भारत और कनाडा का रिश्ता काफी पुराना और गहरा रहा है. लाखों भारतीय कनाडा में रहते है. बहुतों के पास कनाडा की नागरिकता है और बहुतों के पास वहां की नागरिकता नहीं है. आकड़ों के अनुसार 10 लाख दे भी अधिक भारतीय कनाडा में रहते है. यह पूरी दुनिया में ऐसी विदेशी जगह है जहाँ भारतीयों को रहना पसंद है. लेकिन पिछले कुछ समय से भारत और कनाडा के रिश्तों में कड़वाहट देखी जा रही है. हम आपको बता दे कि भारत और कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या के बाद से विवाद बढ़ गया है. आज हम आपको बतायेंगे कि क्यों भारत और कनाडा के रिश्तों में येह दरार आई है.
और पढ़ें : Top 5: गुरु गोविंद सिंह जी के बाद सिख बनाम मुस्लिम संघर्ष
भारतीय सिख कनाडा कैसे गए..
भारतीय सिख पहली बार कनाडा 1897 में गए थे. जब भारतीय ब्रिटिस सेना की एक टुकड़ी कनाडा गयी थी. इस टुकड़ी में कुछ सिख भी शामिल थे. इनमे से कुछ सिख वही रह गए. और यही से भारतीय सिखों का कनाडा जाना शुरू हुआ था. देखते ही देखते कनाडा में सिखों की संख्या बढती गयी. इस बात का अंग्रेजो में विरोध भी किया लेकिन फिर भी आज 10 लाख से भी अधिक सिख कनाडा में रहते है.
कनाडा और सिखों का काफी पुराना और गहरा रिश्ता है. लेकिन पिछले कुछ समय से कनाडा और भारत के बीच रिश्तें कुछ अच्छे नहीं चल रहे है. यह खटास खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या के बाद ओर भी ज्यादा बढ़ गयी है. कुछ समय के लिए तो वहां भारतीयों को खतरा भी लग रहा था. भारत में सिखों का अलगाववाद बहुत कम देखने को मिला था लेकिन कनाडा में यह सिखों का अलगाववाद दिखने लगा है. जिसके चलते कनाडा और भारत के विवाद हुए.
सिखों की हुई थी मृत्यु
यह बात 1914 की है, जब कनाडा से भारतीयों को जबरदस्ती निकाला जा रहा था. उस समय भारत के मुस्लिम, सिख और हिन्दुओं को समुंद्री जहाज में भरकर कनाडा से निकाला गया था और उनके लिए कनाडा के रस्ते बंध कर दिए थे. जिसके बाद उन्हें कोलकता के बन्दरगाह पर उतना पड़ा. इस घटना में 19 भारतीयों की मौत हो गयी थी.
जिसके बाद कुछ नियम बनाए गए थे और सिखों के लिए फिर से कनाडा के द्वार खोल दिए थे. सिखों को हमेशा से कनाडा काफी पसंद है, जिसका गवाह कनाडा में आज सिखों की संख्या है. भारत का आधा पंजाब कनाडा जा चुका है. सिखों के लिए कनाडा जाने के नियम भी आसान है. आप जानते ही है की सिख कई दशकों पहले से ही कनाडा में रहने लगे थे. इसके बाद हर साल ये संख्या बढ़ती चली गई और आज 10 लाख से भी ज्यादा सिख कनाडा में रहते हैं. इनमें से ज्यादातर के पास कनाडा की नागरिकता है. खासतौर पर पंजाब राज्य से सबसे ज्यादा सिख कनाडा जाते हैं और वहां नौकरी करते हैं. वही पर आपना परिवार के साथ रहते है.
और पढ़ें : सिख, पंजाबी और सरदार में क्या है फर्क ? यहां जानिए