‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’…बेटी पढ़ी, नौकरी पाई, अपनी पहचान बनाई लेकिन उस बेटी को बचाने वाला कोई नहीं है। क्या सिर्फ बेटी को पढ़ाना ही हमारा कर्तव्य है? क्या उस बेटी की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य नहीं है? कल हमने देश की 78वीं वर्षगांठ मनाई लेकिन सही मायनों में देश अभी भी महिलाओं के खिलाफ दुर्व्यवहार और अपराध से आजाद नहीं हो पाया है। एक तरफ देश की हर लड़की कोलकाता रेप केस से डरी हुई है। ट्रेनी डॉक्टर के मामले में न्याय मिलने से पहले ही उत्तराखंड में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां उधम सिंह नगर जिले में एक नर्स के साथ दुष्कर्म और हत्या हुई। इसी तरह बिहार में एक नाबालिग महादलित लड़की के साथ दरिंदगी और उसके प्राइवेट पार्ट पर हमला करने के बाद उसकी हत्या का मामला सामने आया है। एक के बाद एक रेप के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत में एक दिन में औसतन 87 रेप के मामले सामने आते हैं हालात इतने खराब हो गए हैं कि अब बेटी को शिक्षा नहीं बल्कि पहले उसकी सुरक्षा की जरूरत है। आइए आपको बताते हैं पिछले कुछ दिनों में क्या क्या हुआ।
उत्तराखंड रेप केस
14 अगस्त को उत्तराखंड दुष्कर्म का मामला ससमने आया। मामले का खुलासा करते हुए उधम सिंह नगर के एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि नर्स उत्तराखंड के रुद्रपुर में एक निजी अस्पताल में नर्स थी और मूल रूप से यूपी के बिलासपुर जिले की रहने वाली थी। नर्स बिलासपुर जिले के डिबडिबा में रहती थी। वह रुद्रपुर अस्पताल में काम करने के लिए हर दिन वहां जाती थी। 30 जुलाई की शाम को नर्स गायब हो गई। इसके बाद नर्स की बहन ने रुद्रपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की गहनता से जांच करने के बाद पुलिस ने नर्स की तलाश शुरू की। जैसे ही मामले की जांच शुरू हुई पुलिस को यूपी के बिलासपुर जिले में एक महिला का शव मिला, पुलिस की कई टीमें नर्स की तलाश में जुट गईं।
यह शव लापता नर्स का था। शव काफी सड़ी-गली हालत में था। बिलासपुर पुलिस ने जब नर्स का पोस्टमार्टम कराया तो इस बात की पुष्टि हुई कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर गला घोंटकर हत्या की गई। हालांकि घटना के 14 दिन के अंदर ही पुलिस ने मामले को सुलझा लिया और आरोपी धर्मेंद्र को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक 30 जुलाई को नर्स अकेली थी। धर्मेंद्र ने इसका फायदा उठाने की कोशिश की। इसके बाद धर्मेंद्र ने लूटपाट और दुष्कर्म के मकसद से नर्स को झाड़ियों में खींच लिया। जिसके बाद जब नर्स अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रही थी तो आरोपी ने नर्स का सिर सड़क पर पटक दिया। इसके बाद आरोपी ने नर्स के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद भी आरोपी का मन नहीं भरा तो उसने नर्स के दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया। साथ ही उसके पर्स में रखे तीस हजार रुपये और मोबाइल भी लेकर फरार हो गया।
बिहार रेप केस
बिहार के मुजफ्फरपुर में दरिंदों ने 14 साल की एक दलित युवती के साथ बेरहमी से बलात्कार किया। दरिंदों ने युवती के साथ बलात्कार किया और फिर उसे चाकू घोंपकर मार डाला। नाबालिग के प्राइवेट परत पर चाकू के पचास से ज्यादा घाव थे। पूरी घटना मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र के लालू छपरा गांव के नयाटोला गोपालपुर की है। खबरों की मानें तो रविवार रात से युवती घर नहीं लौटी थी। उसके परिजन उसे ढूंढ रहे थे। उसका शव तालाब के चौर में मिला। युवती के धड़ पर चाकू और दरांती के कई बड़े घाव पाए गए हैं, जिसमें उसके स्तन पर कट भी शामिल है। पुलिस के अनुसार, लड़की के शरीर पर तीन घाव पाए गए और घटना में इस्तेमाल की गई दरांती भी बरामद कर ली गई। घटना को लेकर बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी नाराजगी जाहीर की।
1. बिहार में हाल ही में जिला मधुबनी की लगभग 18 वर्ष की दलित लड़की के साथ कमलेश यादव व उसके साथियों ने तथा इसके कुछ ही दिनों बाद जिला मुजफ्फरपुर में 14 वर्षीय दलित बच्ची के साथ संजय राय (यादव) व उसके साथियों ने सामूहिक बलात्कार करके इनकी निर्मम हत्या कर दी। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) August 13, 2024
मृतिका की माँ ने बताई सच्चाई
घटना के संदर्भ में मृतका की मां ने बताया कि गांव के ही 41 वर्षीय संजय यादव ने उसकी छोटी बेटी की हत्या कर दी है। दरअसल, उसकी पत्नी की मौत छह महीने पहले हो चुकी है। वह पिछले छह महीने से मुझसे मेरी बेटी की शादी उससे तय करने के लिए कह रहा था। रविवार की रात मैं और मेरी छोटी बेटी घर के अंदर सो रहे थे और मेरे पति और बेटा बाहर सो रहे थे। उसी रात संजय यादव और उसके कई दोस्त आए और मेरी बेटी को जबरन उठाकर ले गए। सुबह मेरी बेटी का शव चरागाह के तालाब में मिला।
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