गुजरात के राजकोट में गेम जोन में शनिवार शाम हुई भीषण आग की घटना से पूरा देश सदमे में है। इस दर्दनाक हादसे में 32 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मरने वालों में 12 बच्चे भी शामिल हैं। यह घटना राजकोट के टीआरपी गेमिंग जोन में हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को गेमिंग जोन में 99 रुपये की टिकट स्कीम चल रही थी। जिसके चलते हादसे के वक्त गेम जोन में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। फिलहाल आग लगने के कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन शुरुआती जांच में पता चला है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी है। इस घटना के बाद राज्य सरकार हरकत में आ गई है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने राजकोट में टीआरपी गेम जोन घटना स्थल का दौरा करने के बाद छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया। 25 मई की शाम हुए भीषण अग्निकांड में यह पहली बड़ी कार्रवाई है।
पांच अधिकारी हुए निलंबित
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने 26 मई को राजकोट गेम जोन दुर्घटना स्थल का दौरा किया और व्यक्तिगत रूप से इसका निरीक्षण किया। उन्होंने रिपोर्ट लेने के बाद इस गंभीर घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद राज्य सरकार ने पांच अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। निलंबित अधिकारियों में पुलिस, नगर निगम और पथ निर्माण विभाग के पांच अधिकारी शामिल हैं। आवश्यक मंजूरी के बिना इस गेमज़ोन को शुरू करने की अनुमति देने के लिए सरकार ने इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। शुरुआती जांच में सरकार ने उन्हें घोर लापरवाही का जिम्मेदार ठहराया है।
गेम जोन के मालिक गिरफ्तार
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक गेम जोन के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं गेम जोन के अन्य मालिकों की पहचान की गई। जिसमें राहुल राठौड़, प्रकाश जैन, मनविजय सिंह सोलंकी और युवराज सिंह का नाम शामिल है।
प्रधानमंत्री ने जताया दुख, राज्य सरकार ने किया मुआवजा का ऐलान
गेम जोन घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल ने एक्स पर पोस्ट कर दुख जताया। वहीं राज्य सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। मामले की जांच की जिम्मेदारी एसआईटी को सौंपी गई है।
हादसे का शिकार हुए एक बच्चे के पिता का फूटा दर्द
गुजरात के राजकोट में लगी भीषण आग में जिन लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया, वे व्यथित हैं। इस दर्दनाक हादसे में एक पिता का दर्द बयां हुआ है। प्रदीप सिंह ने राजकोट में मीडिया से बात करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। सिंह ने कहा, ‘मुझे कोई आर्थिक मदद नहीं चाहिए, सरकार अपराधियों को मौत की सजा दे, अगर उन्हें जमानत मिल गई तो मैं किसी को नहीं छोड़ूंगा और सभी को मार डालूंगा।’
बिन NOC के चल रहा था गेम जोन
राजकोट पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव के मुताबिक, गेम जोन को नवंबर 2023 में लाइसेंस दिया गया था और फिर इसे एक साल का नवीनीकरण भी दिया गया था। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि टीआरपी गेम जोन की ओर से फायर NOC के लिए आवेदन दिया गया है, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। भार्गव ने कहा कि गेम जोन संचालकों की ओर से अग्नि सुरक्षा संबंधी सभी साक्ष्य दिए गए लेकिन कार्रवाई पूरी नहीं की गई। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आईपीसी की धारा 304,308,337,338,114 के तहत मामला दर्ज किया गया है।