New Parliament New dress code: हम सब जानते है कि भारत का नया संसद बनाकर तैयार किया गया है, जिससे भारत का नया प्रतीक माना जाता है. पुराने संसद भवन के बारे में कहा जाता था, कि वह अंग्रेजों की गुलामी की निशानी है. नए संसद भवन को बनाने में 1,200 करोड़ रुपये लगे है. जिसके बाद यह कहा गया कि नया सांसद होगा तो नया यूनिफार्म कोड भी होना चाहिए. जिसके चलते यह निर्णय लिया गया कि नए भवन में प्रवेश के साथ ही यहां काम करने वाले कर्मचारियों की ड्रेस भी बदल जाएगी. नए संसद के साथ नई यूनिफार्म भी भारतीय पारम्परिक होगी. जिसमे महिला कर्मचारियों को नई डिजाइन की साड़ियां पहननी होगी, और जबकि पुरुष कर्मचारियों के लिए भी नए ‘नया ड्रेस कोड’ तय किए गए हैं.
दोस्तों, आईये आज हम आपको नए संसद के नए यूनिफार्म के बारे में बताते है, क्या होगा संसद में काम करने वाले कर्मचारियों का ‘नया ड्रेस कोड’ ?
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नई संसद का ‘नया ड्रेस कोड’ ?
New Parliament New dress code: बहुत सारे लोगों का कहना था कि पूरी संसद अंग्रेजो के गुलामी की निशानी के तौर पर हमारे देश में मौजूद है. हमारे देश की संसद में भारतीय परम्परिकता का कुछ भी नहीं है जिसक चलते केंद्र सरकार ने नई संसद का भारतीय पारम्परिकता से निर्माण करवाया, और उसके साथ ही वहां काम करने वाले कर्मचारियों की भी यूनिफार्म को पारम्परिक बनाने का निर्णय लिया गया. नई यूनिफार्म डिजाईन करने का जिम्मा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) को सौंपा गया है.
मीडिया सूत्रों के अनुसार नई संसद भवन में मार्शल सफारी सूट की जगह क्रीम रंग का कुर्ता और पैजामा पहनेंगे और मणिपुर की पगड़ी पहनेगे. अधिकारियों को क्रीम रंग की कलर वाली शर्ट पहनने होंगे जिस पर गुलाबी कमल के फूल के प्रिंट अंकित होंगे. इन कर्मचारियों को शर्ट के ऊपर मेहरून स्लीवलैस जैकेट भी पहनना होगा. नीचे खाकी रंग की पतलून होगी. इसके साथ ही महिला कर्मचारियों को नई डिजाइन की साड़ियां पहननी होगी.
कर्मचारियों के शर्ट पर गुलाबी कमल के फूल से हो सकते है विवाद
New Parliament New dress code: हम सब जानते है कि हमारे देश में अभी केंद्र में बीजेपी सरकार है. जिनका चुनाव चिहन गुलाबी कमल का फूल है, और कमल ही हमारे देश का राष्ट्रीय फूल भी है. 28 मई, 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन हमारे देश के प्रधानमन्त्री द्वारा किया गया था, केन्द्र सरकार द्वारा नई संसद बनाने के साथ वहां के कर्मचारियों के लिए ‘नया ड्रेस कोड’ भी तैयार करने का निर्णय लिया गया. अब इस नए ड्रेस कोड में कर्मचारियों के शर्ट पर गुलाबी कमल के फूल चर्चा में है. विपक्ष का कहना है कि बीजेपी सरकार ने देश की संसद के कर्मचारियों के ड्रेस कोड में अपना चुनाव चिहन डाला है. चुनाव चिहन किसी पार्टी का होता है न कि देश का, विपक्षी डाल ने इस ड्रेस कोड में गुलाबी कमल का विरोध जम कर किया है.
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगौर ने संसद के कर्मचारियों की नई यूनिफार्म पर गुलाबी कमल छपने पर यह आरोप लगाया है कि ‘बीजेपी सांसद को एक पक्षीय मंच बना रही है‘. कांग्रेसी सांसद टैगौर ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट पर यह सवाल भी पूछा की यूनिफार्म पर राष्ट्रीय पशु, राष्ट्रीय पक्षी में बाघ या मोर क्यों नहीं है ? राष्ट्रीय फूल ही क्यों छापने का निर्णय लिया गया ?
समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन का कहना है कि नए ‘अब यह भी मुमकिन है कि देश के चिहन में कमल का फूल दिखे, हर चिहन को सरकार कमल के फूल से बदल दे’. उन्होंने कहा कि G20 में भी कमल का निशान लगा दिया.
ऐसा नहीं है कि बीजेपी के चुनाव चिहन को लेकर पहली बार सवाल उठे है, पहले भी कई बार विपक्षी नेताओं ने इसका विरोध किया है कि हमारे देश का राष्ट्रीय फूल किसी भी पार्टी का चुनाव चिहन नहीं हो सकता है. और बीजेपी के चुनाव चिहन को बदलने की मांग की गयी है.
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