उत्तर प्रदेश में आने वाले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। आरोप-प्रत्यारोप के दौर भी शुरु हो चुके हैं। राज्य की कई प्रमुख विपक्षी पार्टियां यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में अकेले चुनाव लड़ने को ऐलान कर चुकी है। मायावती की बीएसपी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस यूपी में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
वहीं, राज्य की प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी छोटे दलों को साथ लेकर आगे बढ़ेगी। सपा की ओर से लगातार आगामी चुनाव में जीत हासिल कर सरकार बनाने का दावा किया जा रहा है। इसी बीच यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया है कि विधानसभा चुनाव में सपा 400 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
अखिलेश ने बीजेपी पर बोला हमला
आज गुरुवार (5 अगस्त) को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में छोटे लोहिया के नाम से मशहूर जनेश्वर मिश्र की जयंति पर मीडिया को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘अभी तक हम 350 सीटें जीतने का दावा कर रहे थे। आज जनता की नाराजगी इतनी है कि हम 400 सीटें जीत सकते हैं। बीजेपी से जनता बहुत नाराज है, इन्हें उम्मीदवार नही मिलेंगे। इस सरकार में दलित, मुस्लिम और ब्राह्मणों को सताया गया है।‘
लाशों से कफन उतारने के मामले में नंबर वन है बीजेपी
अखिलेश यादव ने कहा, ‘बीजेपी सरकार विज्ञापनों में खुद को नंबर वन बता रही है। लेकिन कुपोषण के मामले में, गंगा किनारे लाशों के कफन उतारने में नंबर वन, लकड़ी ना देने में और ऑक्सीजन नहीं दे पाने में बेरोजगारी में नंबर वन है। उन्होंने कहा कि बीजेपी युवाओं को नौकरी की बजाय लाठी से पीटने में नंबर वन, 70 लाख नौकरी के वादे से पलटने में नंबर वन, अभ्यर्थियों को पीटने में नंबर वन, महिला असुरक्षा में नंबर वन, कफन उतारने में नंबर वन, न्यायिक हिरासत में मौत में नंबर वन है।
पोस्टर लगाकर नाकामी को छिपा रही बीजेपी
पूर्व सीएम ने पंचायत चुनाव के दौरान कोरोना के गाल में समाने वाले शिक्षकों की मौत को लेकर सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, पंचायत चुनावों के दौरान 1600 से अधिक शिक्षक और अन्य कर्मियों की मौत के आंकड़ों को महज 3 बता दिया गया। अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बड़े-बड़े पोस्टर लगवाकर अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, बीजेपी राज में पिछले साल में दलितों पर बहुत अत्याचार किए गए और अब बीजेपी इन्हें अपने पास लाने का ढोंग कर रही है।
2017 चुनाव में ऐसा रहा था रिकार्ड
बताते चले कि मार्च-अप्रैल 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियां अभी से ही अपनी पृष्ठभूमि तैयार करने में लग गई है। यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी ने सपा को हराकर प्रदेश में सरकार बनाई थी। उस चुनाव में 402 विधानसभा सीटों वाले यूपी में बीजेपी को 312 सीटों पर जीत मिली थी। सपा को 47, कांग्रेस 7, बीएसपी 19, आरएलडी 1 और अपना दल को 9 सीटों पर जीत मिली है। ऐसे में यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी को टक्कर देना अन्य पार्टियों के लिए काफी मुश्किल होता दिख रहा है।