लुलु मॉल के मालिक एमए यूसुफ अली जिनकी गिनती टॉप व्यापारियों में होती है और वो UAE में रहने वाले सबसे अमीर भारतीय NRI हैं लेकिन इतना आमिर होने के बावजूद लुलु मॉल के मालिक एमए यूसुफ अली साधा जीवन जीते हैं और इस बात का अंदाजा उनकी वॉच (घड़ी) से लगाया जा सकता हैं.
Also Read-जानिए क्यों बाल गंगाधर तिलक ने विधवा महिलाओं की शिक्षा के खिलाफ चलाया था आन्दोलन.
जानिए कौन है लुलु मॉल के मालिक
UAE स्थित LuLu ग्रुप के मालिक युसूफ अली एमए एक भारतीय हैं और अब वो UAE के नागरिक हैं. एमए यूसुफ अली का जन्म 15 नवंबर 1955 को केरल (Kerala) के त्रिशूर जिले (Thrissur District) के नाट्टिका गांव में एक मिडिल क्लास मुस्लिम परिवार में हुआ. इसके बाद उन्होंने बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन का डिप्लोमा किया और 1973 यूएई (UAE) चले गए. यहां पर पहले वो अपने चाचा के बिज़नेस से जुड़े और इस दौरान उन्हें सुपरमार्केट खोलने का आईडिया आया. जिसके बाद 1989 में यूसूफ ने अबू धाबी में पहला मार्केट स्टोर खोला और जमकर पैसा कमाया. वहीं 1990 के खाड़ी युद्ध के वक्त यूएई छोड़ने के बजाए उन्होंने यूएई में ही रहकर अपना कारोबार बढ़ाने का फैसला लिया और आज के समय में वो टॉप व्यापारी औरसबसे आमिर NRI हैं लेकिन आमिर होने के बाद वो डाइमंड वॉचमैन नहीं पहनते हैं और इस बात का जवाब उन्होंने खुद दिया है.
एमए यूसुफ अली ने बताया इसलिए नहीं पहनते हैं डाइमंड वॉच
सोशल मीडिया पर आए एक विडियो में लुलु मॉल के मालिक एमए यूसुफ अली ने बताया कि वो क्यों डाइमंड वॉच नहीं पहनते हैं. एमए यूसुफ अली ने बताया कि वो डाइमंड वॉचमैन इसलिए नहीं पहनते हैं क्योंकि उनका स्टाफ ये वॉच पहनता है और उनकी घड़ी सिंपल सी है. वहीं इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता हैं इतने आमिर होने के बावजूद लुलु मॉल के मालिक एमए यूसुफ अली आम ज़िन्दगी जीते हैं.
शाही परिवार से है लुलु के मालिक के रिश्ता
शाही परिवार से है ‘लुलु’ के मालिक का रिश्ता काफी अच्छे हैं और एक इंटरव्यू में शेख ने जब उनसे पूछा कि जब UAE में युद्ध के दौरान लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं तो आप यहां क्यों रुकना चाहते हैं तब अली ने जवाब दिया कि समस्याओं से भागना उन्हें मंज़ूर नहीं है, कहा जाता है कि उनकी इसी बात ने शेख को उनका मुरीद बना दिया और वो यूएई के शाही परिवार के काफी खास बन गए.
कई देशों में हैं लुलु ग्रुप के स्टोर और मॉल
वहीं 1995 के बाद साल 2000 में लुलु ग्रुप इंटरनेशनल की स्थापना की गई और इस तरह उनका बिज़नेस विदेशों में भी फैलाया. लुलु ग्रुप के 42 देशों में 250 से ज्यादा स्टोर और मॉल हैं. इस ग्रुप में 60 हज़ार के करीब कर्मचारी काम करते हैं और इस ग्रुप की सालाना कमाई 64 हज़ार करोड़ के आस-पास है. वहीं उन्होंने अपनी कंपनी का नाम लुलु इसलिए रखा क्योंकि ‘लुलु’ शब्द का अरबी भाषा में मतलब होता है मोती, वहीं उनके टार्गेट कस्टमर अरब देश थे जिसकी वह से उन्होंने अपनी अपनी कंपनी के नाम में लुलु जोड़ लिया.
37 हज़ार करोड़ के मालिक यूसुफ अली
यूसुफ अली के परिवार में तीन बेटियां शबीना, शफीना और शिफा हैं. अली अपने तीनों दामादों के सहारे ही अपना कारोबार आगे बढ़ा रहे हैं. वहीं यूसुफ के सम्पति की बात करें तो वो 37 हज़ार करोड़ के मालिक हैं और भारत के 38वें सबसे अमीर शख्स है. वहीं साल 2008 में उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है.
Also Read-कनाडा में 8 लाख के करीब है सिखों की जनसंख्या, जानिए कौन था ‘कनाडा’ जाने वाला पहला सिख.