कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो आपके दिल के बेहद करीब होते हैं। आप चाहकर भी इस रिश्ते से दूर नहीं रह सकते। ये रिश्ता है एक बच्चे का अपने माता-पिता के साथ। इसी रिश्ते की एक मिसाल अब जापानी लड़के में देखने को मिली है, जिसने 19 साल बाद पंजाब में अपने पिता को ढूंढ लिया है। पिता-पुत्र का ये मिलन बेहद भावुक करने वाला था। इसके पीछे कई भावनाएं और सालों की तड़प छिपी थी। पंजाब के अमृतसर जिले के सुखपाल सिंह 20 साल पहले अपने बेटे को उसकी मां के पास जापान में छोड़ आए थे। कॉलेज में एक असाइनमेंट की वजह से 21 साल के रिन ताकाहाटा को अमृतसर में अपने पिता मिल गए। रिन ताकाहाटा ओसाका यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट्स के छात्र हैं। लेकिन एक असाइनमेंट ने उन्हें इतना प्रेरित किया कि वो बिना कुछ सोचे-समझे अपने पिता की तलाश में निकल पड़े। आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला।
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पिता की तलाश में गली-गली घूमा
रिन तकाहाता 19 अगस्त को अमृतसर पहुंचे थे। वह अपने पिता की 19 साल पुरानी फोटो लेकर फतेहगढ़ चुंडी रोड की गलियों में घूम रहे थे। तभी एक दुकानदार ने फोटो देखकर सुखपाल सिंह को पहचान लिया और रिन को उनके घर का पता बताया। रिन ताकाहाटा ने बताया कि वह ओसाका यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट्स में पढ़ाई कर रहे हैं। कॉलेज ने उन्हें फैमिली ट्री बनाने का काम सौंपा था। उन्होंने आगे कहा, मैं अपनी मां के परिवार के बारे में जानता था, लेकिन मुझे अपने पिता के बारे में उनके नाम ‘सुखपाल सिंह’ के अलावा कुछ नहीं पता था। इससे प्रेरित होकर मैंने उन्हें खोजने और उनसे मिलने का फैसला किया। पिता से मिलने के बाद ऋण काफी खुश दिखे।
सुखपाल ने अपने बेटे से मिलने के बारे में बताया, “मैं रक्षाबंधन के लिए अपने ससुराल गया था। तभी मेरे भाई का फोन आया कि मेरा बेटा जापान से आ गया है। मैं चौंक गया और अपने भाई से उसका ख्याल रखने को कहकर तुरंत वापस आ गया। उन्होंने कहा कि जब हम आखिरकार एक-दूसरे से गले मिले, तो उस समय की भावनाओं और अहसासों को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।”
थाईलैंड में सुखपाल को हुआ था साची से प्यार
खबरों की मानें तो थाईलैंड में सुखपाल को अपनी पहली पत्नी साची ताकाहाता से प्यार हो गया। 2002 में, उन्होंने जापान में शादी कर ली और चिबा केन चले गए, जो टोक्यो के करीब है। सुखपाल के अनुसार, ‘रिन का जन्म 2003 में हुआ था। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था, और हमारी शादी में मुश्किलें आने लगीं। 2004 में, मैं भारत वापस आ गया। जिस साल साची भारत आई, उसी साल हम दोनों जापान वापस चले गए। हालाँकि, हमारे सभी प्रयासों के बावजूद गलतफहमी जारी रही। मैं अंततः अपने दम पर बाहर निकल गया और 2007 में भारत वापस आ गया। अवलीन पन्नू मेरी बेटी है जो मेरी शादी से हुई थी और गुरविंदरजीत कौर से हुई थी, जो बाद में मेरी शादी हुई।’