Success story of Google in Hindi – गूगल जहाँ पर आपको हर सवाल, हर कंफ्यूजन का जवाब मिलने के पूरे चांस हैं क्योंकि गूगल हर हद पर हमारी मदद करने को तैयार रहता हैं और इस वजह से आज के समय में गूगल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है. वहीं इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि कैसे काफी कम समय में GOOGLE दुनिया का बादशाह बन गया.
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1998 में बना था गूगल
जानकारी के अनुसार, गूगल से पहले भी कई सर्च इंजन थे जिसको लोगों ने जमकर इस्तेमाल किया, लेकिन इन सभी में google आगे निकल गया. ऐसा तब हुआ 4 सितंबर 1998 को इंजीनियर लैरी पेज और सर्गे ब्रिन ने जानकारियों को एक जगह समेटने के लिए एक प्रोजेक्ट शुरू किया और इस तरह गूगल की शुरुआत हुई.
इंजीनियर लैरी पेज और सर्गे ब्रिन ने अपने पीएचडी असाइनमेंट के तौर पर इस सर्च इंजन को तैयार किया और यहीं से Google के बनने की शुरुआत हुई. वहीं कुछ सालों के बाद पेज और ब्रिन ने कंपनी का नाम बदलकर गूगल रख दिया साथ ही $100,000 में सुसान वोज्स्की एक साथ गूगल को शेयर किया. वहीं इसके बाद साल 2003 में गूगेल तेजी से आगे बढ़ा और माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया में सिलिकॉन ग्राफिक्स के स्वामित्व वाले एम्फीथिएटर टेक्नोलॉजी सेंटर में ट्रांसफर हो गया.
इस तरह आगे निकला गूगल
वहीं google के साथ-साथ कई और सर्च इंजन भी थे जो उसे टक्कर दे रहे थे लेकिन बेहतर प्रोडक्ट की वजह से google ने मार्केट पर कब्जा कर लिया। जहाँ कई सर्च इंजन फेल हो गए तो वहीं गूगल का अच्छा प्रदर्शन और बेहतरीन प्रोडक्ट की वजह से गूगल इंटरनेट पर छा गया साथ ही 60 प्रतिशत ऑनलाइन विज्ञापन की वजह से गूगल तेजी से आगे बढ़ता गया और आज के समय में गूगल सभी लोगों की ज़िन्दगी का हिस्सा है.
ऐसे हिट हुआ गूगल – Success story of Google
इसी के साथ साल 2004 में गूगल ने जीमेल पेश किया 2009 में गूगल मैप लॉन्च किया लेकिन गूगल मैप तब कामयाब हुआ जब इसमें नेविगेशन आया जिसके बाद आसानी से चीजों को ढूंढने में आसानी हुई और गूगल मैप हिट हो गया. इसके बाद Google ब्राउजर Chrome को पेश किया साथ ही Google ने 2016 में हार्डवेयर और वॉयस असिस्टेंट सेगमेंट में प्रवेश किया और यूजर्स को अपने फोन में Google Pixel, Google Home और उनके पर्सनल वॉयस असिस्टेंट सहित कई नए प्रोडक्ट के साथ आगे बढ़ता गया.
इसी के साथ अब गूगल ने प्रश्नों में उत्तर पाने के लिए दैनिक कार्यों में सहायता करने के लिए अपना AI-पॉवर्ड बार्ड चैटबॉट पेश किया है। इतना ही नहीं, तकनीकी दिग्गज ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी भारी निवेश किया है और कहा जाता है कि वह नई एआई-संचालित परियोजनाओं पर भी काम कर रहा है। इसी के साथ गूगल ने कैसे आम लोगों को इसे सुविधाजनक बनाया जा सकें इसपर काम किया और इस तरह गूगल आगे बढ़ता गया.
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