अल्पसंख्यक वोटों के लिए हो रही राजनीति
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मोमिनपुर हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए यह आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) कोलकाता के कुछ क्षेत्रों से हिंदुओं को हटाना चाहती है। शुभेंदु अधिकारी ने आगे कहा, “मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी वोट बैंक की राजनीति साधने के लिए मोमिनपुर, इकबालपुर और खिदिरपुर से हिंदुओं को हटाना चाहती हैं। हिंदू वोट भाजपा की ओर जाता देख और मुख्यमंत्री बनर्जी सांप्रदायिक प्रचार कर अल्पसंख्यक वोट ले रही हैं।” दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर मोमिनपुर हिंसा की तस्वीर शेयर करने के कारण एक पत्रकार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
Also read- दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने खोला 51 की उम्र में जवान होने का राज
मोमिनपुर हिंसा
मिलाद-उन-नबी उत्सव के लिए मोमिनपुर क्षेत्र में लगाए गए धार्मिक झंडे के कथित रूप से फटने के बाद रविवार को मोमिनपुर में हिंसा जैसे हालत पैदा हो गए। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने कई वाहनों और दुकानों में तोड़फोड़ की जिस कारण इलाके में हिंसा और भी तेज़ हो गई। एक रिपोर्टों के अनुसार हिंसा के विरोध में और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्थानीय लोगों के एक समूह ने देर रात एकबालपुर पुलिस थाने को घेर लिया था। इस झड़प में कुछ पुलिस कर्मियों के घायल होने की खबर है। इसके बाद से इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पश्चिम बंगाल पुलिस ने सोमवार को राज्य के एकबलपुर मोमिनपुर और अन्य हिंसा वाले क्षेत्रों में दो दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी, लेकिन बाद में इसे चार दिनों के लिए बढ़ा दी गई है।
शुभेंदु ने केंद्रीय बालों की तैनाती की, की थी मांग
एक तरफ जहां भाजपा नेता शुभेंदु मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ शुभेंदु ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राज्यपाल एलए गणेशन को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने केंद्र से मोमिनपुर इलाके में तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की। उन्होंने लिखा था, ‘कोलकाता के खिदीरपुर मोमीनपुर इलाके में लक्ष्मी पूजा की शाम को हिंदू समुदाय पर हमला किया गया है।’ उन्होंने आगे कहा कि हिंदुओं की कई दुकानों और वाहनों को हिंसा का शिकार बनाया गया।
मोमिनपुर हिंसा के लिए SIT का हुआ गठन
भाजपा नेता ने कहा कि हिंसा में गुंडों और असामाजिक तत्वों ने हिंदुओं की कई दुकानों और बाइकों में तोड़फोड़ की है। अधिकारी ने इस हमले को हावड़ा जिले के उलुबेरिया इलाके में हुई पांचला हिंसा समान बताया। पांचला हिंसा के दौरान, पूरे पश्चिम बंगाल में हिंसा फैल गई थी, खासकर नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों में। इस बीच, बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल पुलिस को मोमिनपुर की घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित करने का आदेश दिया है। SIT को जांच खत्म होने के बाद अदालत में अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आगे कोलकाता पुलिस आयुक्त को हिंसा के खिलाफ उपयुक्त कदम उठाने का निर्देश दिया है ताकि आगे से ऐसी कोई हिंसा न हो।
हिंसा हुए इलाकों में है डर का माहौल
दूसरी तरफ, पश्चिम बंगाल पुलिस ने सोमवार को राज्य के एकबलपुर इलाके में दो दिनों के लिए धारा 144 लागू कर कर्फ्यू लगा दी थी। 10 अक्टूबर से 12 अक्टूबर का यह कर्फ्यू हिंसक स्थिति के बीच लगाया गया। अब इस कर्फ्यू को बढाकर चार दिनों के लिए कर दिया गया है। मोमिनपुर में भड़की हिंसा और रविवार शाम एकबलपुर थाने में तोड़फोड़ से इलाके में डर का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने 45 लोगों को इस हिंसा के लिए गिरफ्तार किया है। एक पत्रकार को भी सोशल मीडिया पर हिंसा की तस्वीरों को शेयर करने के लिए पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।