पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार को पटियाला की सेंट्रल जेल से रिहा किये जा सकते हैं.और ये जानकारी सिद्धू के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा की गई है. इसमें कहा गया है कि जेल अधिकारियों ने रिहाई की सूचना दी है. 59 साल के कांग्रेस नेता और पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिद्धू साल 1988 में हुए रोड रेज मामले में 1 साल की सजा काट रहे हैं. पिछले साल 20 मई को सुप्रीम कोर्ट के एक साल सश्रम कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद सिद्धू ने पटियाला की एक अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.
गौरतलब सिद्धू को सजा तो एक साल की हुई थी लेकिन उन्हें सजा पूरी होने से 48 दिन पहले ही रिहा किया जा रहा है . सूत्रों की माने तो सिद्धू ने न तो पैरोल ली और न ही छुट्टी. इसलिए उन्हें समय से पहले रिहा किया जा रहा है. पंजाब के मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा ने शुक्रवार को कहा कि जिन कैदियों की सजा पूरी हो चुकी है, उनकी रिहाई को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. सिद्धू को पहले 26 जनवरी को रिहा करने की बात सामने आई थी लेकिन बाद में पंजाब सरकार ने सिद्धू को किसी भी तरह की छूट देने से इन्कार कर दिया था. इस वजह से उनकी रिहाई टल गई थी. सिद्धू के वकील एचपीएस वर्मा ने बताया कि वह शनिवार को 11-12 बजे के बीच जेल से बाहर आएंगे और सीधे घर जाएंगे. घर पर ही मीडिया से बात करेंगे.
रिहाई से पहले इमोशनल हुई पत्नी
रिहाई के एक दिन पहले यानि 31 मार्च को सिद्धू की पत्नी डॉ नवजोत कौर ने एक इमोशनल ट्वीट लिखा जिसमे उन्होंने लिखा, प्रतिज्ञान सत्य हैं: स्वस्थ मन द्वारा या आपकी इंद्रियों से बाहर. पंजाब के लिए नवजोत के प्यार ने उन्हें किसी भी लगाव के दायरे से बाहर कर दिया था. गुस्से में आकर मैंने उसे सबक सिखाने के लिए मौत मांगी. भगवान की कृपा इन्तेजार कर रही थी. लेकिन एक सवार के साथ. आपको जानकरी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले ही डॉ नवजोत कौर ने अपने ब्रैस्ट कैंसर की जानकारी थीजिसके बाद उन्हें डेराबस्सी के एक परिवाते हॉस्पिटल में करवाकर उनकी सर्जरी हुई थी.
Affirmations are true: made by a sound mind or out of your senses. Navjot’s love for Punjab had driven him beyond the realm of any attachment. In a fit of anger,to teach him a lesson I asked for death. God’s grace was waiting but with a rider. 1/2.
— DR NAVJOT SIDHU (@DrDrnavjotsidhu) March 31, 2023
शुरू है स्वागत की तैयारियां
सिद्धू परिवार के करीबी और कांग्रेस नेता नरिंदर पाल लाली ने बताया कि आज हम सिद्धू के स्वागत के लिए तैयारियां जोर-शोर से कर रहे हैं. लड्डुओं का आर्डर दिया जा चुका है. और शहर में जगह-जगह स्वागत में बैनर व फ्लैक्स लगाए जाएंगे. जगह-जगह गेट लगाकर उनका स्वागत किया जाएगा. पूरी-छोले, कड़ाह, दूध का लंगर लगाया जाएगा. लड्डू बांटे जाएंगे.
रिहाई से पहले इन लोगों ने की मुलाकात
जेल में बंद नवजोत सिद्धू से शुक्रवार को पंजाब कांग्रेस के चार पूर्व प्रधानों ने करीब पौने घंटे तक मुलाकात की. इनमें लाल सिंह, मोहिंदर सिंह केपी, शमशेर सिंह दूलों व प्रताप सिंह बाजवा शामिल रहे. बाजवा वर्तमान में विरोधी दल के नेता भी हैं. सिद्धू के करीबी लाली ने बताया कि सुबह करीब सवा 10 बजे चारों पूर्व प्रधान जेल में सिद्धू से मिलने पहुंचे और यह मुलाकात करीब 11 बजे तक चली.
सिद्धू के काफिले का प्रस्तावित रूट
सिद्धू के वकील एचपीएस वर्मा के मुताबिक सिद्धू काफिले के साथ जेल रोड से गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब के सामने से होते हुए 21 नंबर पुल, वहां से लीला भवन और फिर फव्वारा चौक से यादविंदरा कालोनी स्थित अपनी कोठी में जाएंगे. इस दौरान वह गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब व काली माता मंदिर में माथा टेकने के लिए नहीं रुकेंगे.
ये था पूरा मामला
- 27 दिसंबर, 1988 को सिद्धू ने कथित तौर पर सड़क पर एक झगड़े के दौरान पटियाला निवासी गुरनाम सिंह के सिर पर वार किया, जिससे उनकी मौत हो गई.
- 22 सितंबर, 1999 को पटियाला के सत्र न्यायालय के न्यायाधीश ने सिद्धू और उनके सहयोगी को मामले में साक्ष्य की कमी और संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया था.
- 2006 में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने सिद्धू को दोषी ठहराया और तीन साल कारावास की सजा सुनाई. इसके बाद सिद्धू ने इस आदेश को शीर्ष अदालत में चुनौती दी.
- 19 मई, 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल तीन दशक पुराने रोड रेज मामले में सिद्धू को एक साल कैद की सजा सुनाई थी.