जालसाज ने होटल के व्यापार के नाम पर फंसाया
पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है। आरोपियों में नागालैंड निवासी हेमावोली, मेवा इमचेन, बामेन राय और नाइजीरियाई कोसोराची पैट्रिक अमादि शामिल हैं। पुलिस ने इन लोगों से जुड़े करीब 100 से ऊपर बैंक खतों का भी पता लगाया है। यह आरोपी 2016 से ठगी कर रहे थे। ठगी की रकम तक़रीबन 30 बैंक खातों में जमा की गई थी।
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व्यापार के नाम पर ठगी
अमृता गुगुलोथे जो की नई दिल्ली की डीसीपी हैं उन्होंने बताया कि महिला ग़ाज़ियाबाद (Ghaziabad News, Uttar Pradesh) की रहने वाली हैं और इनके पति सऊदी अरब में एक कंपनी में मैनेजर हैं। महिला ने 1 सितम्बर को ठगी के बारे शिकायत दर करवाई जिसके अनुसार 2016 में फेसबुक के जरिए उनकी दोस्ती एरिक इलियट बेस से हुई। एरिक और ग़ाज़ियाबाद की महिला में दोस्ती और बात चित बढ़ने लगी। जिसके बाद एरिक ने महिला को भारत में अपने होटल व्यापार को शुरू करने के बारे में बताया और मुनाफे से 50% देने के झांसा भी दिया। बात यही पर नहीं रुकी आगे एरिक ने इंग्लैंड से महंगे गिफ्ट्स भेजने का छलावा किया जिसमे महिला फास्ट गईं।
फेसबुक के जरिये मिली थी महिला, ठग से
जब एरिक ने देखा की महिला अब पूरी तरह उसके जाल में फंस चुकी है तब उसने महिला से कस्टम क्लियरेंस, एनओसी और अन्य कागजातों के नाम पर पैसे मांगने शुरू कर दिए। महिला इस फरेब को नहीं समझ पाईं और 2016 से लेकर 2022 तक तकरीबन साथ करोड़ रुपए भेजे बदले में उन्हें न कोई पार्सल मिला ना ही कोई व्यापार से जुड़े कागजात।
क्या है पूरा मामला ?
महिला के शिकायत पर साइबर सेल एक्टिव हुई और एसआई विपिन और एसआई मंजीत सिंह की टीम ने पुरे मामले की जाँच शुरू की। जाँच के दौरान पुलिस ने पता लगाया की महिला ने जिन भी बैंक खतों में पैसे जमा किये थे वह भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के लोगों के नाम से जुड़े हुए मिले जबकि इनका संचालन दक्षिण दिल्ली से हो रहा था। जालसाजी की कोई सिमा नहीं होती इसीका फायदा उठाते हुए एक जालसाज ने इंग्लैंड से महंगे गिफ्ट भेजने के नाम पर राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद की एक महिला को सात करोड़ रुपए चुना लगा दिया। जालसाज ने महिला को भारत में होटल के व्यापार में 50% मुनाफा देने के लिए कहा जिस झांसे में महिला फंस गई। नई दिल्ली के साइबर क्राइम सेल ने इस गिरोह का पर्दाफाश कर लिया है। पुलिस ने अपने शुरूआती कार्यवाही में नागालैंड की दो युवतियां एवं नाइजेरियाई समेत 4 लोगों की गिरफ्तारी कर ली है।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है। आरोपियों में नागालैंड निवासी हेमावोली, मेवा इमचेन, बामेन राय और नाइजीरियाई कोसोराची पैट्रिक अमादि शामिल हैं। पुलिस ने इन लोगों से जुड़े करीब 100 से ऊपर बैंक खतों का भी पता लगाया है। यह आरोपी 2016 से ठगी कर रहे थे। ठगी की रकम तक़रीबन 30 बैंक खातों में जमा की गई थी।
व्यापार के नाम पर ठगी
अमृता गुगुलोथे जो की नई दिल्ली की डीसीपी हैं उन्होंने बताया कि महिला ग़ाज़ियाबाद की रहने वाली हैं और इनके पति सऊदी अरब में एक कंपनी में मैनेजर हैं। महिला ने 1 सितम्बर को ठगी के बारे शिकायत दर करवाई जिसके अनुसार 2016 में फेसबुक के जरिए उनकी दोस्ती एरिक इलियट बेस से हुई। एरिक और ग़ाज़ियाबाद की महिला में दोस्ती और बात चित बढ़ने लगी। जिसके बाद एरिक ने महिला को भारत में अपने होटल व्यापार को शुरू करने के बारे में बताया और मुनाफे से 50% देने के झांसा भी दिया। बात यही पर नहीं रुकी आगे एरिक ने इंग्लैंड से महंगे गिफ्ट्स भेजने का छलावा किया जिसमे महिला फास्ट गईं।
फेसबुक के जरिये मिली थी महिला, ठग से
जब एरिक ने देखा की महिला अब पूरी तरह उसके जाल में फंस चुकी है तब उसने महिला से कस्टम क्लियरेंस, एनओसी और अन्य कागजातों के नाम पर पैसे मांगने शुरू कर दिए। महिला इस फरेब को नहीं समझ पाईं और 2016 से लेकर 2022 तक तकरीबन साथ करोड़ रुपए भेजे बदले में उन्हें न कोई पार्सल मिला ना ही कोई व्यापार से जुड़े कागजात।
पुलिस ने शुरू की जाँच
महिला के शिकायत पर साइबर सेल एक्टिव हुई और एसआई विपिन और एसआई मंजीत सिंह की टीम ने पुरे मामले की जाँच शुरू की। जाँच के दौरान पुलिस ने पता लगाया की महिला ने जिन भी बैंक खतों में पैसे जमा किये थे वह भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के लोगों के नाम से जुड़े हुए मिले जबकि इनका संचालन दक्षिण दिल्ली से हो रहा था।
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