टेक कंपनियों में काम करने वाले लोगों के लिए पिछले कुछ महीने काफी निराश करने वाले रहे हैं. कुछ लोग तो यहां तक कह रहें हैं कि इसलिए घर वाले सही कहते हैं कि सरकारी नौकरी कर लो. क्योंकि परमानेंट होने कि गारंटी सिर्फ यहीं है और कहीं नहीं. फेसबुक, ट्विटर, गूगल जैसी कई जायंट टेक्नो कंपनियों ने अपने वर्कफोर्स में कटौती करते हुए हजारों की संख्या में कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. छंटनी का यह दौर अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है और इसी कड़ी में हाल ही में गूगल इंडिया ने भी अलग-अलग डिपार्टमेंट्स से 450 लोगों को निकाल दिया है. अचानक हुई इस छंटनी से कर्माचरियों को काफी धक्का लगा है और वे अब इस दिग्गज टेक कंपनी को लेकर अपने एक्सपीरियंस को सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं.
LinkedIn के जरिए शेयर की कहानी
ऐसा ही कुछ गूगल इंडिया के छंटनी का शिकार हुए एक कर्मचारी ने भी किया है. हर्ष विजयवर्गीय नाम के इस कर्मचारी ने लिंक्डइन पर अपनी आपबीती साझा की और बताया है कि जब उन्हें नौकरी से निकाला गया तो उन्हें कैसा लगा. हर्ष गूगल इंडिया में डिजिटल मीडिया सीनियर एसोसिएट के पद पर काम कर रहे थे.
ALSO READ: Boult Audio Rover Smartwatch: कैसा है मल्टीपल हेल्थ फीचर्स से कम्पलीट यह स्मार्टवॉच
LinkedIn पोस्ट में लिखी ये बात
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि शनिवार की सुबह मेरे दिल की धड़कन रुक गई जब मुझे अपने फोन पर एक पॉप-अप ईमेल नोटिफिकेशन मिला, यह ईमेल गूगल ऑपरेशंस सेंटर से था. मैं छंटनी से प्रभावित हुआ हूं – गूगल ऑपरेशंस सेंटर में कर्मचारियों की छंटनी. सबसे मूल्यवान सम्मानित कंपनियों में से एक. मैं एक गर्वित #Googler था और हमेशा रहूंगा. मेरा पहला सवाल था कि एक महीने तक स्टार परफॉर्मर होने के बावजूद मैं ही क्यों? लेकिन इसका कोई जवाब नहीं था. छंटनी ने हर्ष को कैसे प्रभावित किया है इस एक्सपीरियंस को साझा करते हुए उन्होंने लिखा कि दो महीने के लिए मुझे आधा वेतन मिला जिसने मेरे फाइनेंशियल प्लानिंग को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. हर्ष ने आगे लिखा कि मैं ऑफिस में पांच दिन काम करता था और रोजाना ऑफिस जाने की आदत थी अब घर पर हूं. मेरा एक बच्चा है और पत्नी है जो हमेशा मेरे साथ रहती है. हालांकि काम के कारण मैं उनके लिए उपलब्ध नहीं था. यह शनिवार को हुआ और मुझे ताकत जुटाने और चीजों पर वापस आने और अब अस्तित्व के लिए लड़ने में दो दिन लग गए. इसके साथ ही उन्होंने अपने कनेक्शन से नई नौकरी ढूंढने के लिए भी मदद मांगी है.
ALSO READ: ट्विटर के बाद अब मेटा ने भी शुरू किया पेड ब्लुटिक सब्सक्रिप्शन, देने होंगे इतने रुपए …
5 साल तक काम करने के बाद भी गूगल ने किया बाहर
ऐसा ही एक मामला आक्रति वालिया नाम के एक और कर्मचारी के साथ हुआ जो गुरुग्राम स्थित गूगल इंडिया ऑफिस में क्लाउड प्रोग्राम मैनेजर के पद पर कार्यरत थीं. उन्होंने हाल ही में फर्म में अपने पांच साल पूरे किए थे. उन्होंने बताया कि कैसे उसके कंप्यूटर पर ‘एक्सेस डिनाइड‘ मैसेज ने उन्हें सुन्न कर दिया.
ALSO READ: चाइना ने की चैटबॉट की जंग में शिरकत, अब Erine से होगा Google और ChatGPT का मुकाबला
गूगल ने 12000 कर्मचारियों को किया बाहर
आपको बता दें कि गूगल के स्वामित्व वाली कंपनी अल्फाबेट इंक ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह करीब 12 हजार नौकरियों यानी अपने छह फीसदी कर्मचारियों को निकाल रहा है. सीईओ सुंदर पिचाई ने एक मेमो में कर्मचारियों को बताया कि फर्म ने अपने प्रोडक्ट, एम्पलॉई और प्राथमिकताओं की समीक्षा की, जिससे नौकरी में कटौती हुई. इसके अलावा और भी कंपनियों ने छंटनी की है.