पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए। ममता बनर्जी ने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद का शपथ ले लिया। बीते दिन सोमवार को कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ लिया। राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने टीएमसी के 43 नेताओं को शपथ दिलाई।
ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल ने कई पुराने मंत्रियों को जगह मिली और साथ ही पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी समेत कई नेताओं को पहली बार मंत्रिमंडल में जगह मिली। शपथ दिलाने के कुछ ही देर बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने चुनावी नतीजों के बाद पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा है कि वह प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
हिंसा के बाद उपजी स्थिति चिंताजनक
जगदीप धनखड़ ने कहा, चुनाव के बाद हिंसा से उपजी स्थिति चिंताजनक है। मैं राज्य के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करुंगा। उन्होंने कहा, राज्य प्रशासन ने प्रभावित इलाकों का दौरान करने से पहले जरुरी व्यवस्था करने के उनके आग्रह पर अब तक जवाब नहीं दिया है। राज्यपाल ने कहा, ‘अगर आपका वोट आपकी जान जाने या संपत्ति के नष्ट होने का कारण बनता है, अगर यह आगज़नी का कारण बनता है तो फिर लोकतंत्र के खत्म होने का संकेत मिलता है।‘
हिंसा में हुई थी 16 लोगों की मौत
बता दें, 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा चुनाव हुए। बीजेपी ने इस चुनाव को जीतने के लिए एड़ी-चोटी की जोर लगा दी। पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित तमाम केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेताओं ने लगातार चुनावी रैलियां और जनसभाएं की।
लेकिन उसके बावजूद पार्टी 100 सीट भी नहीं जीत पाई। 2 मई को घोषित हुए चुनावी नतीजों में टीएमसी को एक बार फिर बंपर जीत मिली, टीएमसी ने कुल 213 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, बीजेपी को 77 सीटों पर जीत मिली। चुनावी नतीजों के बाद बंगाल में जमकर हिंसा देखी गई।
कई टीएमसी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं की मौत की खबरें भी सामने आई। बंगाल के कई हिस्सों में संघर्ष की खबरें देखने को मिली। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में कहा था कि हिंसा में कम से कम 16 लोगों की मौत हुई। प्रदेश में हुई हिंसा को लेकर राजनीतिक पार्टियां आमने सामने है।