आजाद समाज पार्टी के प्रमुख और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद हाल ही में बतौर सांसद पहली बार संसद पहुंचे और संसद में अपने मुद्दों को मजबूती से रखते नजर आए। इस दौरान उन्होंने ऐसी मांग की जिसे जानकर हर कोई हैरान रह गया। दरअसल, चंद्रशेखर आजाद ने सरकार से गुज्जर रेजिमेंट बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस समुदाय ने देश की आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान दिया है और आज भी ये देश की रक्षा कर रहे हैं। इसलिए इन जातियों को भी देश की सेवा करने का मौका दिया जाना चाहिए। इससे पहले चंद्रशेखर ने चमार रेजिमेंट और अहीर रेजिमेंट की मांग भी उठाई थी।
संसद में क्या बोले चंद्रशेखर?
चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा, ‘हम इस मुद्दे को इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि देश के लिए शहीद हुए लोगों के संघर्ष को देखें तो सैकड़ों क्रांतिकारियों ने अपनी जान दी है। 1857 की क्रांति की शुरुआत मेरठ में कोतवाल धन सिंह गुर्जर के नेतृत्व में हुई थी, जिसके लिए उन्होंने बलिदान दिया था। इसी तरह मुजफ्फरनगर के कलाम में 140 गुर्जर क्रांतिकारियों को फांसी दी गई थी।’
गुर्जर रेजिमेंट बनाने की मांग
नगीना सांसद ने कहा कि आज भी जब आप सीमा पार देखेंगे तो गुज्जर और बकरवाल देश की सेवा में पूरी शिद्दत से जुटे हुए हैं। कई बार वे अपनी जान गंवा देते हैं, लेकिन हार नहीं मानते। इसलिए मैंने सरकार से सेना में गुज्जर रेजिमेंट बनाने और इस जाति को देश की सेवा करने का मौका देने की मांग की है। मुझे पूरा भरोसा है कि अगर प्रशासन इतिहास को देखेगा तो इस मांग को जरूर मानेगा।
अग्निवीर योजना पर बोले चंद्रशेखर
गुज्जर रेजिमेंट के अलावा चंद्रशेखर आजाद ने अग्निवीर योजना पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि इससे देश के युवाओं का मनोबल भी गिरा है। इसलिए अगर अलग-अलग जातियों के लोगों को भी देश की सेवा करने का मौका मिले तो हमारे देश के युवा सेना की वर्दी पहनकर देश की रक्षा करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। इसलिए मैंने इन रेजिमेंटों की बहाली की मांग की है।
4 साल पहले भी की गई थी मांग
अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं हरदा के पूर्व विधायक डॉ. रामकिशोर दोगने ने भी चार वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारतीय सेना में गुर्जर रेजिमेंट बनाने के लिए पत्र भेजा था। इस पत्र में डॉ. दोगने ने लिखा, ‘भारत में लगभग 10 प्रतिशत गुर्जर समाज निवास करता है, जो कि दिल्ली, यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों में है। गुर्जर समाज एक मार्शल कौ है। देश में कम संख्या वाले समुदायों के नाम पर सेना में रेजिमेंट बनाई गई हैं, लेकिन अभी तक गुर्जर समाज के नाम पर रेजिमेंट नहीं बनाई गई है। डॉ. दोगने ने गुर्जर महासभा से यह भी अनुरोध किया कि सभी पदाधिकारी देश में भारतीय सेना में गुर्जर रेजिमेंट बनाने की पहल को आगे बढ़ाएं, ताकि यह संभव हो सके।’
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