पंजाब (punjab) में एक करवाई हुई और ये करवाई खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Khalistani supporter Amritpal Singh) के खिलाफ हुई. दरअसल, 19 मार्च को पंजाब पुलिस ने ‘वारिस पंजाब दे’ (Waris Punjab De) के मुखिया अमृतपाल को पकड़ने की जाल बुना और खबर आई कि अमृतपाल सिंह पकड़ा गया है लेकिन कुछ देर बाद जानकारी मिली कि अमृतपाल सिंह फरार है और पूरे पंजाब में उनकी खोज की जा रही है. जहाँ भारत द्वारा ये करवाई खालिस्तानी समर्थक के खिलाफ की गयी है तो वहीं खालिस्तानी को लग रहा है कि ‘खालसा’ को सबसे ज्यादा खतरा पाकिस्तान से है भारत से नही.
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खालिस्तानको बताया एक साज़िश
खालिस्तानी के बड़े पैरोकार रहे और लंदन में एक अलगाववादी गुट चलाने वाले जसवंत सिंह ठेकेदार (Jaswant Singh Contractor) ने एक बयान दिया हैं और ये बयान उन्होंने पीएम मोदी (PM modi) की तारीफ करी तो वहीं उन्होने खालिस्तान (Khalistan) को एक साज़िश बताया जिसका फ़ायदा पाकिस्तान को होने वाला है. बीबीसी के एक इंटरव्यू में जसवंत सिंह ने कहा था कि सिख भारत में दोयम दर्जे के नागरिक हैं और उन्हें अलग देश मिलना चाहिए लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो भारत सरकार पंजाब के लोगों की छोटी-मोटी बातें मान ले तो सारी समस्या हल हो जाएगी.
पाकिस्तान कर रहा है भारत सरकार को परेशान
इसी साथ उन्होंने कहा कि खालिस्तानी तत्वों को पाकिस्तान (pakistan) के समर्थन के बारे में कहा कि वहां की सरकार को लगता है कि उसे भारत (india) के साथ लड़ने की जरूरत नहीं है. कुछ सिख उनके औजार के तौर पर काम कर रहे हैं. अगर पाकिस्तान भारत से सीधे लड़ाई करेगा तो उनके हजारों को लोग मारे जाएंगे. हजारों करोड़ रुपये खर्च होंगे. इससे अच्छा है कि छोटे-छोटे संगठनों और लोगों को पैसे और दूसरी मदद दी जाए जो भारत सरकार को परेशान कर सके.इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि खालसा का असली दुश्मन पाकिस्तान है हिन्दुस्तान नहीं. उसे डर है कि अगर सिखों का अलग देश बन गया तो उसके लिए ही मुसीबत खड़ी हो जाएगी. ‘
खालिस्तान के प्रमुख समर्थक थे जसवंत सिंह
आपको बता दें, जसवंत सिंह इंग्लैंड (England) में ख़ालिस्तान के प्रमुख समर्थक हुआ करते थेसाल 2013 में उन्हें भारत जाने का वीज़ा न मिलने की वजह से नाराज़ थे और इसके लिए पंजाब में सत्ता में रहे अकाली दल को दोषी मानते थे. तब से लेकर अब तक उनके विचारों में काफ़ी बदलाव देखा जा सकता है.
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