दूसरे देश में जाकर रहने वालों को अपने देश की याद तो खूब सताती होगी। जब सालों बाद अपने वतन वापस लौटकर आने का मौका मिले, तो वो खुशी ही अलग होती होगी। और वो भी खासकर तब, जब महज एक छोटी सी गलती के चलते किसी को सालों पाकिस्तान की जेल में रहना पड़े।
कई ऐसे भारतीय लोग होंगे, जो अपनी छोटी छोटी गलती की वजह के चलते सालों से पाकिस्तान की जेल में होंगे और अपने देश वापस लौटकर आने की राह देख रहे होंगे। ऐसा ही एक मामला हसीना बेगम का भी है। 18 सालों तक पाकिस्तान की जेल में रहने के बाद हसीना बेगम की कल यानी देश के 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर वतन वापसी हुईं।
पासपोर्ट खोया और फिर…
65 साल की हसीना बेगम अपनी एक छोटी सी गलती के चलते इतने सालों तक पाकिस्तान की जेल में रहीं और वो गलती थी उनका पासपोर्ट खो जाना। दरअसल, हसीना बेगम अपने पति के रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान गई थीं। इस दौरान उनका पासपोर्ट वहीं पर गुम गया। जिसके बाद उन्हें जेल में डाल दिया गया। अब बीते दिन मंगलवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में उनकी वापसी हुईं।
‘ऐसा लग रहा है स्वर्ग में हूं’
जब मंगलवार को हसीना बेगम औरंगाबाद पहुंची, तो इस दौरान परिजन समेत कई पुलिस अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। देश लौटकर आने के बाद हसीन बेगम बहुत खुश हैं। उन्होनें कहा कि पाकिस्तान की जेल में उनके दिन काफी मुश्किलों से भरे गुजरे, लेकिन अब वतन लौटकर आने के बाद उन्हें शांति का एहसास हो रहा है।
हसीना बेगम बोलीं कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि मैं स्वर्ग में हूं। उन्होनें बताया कि मुझे पाकिस्तानियों ने जबरदस्ती कैद किया था। वतन वापसी के लिए हसीना बेगम ने औरंगाबाद पुलिस का भी धन्यवाद किया।
कोर्ट से लगाई गुहार, 18 साल बाद लौटीं देश
बता दें कि हसीना बेगम महाराष्ट्र के औरंगाबाद की रहने वाली हैं। उनकी 18 साल पहले मुलाकात उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले दिलशाद अहमद से हुई थी। फिर दोनों की शादी हो गई। हसीना बेगम कुछ रिश्तेदारों से पाकिस्तान के लाहौर गई थीं और वो इस दौरान पासपोर्ट खोने की वजह से 18 सालों तक जेल में रहीं।
पाकिस्तान की जेल में बंद होने के बाद हसीना बेगम ने कोर्ट में गुहार लगाई कि वो निर्दोष हैं। जिसके बाद पाकिस्तान की अदालत ने इस मामले पर जानकारी मांगी। औरंगाबाद पुलिस ने पाकिस्तान को जानकारी देते हुए बताया कि उनके नाम पर औरंगाबाद में सिटी चौक पुलिस स्टेशन के तहत एक घर पंजीकृत है। जिसके बाद बीते हफ्ते ही उनको रिहा किया और भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया। बीते दिन यानी 26 जनवरी को हसीना बेगम अपने परिजनों से मिल पाईं।