कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर की रफ्तार तेजी से बढ़ती ही चली जा रही है। कई राज्य के हालात बद से बदतर होते चले जा रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर से आम जनता के साथ साथ सरकारों की भी नींद उड़ाकर रख दी है। कोरोना की दूसरी लहर की वजह से पाबंदियां भी एक बार फिर से लौटने लगी हैं। कहीं पर नाइट कर्फ्यू का भी ऐलान किया गया, तो कहीं लॉकडाउन ही लगा दिया गया। पूरे महाराष्ट्र में 1 मई तक लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लागू हैं।
अगर हम आकड़ों की बात करें तो एक दिन में भारत में कुल 2.17 लाख नए केस सामने आए। इस बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच एक वैक्सीन ही ऐसा सहारा है, जो लोगों की जान बचाने की उम्मीद को जिंदा रखती है। जहां देश में बढ़ते संक्रमितों के बीच टीकाकरण अभियान चल रहा है तो वही इसकी शॉर्टेज की खबरें भी कई जगहों से लगातार सामने आ रही हैं। एक तरफ तो वैक्सीन की कमी देश में हो रही है, दूसरी तरफ कई राज्यों में वैक्सीन बर्बाद भी हो रही है।
कई राज्यों में हो रही वैक्सीन की वेस्टेज
बता दें अब तक कुल 13 करोड़ टीके केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों को दी गई है, जिसमें सबसे ज्यादा एक करोड़ 17 लाख टीके उत्तर प्रदेश को दी गई है, तो वहीं 29 लाख टीके महाराष्ट्र को दी गई। इस बीच कई राज्यों में वैक्सीन की बर्बादी स्वास्थ्य विभाग के खामियों को उजागर कर रही है।
तमिलनाडु सबसे आगे…
आंकड़ों के मुताबिक तमिलनाडु में सबसे ज्यादा वैक्सीन बर्बाद हो रही है। यहां 11 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी हो रही है। वहीं दूसरे स्थान पर हरियाणा है, यहां 10.5 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी हो रही है। तमिलनाडु और हरियाणा के अलावा भी कई राज्यों में वैक्सीन की बर्बादी देखी जा रही है। जिसमें मणिपुर में 8.4,पंजाब में 7.88,बिहार में 7.33,असम में 6.62,राजस्थान में 6.32 और उत्तर प्रदेश में 5.27 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी हो रही है। केंद्र सरकार वैक्सीन की बर्बादी से परेशान और राज्यों से ऐसा नहीं करने की अपील करती हुई नजर आ रही है।
इतने लोगों का हुआ टीकाकरण
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब तक 11.70 करोड़ से भी अधिक कोविड-19 की टीका लोगों को लगाया जा चुका है। टीकाकरण के बारे में बताते हुए मंत्रालय ने कहा की गुरुवार रात 8 बजे तक 67,400 संचालित केंद्रों पर 26,02,375 खुराक लोगों को दिया गया है। मंत्रालय के अस्थाई रिपोर्ट के मुताबिक देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के शुरुआत से लेकर अब तक कुल 11,70,96,037 खुराक लोगों को दी जा चुकी है।