100 से अधिक महिला से रेप करने वाले जलेबी बाबा की हुई मौत, जानें क्राइम कुंडली

Jalebi Baba, who raped more than 100 women, dies
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दुष्कर्म के मामले में हिसार की सेंट्रल जेल-2 में 14 साल की सजा काट रहे टोहाना के अमरपुरी उर्फ जलेबी बाबा उर्फ बिल्लू (49) की मंगलवार 9 मई की रात को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। वह कई दिनों से बीमार था और उसका अग्रोहा मेडिकल में इलाज चल रहा था। जलेबी बाबा ने 120 से ज्यादा महिलाओं के साथ रेप किया था। पहले वह महिलाओं को नशीली चाय पिलाकर बेहोश करता था और फिर अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था।

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खबरों की मानें तो मंगलवार दोपहर उसकी तबीयत खराब हुई तो उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया। फिर वहां से उसे अग्रोहा मेडिकल ले जाया गया। इसके बाद ठीक होने पर उसे वापस जेल लाया गया। लेकिन जेल में रात को उनके सीने में दर्द हुआ, जब उसे अस्पताल लाया गया तो डॉक्टरों ने उसका चेकअप किया और उसे मृत घोषित कर दिया। आजाद नगर थाना पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में डॉक्टरों के बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया और वीडियोग्राफी भी करायी गयी।

ऐसे खुली थी पोल

वहीं, अक्टूबर 2017 में इंटरनेट मीडिया पर अचानक कई आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो गए। इन वीडियो में जलेबी बाबा कई महिलाओं के साथ आपत्तिजनक स्थिति में था। पुलिस टीमों ने आश्रम पर छापा मारकर आपत्तिजनक सामग्री बरामद की और बाबा को गिरफ्तार कर लिया। जब बाबा के आश्रम में उसके कमरे की जांच की गई तो वहां से अफीम बरामद हुई थी। इसके अलावा आश्रम चलाने वाले जलेबी बाबा पर सौ से अधिक महिलाओं ने उपचार और प्रवचन के दौरान नशीली दवाई मिलाकर चाय पिलाने एवं बेसुध होने पर उनके साथ दुष्कर्म करने का आरोप जड़ा था। वहीं पिछले साल 10 जनवरी को फतेहाबाद कोर्ट ने अमरपुरी उर्फ जलेबी बाबा को नाबालिग से रेप के आरोप में 14 साल कैद की सजा सुनाई थी। इसके अलावा कई अन्य महिलाओं से दुष्कर्म के मामले में सात-सात साल की सजा और आईटी एक्ट के तहत पांच साल की सजा दी गयी। कोर्ट के आदेश पर ये सभी सज़ाएं एक साथ चलनी थीं। इसके बाद जलेबी बाबा को हिसार द्वितीय जेल में बंद कर दिया गया।

बिल्लू से जलेबी बाबा कैसे बना?

जलेबी बाबा पंजाब के मानसा का रहने वाला था। रोजगार के लिए वह हरियाणा के टोहाना शहर आ गया और सड़क पर जलेबी बेचने लगा। दिन-ब-दिन लोग इसे पहचानने लगे। बिल्लू की जलेबी नाम से इसकी रेहड़ी भी काफी मशहूर हुई थी। एक बाबा से मुलाकात के बाद उसने अपना आश्रम बनाया और फिर बिल्लू से जलेबी बाबा बन गया।

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