भारत में महिलाओं और बहन-बेटियों के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर लोगों का गुस्सा भड़क उठा है। इसका एक नमूना अब उत्तर प्रदेश के कानपुर में देखने को मिला है। जहां बरौनी हमसफर एक्सप्रेस में लड़की से छेड़छाड़ के संदिग्ध रेलवे कर्मचारी प्रशांत की गुस्साए यात्रियों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। लोगों ने रेलवे कर्मचारी को लखनऊ के ऐशबाग से चलती ट्रेन में पीटना शुरू किया और तब तक पीटते रहे जब तक ट्रेन कानपुर सेंट्रल स्टेशन नहीं पहुंच गई। इतनी पिटाई से रेलवे कर्मचारी की मौत हो गई। अब उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है। जिसमें कुछ बेहद चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात को 11 साल की बच्ची ने कर्मचारी पर गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया था।
पिटाई से टूट गईं थी 31 हड्डियां
प्रशांत का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे कर्मचारी की पिटाई से उसके शरीर की नौ पसलियां और 31 हड्डियां टूटी हैं। उसे डिब्बे में घसीटा जा रहा था, जिससे उसकी चमड़ी चार जगह से फट गई। गुरुवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी होने के बाद कानपुर जीआरपी थाने के प्रभारी ओम नारायण सिंह ने खुलासा किया कि बरौनी से रवाना होने वाली हमसफर एक्सप्रेस के एन-1 कोच में एक परिवार सवार था। उसी डिब्बे में रेलवे कर्मचारी प्रशांत भी जमीन पर लेटा हुआ था।
बच्ची ने मां को बताई प्रशांत की पूरी करतूत
जीआरपी के अनुसार, एक परिवार एम-1 हमसफर एक्सप्रेस कोच में यात्रा कर रहा था। यात्रा के दौरान एक ग्यारह वर्षीय लड़की भी साथ थी। लड़की को रेलवे कर्मचारी प्रशांत कुमार ने अपने सीट पर बैठा लिया। रात में जब लड़की की मां बाथरूम गई तो ट्रेन कर्मचारी ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। लड़की रोने लगी तो ट्रेन कर्मचारी ने उसे डरा दिया, जिससे वह डर गई। वापस आने पर लड़की ने अपनी मां को गले लगाया और रोने लगी। बच्ची ने मां से कहा कि मुझे टॉयलेट जाना है। टॉयलेट में बच्ची ने मां को रोकर प्रशांत की पूरी करतूत बताई।
गुस्साए यात्रियों ने प्रशांत की पिटाई की
इसके बाद, मां ने डिब्बे में मौजूद यात्रियों को रेल कर्मचारी की करतूत बताई। गुस्साए लोगों ने प्रशांत पर हमला कर दिया और कानपुर सेंट्रल पर लोगों ने उसे पीटना शुरू कर दिया और रात 2:30 बजे लड़की के परिवार ने प्रशांत को जीआरपी कानपुर के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस ने उनके आरोप के आधार पर सरमस्तपुर चंदन पट्टी मुजफ्फरपुर बिहार के रहने वाले अरुण कुमार के बेटे प्रशांत को हिरासत में ले लिया।
पिता की मृत्यु के बाद मिली थी प्रशांत को नौकरी
पुलिस के मुताबिक, पिता अरुण कुमार की मौत के बाद प्रशांत को रेलवे में नौकरी मिली थी। वह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। प्रशांत को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसकी कागजी कार्रवाई कर रही थी, तभी वह कुर्सी पर बैठे-बैठे गिरने लगा। कानपुर जीआरपी पुलिस उसे तुरंत मेडिकल चेकअप के लिए शहर के पीएम अस्पताल ले गई। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद प्रशांत का पोस्टमार्टम कराया गया। साथ ही बिहार में रहने वाले उसके चाचा राजकिशोर को सूचना दी गई।
पुलिस का बयान आया सामने
बता दें, पुलिस ने गुरुवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का आंकलन किया तो प्रशांत की पिटाई की बात सामने आई। कानपुर जीआरपी पुलिस का कहना है कि प्रशांत के परिजनों ने इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। फिलहाल लड़की की मां की शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है।