Bhupinder Singh BCCI Connection – आजादी से पहले देश में जितने भी धनी रियासतें थी, उनमे सबसे ज्यादा धनी रियासत पटियाला के राजा की थी, इस रियासत का राजा इस रियासत की शुरुआत 1695 में पहले महाराजा बाबा अली सिंह ने की थी. और आखिरी महाराजा यादवेंद्र सिंह थे. इस रियासत के सबसे चर्चित महाराजा भूपिंदर सिंह थे, जिन्हें उनके रंगीले शौकीन और अजीबो गरीब किस्सों से जाना जाता है. महाराजा भूपिंदर सिंह के पास रोल्स रॉयल कारों का काफिला था और इन्होने पहली बार देश में प्राइवेट प्लेन खरीदा था.
जब भी भूपिंदर सिंह विदेश जाते थे तो पूरा होस्टल बुक करते थे. इतना ही नहीं महाराजा भूपिंदर सिंह खेलों के भी काफी शौकीन थी, जिसमे से उनका सबसे पसंदीदा खेल क्रिकेट था. उन्होंने भारतीय क्रिकेट के क्षेत्र में काफी योगदान दिया था. दोस्तों, आईये आज हम बताएंगे कि पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह ने बीसीसीआई के गठन में कैसे योगदान दिया था और उनका खेलों के प्रति कितना लगाव था.
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महाराजा भूपिंदर सिंह का बीसीसीआई के गठन में योगदान
पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह को खेलो का काफी शौक था, वह खुद भी एक शानदार खिलाड़ी थे, इन्होने देश में खेलों के लिए काफी कुछ किया है जैसे पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह ने बीसीसीआई के गठन के समय तो बड़ा आर्थिक योगदान तो दिया था. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की उत्पत्ति फरवरी 1927 में हुई थी, जब दिल्ली के रोशनआरा गार्डन में एक बातचीत ने बीसीसीआई को बनने की बात हुई थी. बाद में भी पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह बीसीसीआई बोर्ड हमेशा मदद करते रहे.
इसके आलावा, महाराजा भूपिंदर सिंह का योगदान मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम का एक हिस्सा बनाने में भी है. भूपिंदर सिंह को खेल काफी पसंद था, उन्होंने अपने जीवन में काफी खेल खेले है. उन्होंने न केवल भारतीय टीम से खेले बल्कि मेरिलबोर्न क्रिकेट क्लब यानी एमसीसी की टीम में भी रहे. भारत की टीम के लिए उन्होंने सबसे पहले ब्रिटिश क्रिकेट कोचों को भारत बुलाया था, उनके पास अपनी खुद की क्रिकेट टीम थी, जो उस समय देश में होने वाले टूर्नामेंटों में खेलती थी. उस टीम ने काफी जानेमाने खिलाड़ी दिए है जिनमे लाला अमरनाथ भी शामिल थे.
Bhupinder Singh BCCI Connection – पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह में 1934 में पूर्व टेस्ट क्रिकेटर रणजीत सिंह जी के नाम पर एक ट्रॉफी के लिए £500 का दान दिया था. रणजी ट्रॉफी का पहला संस्करण 1934-35 की सर्दियों में खेला गया था. जिसके बारे में हमारे देश के सभी क्रिकेट के जानकर जानते है.
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