भारत के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुभाष चंद्र बोस जिनकी मौत का आज भी हर किसी के लिए एक सवाल जैसी है क्योंकि इस बात की जानकारी सही तरीके से मिली ही नहीं कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु कैसे हुई.व हैं अज इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बता की जानकारी देने जा रहे हैं कि सुभाष चंद्र बोस के मौत की है असली वजह क्या था.
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जानिए क्या था सुभाष चंद्र बोस के मौत की असली वजह
TRS क्लिप हिंदी के एक शो द रणवीर शो (The Ranveer Show) में आए गेस्ट अनुज धर (Anuj Dhar) जो एक Indian Author और Journalist है उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhas) की मौत के रहस्य पर एक बड़ी बात कही.
अनुज धर ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत को लेकर बताया जाता है उनकी मौत की तीन थ्योरी है पहली थ्योरी है कि वो प्लेन क्रेश में मर गये थे. दूसरे वर्ल्ड वॉर के खत्म होने के बाद 18 अगस्त 1945 को उन्होंने मंचूरिया की तरफ उड़ान भरी थी. इसके बाद किसी को फिर वो दिखाई नहीं दिए. वहीं खबर आई कि नेताजी जिस विमान से जा रहे थे वो ताइहोकू हवाई अड्डे के पास क्रैश हो गया. इस हादसे में नेताजी बुरी तरह से जल गए. ताइहोकू सैनिक अस्पताल में उनका निधन हो गया. उनके साथ विमान में सवार बाकी लोग भी मारे गए. आज भी उनकी अस्थियां टोक्यो के रैंकोजी मंदिर में रखी हुई हैं.
दूसरी थ्योरी ये हैं कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की हत्या रूस में स्टालिन ने कराई थी. और इसमें पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू का हाथ था. रिपोर्ट के अनुसार, दूसरे वर्ल्ड वॉर के बाद नेताजी को वार क्रिमिनल घोषित कर दिया गया तो उन्होंने एक फर्जी सूचना फ्लैश कराई गई कि प्लेन क्रैश में नेताजी की मौत हो गई. बाद में वे शरण लेने के लिए रूस पहुंचे, लेकिन वहां तानाशाह स्टालिन ने उन्हें कैद कर लिया. वहीं स्टालिन ने नेहरू को बताया कि नेताजी उनकी कैद में हैं क्या करें? इस पर उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को इसकी सूचना भेज दी. कहा कि आपका वार क्रिमिनल रूस में है. साथ ही उन्होंने स्टालिन को इस पर सहमति दे दी कि नेताजी की हत्या कर दी जाए.
तीसरी थ्योरी ये हैं कि सुभाष चंद्र बोस ‘गुमनामी बाबा’ के रूप में जीवित रहे. कई लोगों का मानना है कि गुमनामी बाबा वास्तव में नेताजी (बोस) थे जो नैमिषारण्य, बस्ती, अयोध्या और फैजाबाद में कई स्थानों पर साधु के वेश में रहते थे.
अनुज धर ने किया बड़ा खुलासा
इन तीनो थ्योरी को लेकर अनुज धर ने बताया नेता जी मौत एयरक्राफ्ट हादसे में नहीं हुई थी साथ ही उन्होंने ये भी स्टॅलिन ने उनकी हत्या नहीं की और ये आरोप भी झूठा है कि नेहरू जी ने उन्हें मरवाया. वहीं इसके बाद तीसरी थ्योरी को लेकर अनुज धर ने खुलासा किया कि पता चला कि सरकार 1985 तक नेताजी के कांटेक्ट में थे. वहीं उन्होंने ये बताया कि ये गुमनामी बाबा वाली कहानी नेताजी की है.
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