हम पंजाब की जमीन ने सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक तौर पर बहुत बदलाब देखे है. कभी राज्य का धर्म के आधार पर विभाजन, कभी करोडो का कर्जा और कभी बदलती राजनीति. आज हम पुननिर्मित राज्य पंजाब की राजनीति के बारे में बात करेंगे. पहले जिसके मुख्यतः तीन राजनीतिक दलों का वर्चस्व रहा है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि आकली दल(बादल). लेकिन पंजाब में अभी आम आदमी पार्टी की सरकार है. आम आदमी पार्टी 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में चुनी गई और भगवंत मान के मुख्यमंत्री रहते हुए AAP ने 117 विधानसभा सीटों में से 92 सीटें जीतीं. कांग्रेस को सिर्फ 18 सीटें मिलीं थी. पंजाब की जमीन पर शूरवीरो में जन्म लिया है, लेकिन इन सबसे अलग पंजाब में कुछ नेता ऐसे भी है, जिनकी छवि कुछ खास अच्छी नहीं है. उनकी छवि में दांग है. जिनकी वजह से पंजाब की राजनीति खराब हो रही है.
दोस्तों, आज हम ऐसे ही 5 नेताओ के बारे में बात करंगे, जिनकी जनता की नज़र में छवि अच्छी नहीं है. जिनके कामों और उनके ऊपर लगे आरोपों से उनकी छवि खराब हो गयी है.
शीतल अंगुराल
शीतल अंगुराल आम आदमी पार्टी का राजनेता है. जो पंजाब विधानसभा जालन्धर विधानसभा का क्षेत्र प्रतिनिधित्व करता है. यह पंजाब विधानसभा की अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्गों के कल्याण समिति का सदस्य है. इनके ऊपर कुछ अपराधिक आरोप है जिनकी वजह से इनकी जनता में कुछ खास अच्छी छवि नहीं है. इनके ऊपर अधिकतम 9 मामले दर्ज है जिसमे हत्या का प्रयास, जुआ, अवैध कारावास, अपरहण और अन्य कई अपराधिक मामले दर्ज है.
मनजिंदर सिंह लालपुरा
मनजिंदर सिंह लालपुरा भी आम आदमी पार्टी के खडूर साहिब विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व है. यह सार्वजनिक उपक्रम और याचिका समिति के सदस्य है. इन्होने जो शपथ पत्र चुनाव आयोग को सौपा है उसमे इनकी सम्पति 57 लाख है. विधानसभा प्रतिनिधित्व मनजिंदर सिंह लालपुरा पर पांच अपराधिक मामले दर्ज है, जिसकी वजह से इनकी छवि पर प्रभाव पड़ता है. अपराधिक मामलो से जनता का अपने प्रतिनिधित्व से भरोसा डगमगता है.
कुलदीप सिंह धालीवाल
धालीवाल 2022 के पंजाब विधानसभा के चुनाव में विधायक चुने गए थे. यह आदमी पार्टी के अजनाला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व है. कुलदीप सिंह धालीवाल ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग , कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, एनआरआई मामलों का विभाग के सदस्य है. इनके ऊपर एक हत्या का मामला दर्ज है, कोर्ट ने इनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी.
दलजीत सिंह ग्रेवाल
ग्रेवाल 2022 के पंजाब विधानसभा के चुनाव में विधायक चुने गए थे. यह आदमी पार्टी के लुधियाना विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व है. इन्होने अपने राजनीति करियर की शुरुवात 2008 के लुधियाना नगर निगम के चुनाव से की थी. इनके ऊपर कई अपराधिक मामले दर्ज है, जिसमे हत्या का प्रयास भी शामिल है.
राणा गुरजीत सिंह
राणा गुरजीत सिंह का जन्म 19 अप्रैल 1952 को हुआ था. यह कांग्रेस पार्टी के कपुथाला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व है. इन्होने अपने राजनीतिक करियर की शुरुवात कपुथाला विधायक के चुनाव जीत क्र की थी. इबके ऊपर कई अपराधिक मामले दर्ज है. जिसमे से 125 करोड़ के सम्पति के साथ सबसे देनदारियां भी है.
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