कांग्रेस शासित राजस्थान (Rajasthan By Election 2021) में आने वाले कुछ ही दिनों में कई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में लगी हुई है। कांग्रेस पार्टी इस उपचुनाव में जीत हासिल कर प्रदेश में अपनी संख्याबल बढ़ाने की कोशिशों में लगी हुई है। वहीं, प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी भी इस चुनाव में जीत हासिल कर कांग्रेस की गढ़ में अपना शक्ति प्रदर्शन करने के फिराक में है।
इसी बीच राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के दिग्गज नेता गुलाबचंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) के एक बयान ने राज्य में तहलका मचा दिया है। बीजेपी नेता ने चुनाव प्रचार के दौरान महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी, जिसके बाद से प्रदेश की सियासत में हड़कंप मचा हुआ है।
जानें क्या है पूरा मामला?
सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) की एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें वह राजसमंद में बीजेपी प्रत्याशी दीप्ति माहेश्वरी के लिए चुनावी सभाएं कर रहे हैं। कटारिया ने राजसमंद के कुंवारिया गांव में जनसभा के दौरान महाराणा प्रताप पर टिप्पणी कर डाली। वीडियो में बीजेपी नेता की ओहियात बयानबाजी देखी जा सकती है।
गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि ‘हमारे पूर्वजों ने एक हजार वर्षों तक लड़ाई लड़ी…ये महाराणा प्रताप तो अभी गया है न…क्या उसको पागल कुत्ते ने काटा था…जो अपनी राजधानी और अपना घर छोड़कर एक पहाड़ी में रोता फिरा…किसके लिए गया था, कुछ समझ में आता है…’
हर तरफ हो रहा बीजेपी नेता का विरोध
बीजेपी नेता की ऐसी ओछी टिप्पणी की चहुओर निंदा हो रही है। विपक्षी पार्टियों समेत तमाम संगठनों ने गुलाबचंद कटारिया के बयान का विरोध किया है। बीजेपी नेता के इस बयान पर राजपूत समाज ने भी विरोध जताया है। वहीं, सोशल मीडिया के माध्यम से भी यूजर्स लगातार बीजेपी नेता की वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
17 अप्रैल को 3 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
महाराणा प्रताप को लेकर इस्तेमाल की गई भाषा पर करणी सेना, जनता सेना, मेवाड़ क्षत्रिय सभा समेत कई राजपूत और राजनीतिक संगठनों ने डूंगरपुर में कटारिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि मामला बढता देख कटारिया ने माफी मांग कर सफाई दी कि उनका मकसद महाराणा प्रताप का अपमान करना नहीं था।
वह 24 घंटे के भीतर 2 बार माफी मांग चुके हैं। गुलाबचंद कटारिया के इस बयान के बाद बीजेपी को अब डर लगने लगा है कि उपचुनाव में एक बड़ा वोटबैंक पार्टी के हाथों से फिसल सकता है। राज्य में 17 अप्रैल को 3 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं।