अयोध्या में 22 जनवरी, 2024 को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने वाला है. इस समारोह में पीएम मोदी समेत देश के कई दिग्गज लोग और नेता शामिल होंगे. इस समारोह में कई सारे संत और साधु भी आएंगे. जिन्हें राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा निमंत्रण भेजा गया है और ये सभी लोग इस समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे. इनमें से कई दिग्गज नेता ऐसे हैं जिन्हें इस समारोह का निमंत्रण मिला लेकिन इन्होने राम मंदिर का निमंत्रण ठुकरा दिया.
ट्रस्ट ने मुख्यमंत्रियों और बड़े नेताओं को भेजा था निमंत्रण
दरअसल, जो दिग्गज लोग इस ऐतिहासिक कार्यक्रम शामिल नहीं होंगे उन्हें ट्रस्ट द्वारा निमंत्रण भेजा गया था. रिपोर्ट के अनुसार, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से भारत राज्य के सभी मुख्यमंत्रियों और बड़े नेताओं को निमंत्रण भेजा गया था लेकिन इनमे से जो मुख्यमंत्री और नेता इंडिया गठबंधन का हिस्सा है वो नेता इस समारोह में नहीं आएंगे और इन लोगों ने अयोध्या के राम मंदिर समारोह पोलिटिकल ड्रामा बताया है.
इन दिग्गज नेताओं ने ठुकरा दिया प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण
जिन नेताओं को इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण मिला है उनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हैं . मनमोहन सिंह स्वास्थ्य कारणों की वजह से इस समारोह में शामिल नहीं होंगे. तो ह्वियन मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की ऐलान किया है.
इसी के साथ सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआईएम नेता वृंदा करात शामिल हैं. सीपीएम ने सरकार पर धर्म को राजनीति के साथ मिलाने का आरोप लगाया है. इसके साथ तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी. इसी क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भी हैं.
इन नेताओं ने किया समरोह में जाने से इनकार
बीएसपी सुप्रीमो मायावती, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को 22 जनवरी का न्योता दिया गया था. लेकिन अखिलेश ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने से इनकार कर दिया. वहीँ आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि उन्हें 22 जनवरी के कार्यक्रम को लेकर न्योते की एक चिट्ठी मिली है. लेकिन उन्हें अभी तक फाइनल निमंत्रण नहीं मिला है. वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को अयोध्या का न्योता नहीं मिला था.
आपको बता दें, अयोध्या में प्रधानमंत्री मोदी इस नए राम मंदिर का शुभारंभ करेंगे साथ ही उनके ही हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी की जाएगी. वहीँ इस प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में जहाँ ट्रस्ट ने 3,000 वीवीआईपी समेत 7,000 लोगों को निमंत्रण भेजा है तो साथ हिया कई साधु-संत है जिन्हें इस कार्यक्रम का निमंत्रण मिला है.