गोरखपुर जिले के कैंट थाना क्षेत्र के छात्र संघ चौराहे के पास डॉ. अनुज सरकार (Gorakhpur Gastroenterologist Dr Anuj) की गैस्ट्रोलॉजी क्लीनिक पर मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। यहां एक निलंबित सिपाही ने अस्पताल संचालक डॉ. अनुज सरकारी पर हथौड़े से हमला कर दिया। जिससे डॉ. अनुज सरकारी गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका सिर फट गया। वारदात को अंजाम देने के बाद दरोगा मौके से फरार हो गया। हालांकि पुलिस ने आरोपी पंकज कुमार (Gorakhpur suspended Constable Pankaj Kumar) निवासी मंझरिया गंगा, खलीलाबाद, संत कबीर नगर को शनिवार को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। सिपाही की पत्नी ने एसएसपी से मिलकर पति को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। वहीं, सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक सिपाही के प्रति लोगों की हमदर्दी साफ दिखाई दे रही है।
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पत्नी के इलाज को लेकर हुआ था विवाद- Gorakhpur Gastroenterologist Dr Anuj Controversy
घटना शुक्रवार दोपहर कैंट इलाके के स्टूडेंट यूनियन स्क्वायर स्थित गैस्ट्रो लिवर अस्पताल (Gastro and Liver clinic) की है। सिपाही एक दिन पहले अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए डॉ. अनुज सरकार के पास गया था। इस दौरान किसी बात को लेकर उसका डॉक्टर से झगड़ा हो गया। बताया जाता है कि इस दौरान डॉक्टर के स्टाफ ने सिपाही की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस से भी बात की गई, लेकिन वे पहले ही स्थिति को संभाल चुके थे। इससे सिपाही भड़क गया और दूसरे दिन शुक्रवार को हथौड़ा लेकर डॉक्टर के अस्पताल पहुंचा और उस पर हमला कर दिया।
सूचना मिलते ही एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर खुद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। एसएसपी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके निर्देश भी दिए।
गैरहाजिर रहने के कारण निलंबित था सिपाही
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी सिपाही पंकज चौधरी संत कबीर नगर जिले के मंझरिया गंगा गांव का रहने वाला है। वह फिलहाल बलिया पुलिस लाइन में तैनात था, लेकिन एक साल से गैरहाजिर रहने के कारण उसे निलंबित कर दिया गया था। वहीं, बताया जा रहा है कि सिपाही पंकज चौधरी की पत्नी काफी समय से बीमार चल रही है। पत्नी के इलाज के चलते वह गैरहाजिर था।
यह गोरखपुर के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर अनुज है
एक मरीज ने उनकी खोपड़ी खोल दिया
दरअसल संत कबीर नगर से एक व्यक्ति जो पुलिस विभाग से सस्पेंड था वह अपनी पत्नी के पेट के इलाज के लिए उनके पास आया
और वह व्यक्ति अपनी पत्नी के बीमारी के लिए इतनी छुट्टियां लेता था और कई बार ड्यूटी… pic.twitter.com/WfCk9otsYh
— 🇮🇳Jitendra pratap singh🇮🇳 (@jpsin1) October 8, 2024
ये है पूरा मामला
खबरों की मानें तो, पंकज गुरुवार को अपनी पत्नी अदिति का चेकअप कराने गैस्ट्रो लिवर अस्पताल गया था। यहां अल्ट्रासाउंड कराने को लेकर उसका डॉ. अनुज से विवाद हो गया। दरअसल पंकज ने अल्ट्रासाउंड की फीस को लेकर डॉक्टर से सवाल किया कि खलीलाबाद में इसकी फीस 800 रुपये है, लेकिन यहां 1100 रुपये क्यों लिए जा रहे हैं। इस पर डॉक्टर भड़क गए और दोनों के बीच हाथापाई हो गई। बहस बढ़ने पर डॉक्टर को कुर्सी से धक्का दे दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल के कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों ने सिपाही पर हमला कर दिया। इस दौरान पंकज के सिर में भी चोट आई है।
पंकज की पत्नी संग भी हुआ दुर्व्यवहार
इसी बीच पंकज की पत्नी अदिति डॉक्टर और अस्पताल के कर्मचारियों के आगे हाथ जोड़कर और पैरों में गिरकर विनती करती रही कि उसके पति को छोड़ दिया जाए। उसका चार साल का बेटा शिवम अपने पिता को पिटता देख रोने लगा, लेकिन फिर भी डॉक्टर और उसके स्टाफ का गुस्सा शांत नहीं हुआ। वे उसके पति को पीटते रहे। अदिति ने आरोप लगाया कि पति को बचाने के दौरान स्टाफ ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया।
अगले दिन कांस्टेबल पंकज हथौड़ा लेकर पहुंचा
पंकज को अपने बेटे और पत्नी के सामने पिटाई से बहुत अपमान महसूस हुआ। वह इतना आहत हुआ कि उसने डॉक्टर से बदला लेने की सोची। इसके बाद शुक्रवार को पंकज ने फिर हिंसा का रास्ता अपनाया। सुबह 11 बजे पंकज छात्र संघ चौराहे पर बस से उतरा। उसके हाथ में एक थैला था, जिसमें उसने हथौड़ा छिपा रखा था। घटना से गुस्साया सिपाही शुक्रवार को एक बार फिर अस्पताल पहुंचा और चैंबर में घुसकर डॉ. अनुज सरकारी के सिर पर हथौड़े से हमला कर दिया।
सिपाही के खिलाफ केस दर्ज
इस अप्रत्याशित हमले में डॉक्टर अनुज गंभीर रूप से घायल हो गए। पंकज को तुरंत पीआरवी सिपाहियों ने काबू में किया और फिर हथौड़ा पकड़ लिया। डॉक्टर खतरे से बाहर है। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर और कैंट थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने इलाके का मुआयना किया और डॉ. अनुज सरकार के परिजनों से बात की। उनके बड़े भाई द्वारा संचालित दाउदपुर अस्पताल में डॉ. अनुज का इलाज चल रहा है। पंकज चौधरी को पुलिस ने हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक डॉ. अनुज सरकार की तहरीर पर आरोपी सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
सोशल मीडिया पर भी घटना की चर्चा
शनिवार को सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर चर्चा हो रही है। ज्यादातर लोगों ने कांस्टेबल के पक्ष में और डॉक्टर के खिलाफ प्रतिक्रिया दी। कुछ लोगों ने तो यहां तक लिखा कि गोरखपुर के बेलगाम डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं कई लोगों ने कहा कि डॉक्टर का व्यवहार ठीक नहीं है, इसी वजह से यह घटना हुई।