रास्ता पूछने पर साधुओं की कर दी पिटाई, पुलिस ने 15 लोगों को किया गिरफ्तार
महाराष्ट्र में साधुओं की पिटाई का एक मामला सामने आया है जो कि इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, महाराष्ट्र में साधुओं की पिटाई की गयी है और ये घटना गलतफहमी की वजह से हुई है। वहीं इस मामले पर करवाई करते हुए पुलिस ने 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है वहीं इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गयी है।
जानिए क्या है पूरा मामला
पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ दर्ज किया मामला
साधुओं की पिटाई पर शुरू हुई राजनीती
वहीं इस मामले को लेकर उद्धव गुट और बीजेपी एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। उद्धव गुट की शिवसेना के प्रवक्ता आनंद दुबे ने इस मामले को लेकर कहा कि आज सांगली में सुबह-सुबह चार साधुओं की पिटाई का जो निर्मम मामला सामने आया है, बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। हम किस राज्य में हैं, हम किस राज्य में रह रहे हैं, हम किस सरकार में हैं, एक तरफ सरकार कहती है कि हम हिंदूवादी हैं, हिंदुओं के संरक्षक हैं और दूसरी तरफ सांगली में हमारे संतों की भूमि पर साधुओं की पिटाई का मामला सामने आता है। इसी के साथ आनंद ने आगे कहा कि ‘जब हमारी सरकार थी तब आरोप लगाना आसान था कि सरकार हिंदू विरोधी है, संतों-साधुओं की विरोधी है, सरकार को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए। आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए महाराष्ट्र की पावन भूमि यह बर्दाश्त नहीं करेगी। सरकार या तो यह कहे कि वह हिंदुओं के साथ है या फिर ढोंग रचना बंद करे कि हम हिंदूवादी हैं।’
दो साल पहले पालघर में हुई थी ऐसी ही घटना
आपको बता दें, इससे पहले महाराष्ट्र के पालघर में भी 16 अप्रैल 2020 को ऐसी ही घटना हुई थी। दो साधु अपनी गाड़ी से मुंबई से सूरत जा रहे थे। इस दौरान यहां भी बच्चा चोरी के शक में दो साधु समेत 3 लोगों की बेरहमी से पिटाई की गई थी। भीड़ ने 70 साल के साधु कल्पवृक्ष गिरी और 35 साल के साधु सुशील गिरी के साथ उनके ड्राइवर नीलेश तेलगाडे की हत्या कर दी थी। वहीं पुलिस ने इस मामले में करीब 250 लोगों को गिरफ्तार किया था।