भारत पहुंचा सेमीफइनल में
बांग्लादेश और टीम इंडिया के बीच हुए कल के रोमांचक मुकाबले को तो आपने देख ही लिया होगा। अब हम ये कह सकते है की टेक्निकली भारत सेमीफइनल में तो पहुंच चुका है, लेकिन क्या अभी भी ऐसा कोई समीकरण है जो भारत के रास्ते में रुकवाट बन सकता है?
अगर आज के दिन हो रहे पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच मैच में पकिस्तान जीत जाती है और उसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले अगले मुकाबले को अपने नाम करती है तो पाकिस्तान इस मैच में अपनी पकड़ तब-तक बनाये रखेगा, जब तक भारत जिम्बाम्बे को हरा नहीं देता। लेकिन एक साथ इतने सारे संयोग का होना बहुत बड़ी बात है। ये किसी चमत्कार के बराबर ही होगा की भारत जिम्बाम्बे से हार जाये और पाकिस्तान अपने दोनों मैच जीत जाये। लेकिन फिर भी जिस तरह से अभी तक ये टूर्नामेंट चला है उसको देखते हुए अभी तक पहले से कुछ भी कहना काफी मुश्किल है।
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न्यूज़ीलैंड के साथ खेल सकता है भारत सेमीफइनल
अगर एक वक़्त के लिए ये मान लें की भारत सेमीफइनल के लिए क्वालीफाई कर जाता है और सेमीफइनल में उसका मुकाबला उसके खास प्रतिद्वंदी न्यूज़ीलैंड से होता है तो क्या भारत के फाइनल खेलने का सपना, सेमीफइनल में ही टूट जायेगा ? क्योंकि इंटरनेशनल क्रिकेट कॉउन्सिल (ICC) के पिछले कुछ टूर्नामेंट के आंकड़े देखें तो भारत के फाइनल और वर्ल्डकप के सपने को हर बार न्यूज़ीलैंड ने चकनाचूर कर दिया है। तो क्या इस बार टीम इंडिया, न्यूज़ीलैंड के खिलाफ किसी अलग माइंडसेट, अलग गेमप्लान के साथ उतरेगी ? इस बार ये देखना काफी दिलचस्प होगा क्योंकि भारत के नज़रिये से यह वर्ल्ड कप काफी ज्यादा अहम हो सकता है। इस वर्ल्डकप के बाद भारत के कुछ दिग्गज खिलाड़ी जैसे की दिनेश कार्तिक, आर आश्विन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, क्रिकेट के टी-20 फॉर्मेट से सन्यास की घोषणा कर सकते हैं। भारतीय फैंस के नजरिये से भी यह वर्ल्ड कप काफी अहम है।
बंगलादेश को मिला था 186 रनों का लक्ष्य
अगर कल के मुकाबले की बात करें तो हमे काफी ज्यादा रोमांच देखने को मिला। टॉस जीतकर बांग्लादेश ने पहले गेंदबाज़ी करने का फैसल लिया। जहां भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए बंगलादेश को 186 रनों का लक्ष्य दिया जिसमे ख़राब फॉर्म से वापसी करते हुए के.एल राहुल ने 32 गेंदों में 50 रन बनाये थे। इसके बाद सूर्यकुमार ने अपने छोटे से पारी के बदौलत स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया। धीमी लेकिन कंसिस्टेंट शुरुआत करते हुए विराट कोहली ने 8 चौके और 1 छक्के की मदद से 44 गेंदों में 64 रन बनाये और बांग्लादेश को 185 रनों का लक्ष्य दिया। वहीं जवाब में बांग्लादेश के ओपनर्स ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर क्लास लगाई, और छक्के तथा चौकों की बरसात करने लगे। बांग्लादेश का स्कोर 7वें ओवर तक 66 रन पर 0 विकेट था जिसमे लिट्टन दास ने 21 गेंदों अपना अर्धशतक पूरा किया और बांग्लादेश को एक मजबूत स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया।
डकवर्थ लुइस नियम के बाद भी नहीं जीत सका बंगलादेश
उसके बाद मैदान पर जोरदार बारिश शुरू हो गई और मैच कुछ देर के लिए रुक गया। जब अंपायर दोबारा मैदान पर आये और मैच स्टार्ट हुआ तो डकवर्थ लुइस नियम (DLS) के चलते बांग्लदेश को 54 गेंदों में 85 रन का लक्ष्य मिला, लेकिन अब समीकरण काफी अलग थे मैदान में काफी ड्यू थी जिससे बैटिंग में काफी मदद मिलने वाली थी। सब कुछ इसके ठीक उल्टा होता चला गया। बारिश के बाद पहला ओवर डालने आये आश्विन की दूसरी गेंद पर शान्तो शॉट खेलकर दो रन की मांग की लेकिन के एल राहुल के डायरेक्ट हिट के कारण सलामी बल्लेबाज़ लिट्टन दस को वापस जाना पड़ा। उसके बाद बंगलादेशी खेमे के विकेट-पर-विकेट गिरते गए और मैच उनके हाथ से फिसलता गया। आखिरी ओवर में कुछ इस तरह का संयोग बना की बांग्लादेश को 20 रनों की जरूरत थी तभी कप्तान रोहित शर्मा ने आखिरी ओवर अर्शदीप को थमाया,जबकि स्ट्राइक पर थे नुरुल हुसैन।
आखिरी ओवर साबित हुआ निर्णायक
ओवर की पहली गेंद पर सिर्फ 1 रन आये। फिर अगली गेंद पर अर्शदीप को डीप स्क्वायर लेग पर जबरदस्त छक्का लगा लेकिन उसके बाद डॉट बाल फिर 2 रन और फिर अगली गेंद पर चौका और उसके बाद ओवर की आखिरी गेंद पर बांग्लादेश को जीत के लिए 7 रनो की जरूरत थी जिसपर सिर्फ एक ही रन आये और भारत ने ये मैच अपने नाम कर लिया। लेकिन ओपनर लिट्टन दास ने भारतीय फैंस की जान को हलक में डाल रखी थी और बांग्लादेश को मैच में बनाये रखा था, लेकिन मैच के आखिरी अंजाम को अपने तरफ करने में नाकाम रहे। दूसरी तरफ विराट कोहली को उनके शानदार प्रदर्शन के कारण मैन ऑफ़ द मैच अवार्ड मिला। अब भारत का अगला मुकाबला ज़िम्बाम्बे से 6 नवंबर को 1:30 बजे से MCG के मैदान पर खेला जायेगा।