बिहार में बाघ का तांडव
पूरा देश जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा लाये गए चीतों की बात कर रहा है, वहीं बिहार में बाघ का तांडव चल रहा है। बिहार के बगहा में एक आदमखोर बाघ ने डर का माहौल बना रखा है। बाघ ने आज फिर 2 लोगों को अपना शिकार बनाया है। इस बाघ ने आज एक मां और बेटे की जान ले ली। यह मामला बगहा के गोवर्द्धना थाना के बलुआ गांव में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का है। मृतकों में बलुआ गांव के बहादुर यादव की पत्नी सिमरिकी देवी और उसके सात साल के बेटे शिवम कुमार शामिल है। बाघ द्वारा इस भयानक घटना के बाद से गांव के लोग गन्ने के खेत में उसकी तलाश में जुटे हैं। बाघ ने अब तक 9 लोगों को मार डाला है, जबकि पिछले 48 घंटे में उसने 4 लोगों को अपना शिकार बनाया है।
बाघ के कारण पुरे इलाके में भय का माहौल
पूरे पश्चिम चंपारण में अभी इस आदमखोर बाघ का आतंक फैला हुआ है। हर दिन वह किसी न किसी गांव वालों को अपना शिकार बना रहा है। शनिवार, 8 अक्टूबर की सुबह भी बाघ ने हमला कर मां-बेटे की जान ले ली। शुक्रवार को वन विभाग की तरफ से उसे मारने की अनुमति मिलने के बाद भी उसमें सफलता नहीं मिल सकी। आज एक बार फिर से उसकाे मारने की कोशिश की जा रही है। इसके तहत स्पेशल टास्क फाॅर्स (STF) व बिहार पुलिस के सात तेज तर्रार जवानों को उसके छुपने की जगह पर भेजा गया है। जिस गन्ने के खेत में उसके छुपे होने के आसार हैं उसमें जाल बिछाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
अभी तक असफल दिखी वन विभाग की टीम
बाघ को ढूंढने में पिछले 26 दिनों से वन विभाग की टीम जुटी है। वन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार गोवर्द्धना क्षेत्र के सिंगाही गांव में बुधवार की रात अचानक से एक बाघ आ गया। उस समय रामाकांत मांझी की पुत्री बगड़ी अपने घर में सोयी हुई थी। इसी बीच, बाघ अपने शिकार की तलाश में भटकता हुआ उसके करीब पहुंच गया। बाघ ने बगड़ी कुमारी के ऊपर हमला कर दिया और उसे खींच कर ले जाने लगा। बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनकर गांव वाले उसकी तरफ दौड़े, जिसके बाद बाघ ने बच्ची के शव को छोड़ कर एक गन्ने की खेत में घुस गया।
नेशामणि जो वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक है, उन्होंने गुरुवार को बताया कि बच्ची का शव बरामद कर लिया गया है तथा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। ग्रामीणों के अनुसार, यह आदमखोर बाघ पहले खेतों में काम कर रहे मजदूरों को निशाना बनाता था, लेकिन पहली बार उसने किसी घर पर हमला किया है।
Shoot at sight का आदेश
वन विभाग ने रणनीति के तहत जाल बिछाई है। बाघ अगर उस जगह से भागने की कोशिश करता है तो वह लगाए गए जाल में उलझ जाएगा। इतने में ही पहले से छुपे हुए जवान उसे शूट कर देंगे। वन विभाग की कार्रवाई को देखते हुए काफी संख्या में ग्रामीण भी उस जगह पर पहुंच गए हैं। बिहार के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन पीके गुप्ता ने इस बाघ के शिकार की अनुमति प्रदान की है। इस बारे में वीटीआर के क्षेत्र निदेशक ने अब तक मारे गए लोगों का हवाला देते हुए बाघ को मरने का आदेश मांगा था। उन्होंने इसको रेस्क्यू करने की कोशिश और उसमें मिली असफलता की भी जिक्र की थी। इसके बाद ही वाइल्ड लाइफ वार्डन ने बाघ को मारने की अनुमति प्रदान की है। इसकी सूचना राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकार को भी देनीं होती है।
मारा गया बगहा का बाघ
9 लोगों की जान लेने वाले बाघ को शूटर्स ने मार गिराया। STF और बिहार पुलिस की टीम ने सबसे पहले बाघ को खेत में घेरा था। इसके बाद मौके पर मौजूद शूटर्स ने उसे 3 गोलियां मारी। उधर से बाघ के दहाड़ने की आवाज आई। गोली चलाने के बाद टीम 3 ओर से खेत के अंदर दाखिल हुई है। जिसके बाद तीन ने बाघ के मरने की खबर दी।