अगला आने वाला साल 2022 भी चुनावी साल होने वाला है। जहां इस साल बंगाल समेत दूसरे राज्यों में होने वाले चुनावों को लेकर सियासी पारा चढ़ा रहा, तो वहीं अगले साल यूपी, उत्तराखंड, पंजाब समेत कई राज्यों में चुनाव होंगे। जिसके चलते राजनीतिक हलचल अभी से तेज होना शुरू हो गईं। 2022 की शुरुआत में कई राज्यों में चुनाव होंगे, लेकिन सबसे ज्यादा निगाहें यूपी में होने वाले चुनावों पर टिकी होगीं।
सड़कों पर उतरीं सपा
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनावों को लेकर सियासत अभी से गरमाने लगी हैं। वहीं योगी सरकार को इन चुनावों में टक्कर देने के लिए समाजवादी पार्टी भी एक्टिव हो गई हैं। गुरुवार को उत्तर प्रदेश में सरकार के खिलाफ समाजवादी पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं में जोरदार प्रदर्शन किया।
इन मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा
सपा कार्यकर्ताओं ने हर जिले में जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन किया। पूरे यूपी में ये प्रदर्शन समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर किया गया। प्रदर्शन यूपी में हुए जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हुई धांधली, महंगाई, रोजगार देने और किसानों समेत कई मुद्दों को लेकर किया गया।
सपा का आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनावों में यूपी की योगी सरकार पर धाधंली के आरोप लगाए। उनका आरोप है कि चुनावों में बीजेपी ने प्रशासन का इस्तेमाल किया। इसके लिए गुरुवार को जिला मुख्यालयों पर जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस दौरान लखनऊ समेत कई जगहों पर सपाइयों की पुलिसकर्मियों के साथ झड़प भी हुई। इसके अलावा कई जगहों पर धक्का मुक्की हुई, तो कहीं पर नारेबाजी भी की गई।
न्यूज चैनलों पर उठ रहे सवाल!
हालांकि योगी सरकार के खिलाफ सपा के इस जोरदार प्रदर्शन को न्यूज चैनलों पर नहीं दिखाए जाने को लेकर भी कई लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। दरअसल, पूरे उत्तर प्रदेश में किए गए इस जबरदस्त हल्लाबोल में किसी बड़े न्यूज चैनल ने कवर नहीं किया। इस प्रदर्शन को लेकर किसी बड़े चैनल पर न्यूज नहीं दिखाई गईं। जिसके चलते सोशल मीडिया पर लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं कि जो मीडियाकर्मी और न्यूज चैनल के एंकर विपक्ष पर सवाल उठाते हैं। वो अब सरकार के खिलाफ विपक्ष के इस हल्लाबोल को इस तरह से नजरअंदाज क्यों कर रहे हैं?
कई जिले में उग्र हुआ प्रदर्शन
वैसे लखनऊ के अलावा बाराबंकी, अमेठी, लखीमपुर, गोंडा समेत कई जगहों पर सपाइयों का प्रदर्शन उग्र हो गया। बहराइच में पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं को नजरबंद भी किया। वहीं पुलिस ने कई जगहों पर बैरिकेडिंग की। सीतापुर में पुलिस की पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय से धक्का-मुक्की हो गई।
इस जोरदार प्रदर्शन के बाद हर जिले में प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे नेताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित 16 सूत्री मांगों वाले अपने ज्ञापन प्रशासन को भी सौंपा।
गुरुवार को पूरे उत्तर प्रदेश में जबरदस्त प्रदर्शन कर सपा ने ये मैसेज देने की कोशिश की कि विधानसभा चुनाव के मैदान में उतर आई है और विधानसभा चुनाव में सीएम योगी को चुनौती देने के लिए तैयार है। जैसे जैसे वक्त आगे बढ़ेगा और चुनाव नजदीक आएंगे, यूपी में चुनावों को लेकर सियासी पारा और ज्यादा बढ़ता हुआ दिखेगा। देखना होगा कि आगे आने वाले वक्त में यूपी चुनाव की ये सियासी जंग क्या मोड़ लेती है?