बेंगलुरु में भी ये घटना होगी लेकिन इस समय इस बात की जानकारी नहीं मिली है.