कांग्रेस शासित पंजाब में इन दिनों सियासत चरम पर है। पंजाब कांग्रेस के भीतर चल रही आंतरिक कलह अब पूरी तरह से सार्वजनिक हो गई है। अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियां अभी से ही अपनी तैयारियों में लग गई है।
चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी पंजाब कांग्रेस में चल रहे आंतरिक कलह को निपटाने की कोशिशों में लगी है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इसके लिए एक तीन सदस्यीय कमिटी बनाई है। पिछले दिनों राज्य के तमाम विधायक और सीएम अमरिंदर सिंह भी कमिटी के सामने पेश हुए थे।
लेकिन अभी भी प्रदेश की सियासत में हालात ज्यों के त्यों बने हुए हैं। इसी बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इशारों-इशारों में अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा किया है।
‘सिद्धू कोई शो-पीस नहीं…’
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि वह शो-पीस नहीं हैं, जिसका इस्तेमाल चुनावी जीतने के लिए किया जाए और फिर राज्य के हितों से ऊपर अपने हितों को रखा जाए। द इंडियन एक्सप्रेस के इंटरव्यू में कांग्रेस नेता ने कहा, अगर राज्य के विकास के लिए उनके एजेंडे का पालन किया जाता तो वह PPCC अध्यक्ष, और मुख्यमंत्री के पीछे भी चलते। वह कोई बड़ा पद नहीं चाहते।
उन्होंने कहा, ‘मैं कोई शो-पीस नहीं हूं, जिसे आप चुनाव के समय निकालेंगे, चुनाव जीतेंगे और वापस अलमारी में रख देंगे, ताकि मैं यह देख सकूं, कि आप कैसे खनन करते हैं, कैसे यह करते हैं, कैसे वह करते हैं? अपने स्वार्थ के लिए राज्य की परवाह नहीं की जा रही। यह मेरे लिए असहनीय है।’
‘दो शक्तिशाली परिवारों द्वारा नियंत्रित किया जाता है सिस्टम’
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, ‘यह सिस्टम दो शक्तिशाली परिवारों द्वारा नियंत्रित किया जाता है। वे ही इस व्यवस्था को नियंत्रित करते हैं। उन्होंने विधायिका को बदनाम किया है। विधायिका हमेशा लोगों के प्रति जवाबदेह होती है। जनता ने मंत्रियों और विधायकों को चुना, उन्होंने उन्हें वोट दिया, उन्होंने एक अधिकारी को वोट नहीं दिया। लेकिन जब आप व्यवस्था को एक अधिकारी के प्रति जवाबदेह बनाते हैं तो इसका मतलब है आपने विधायिका को छोटा कर दिया है, आखिर क्यों? क्या नियंत्रण करने के लिए।‘
उन्होंने कहा कि दिल्ली आलाकमान की ओर से पदों की पेशकश की जा रही है। साथ ही स्पष्ट भी किया कि आने वाले कुछ दिनों में पार्टी आलाकमान के साथ उनकी कोई बैठक निर्धारित नहीं है।
…एक बार स्टैंड लेने के बाद पीछे नहीं हटता
नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा, ‘मेरे पास बहुत सारे ऑफर आए हैं, लेकिन मैंने सभी को अस्वीकार कर दिया है। क्योंकि यह मायने नहीं रखता है? उन्होंने पदों के बारे में कहा है कि यह पद दिया जाएगा, वह शक्ति दी जाएगी। क्या यह पदों के बारे में है? यह एक एजेंडे के बारे में है, एक रोडमैप के बारे में है कि कैसे पंजाब को उसकी महिमा के लिए पुनर्जीवित किया जाएगा। आप इसे पूरा करें, मैं आपके पीछे चलूंगा। बिना पोस्ट के मैं आपके लिए चौबीसों घंटे काम करूंगा, मेरा स्टैंड बहुत स्पष्ट है। मैं स्टैंड लेने से पहले 200 बार सोचता हूं लेकिन एक बार स्टैंड लेने के बाद मैं पीछे नहीं हटता हूं।‘