भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी जिनके ऊपर कई सारी डोकुमेंट्री और फिल्में बन चुकी है. इन फिल्मों में जहाँ गांधी के देश के लिए किए गये संघर्ष को दिखाया गया तो वहीं ये भी दिखाया गया कि क्यों गोडसे ने गांधी की हत्या क्यों की थी. भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी के किरदार को कई एक्टर ने निभाया लेकिन एक अंग्रेज फिल्म डायरेक्टर रिचर्ड एटनबरो ने गांधी पर फिल्म बनाने में अपने 20 साल लगा दिए जब फिल्म को लेकर उनकी मुलाकात भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से हुई तब उन्होंने फिल्म डायरेक्टर रिचर्ड एटनबरो से कहा कि फिल्म में गांधी को ईश्वर मत बनाओ.
फिल्म की वजह से कई बार भारत आए रिचर्ड
फिल्म डायरेक्टर रिचर्ड एटनबरो वो शख्स थे जिन्होंने गाँधी पर फिल्म बनाने के लिए 20 साल का समय लगाया और गाँधी पर फिल्म बनाने के लिए कई बार भारत आए लेकिन इस फिल्म को बनाने के लिए साल 1962 में मोतीलाल कोठारी ने रिचर्ड से फोन करके कहा कि आप महात्मा गांधी पर एक फिल्म बनाइये. जिसके बाद रिचर्ड मोतीलाल से मिलने गये और उन्होंने फिशर की किताब रिचर्ड को थमा दी साथ ही लुई माउंटबैटन से मिलने को कहा.
वहीं इस किताब को पढ़ने के बाद वो गांधी पर फिल्म बनाना के लिए उत्सुक हो गये और लुई माउंटबैटन से मिलने को कहा लेकिन माउंटबैटन ने रिचर्ड को सुझाया कि गांधी को नेहरू से बेहतर कोई नहीं जानता. उनसे जाकर मिलो. 1963 में रिचर्ड दिल्ली पहुंच गए. उन्होंने नेहरू को अपना विजन बताया. अप्रूवल मांगा, जो उन्हें मिल गया. बस नेहरू ने उन्हें एक सुझाव दिया. नेहरू ने कहा,गांधी में तमाम खामियां थीं. रिचर्ड, हमें वो दो. वही किसी इंसान की महानता की पहचान है.
नेहरू ने रिचर्ड से कही ईश्वर वाली बात
इसी बीच मुलाकात खत्म होने के बाद जब रिचर्ड वापस जा आरहे थे तब पीछे से नेहरू सीढ़ियां उतरते हुए आए. रिचर्ड से कहा, तुम्हारी फिल्म में उन्हें ईश्वर की तरह मत दिखाना. हमने यहां उनके साथ यही किया है. वो ईश्वर बनाए जाने के लिहाज़ से बहुत महान इंसान थे.
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मांगी मदद
वहीं 27 मई, 1964 को जवाहरलाल नेहरू का निधन हो गया और उन्हें ‘गांधी’ पर कोई अपडेट नहीं आया. जिसके बाद फिल्म गांधी’ को बनाने का ख्याल मन में रखते हुए रिचर्ड ने एक्टिंग करने लग गये सतह ही फिल्म बनाने प् भी काम करते वो स्टूडियोज़ गये साथ ही अकी सारी लोकेशन पर भी.व हैं इस फिल्म के लिए भारत सरकार से भी मदद मांगने मांगी और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नैशनल फिल्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानी NFDC ‘गांधी’ के बजट का एक तिहाई हिस्सा लोन के रूप दिया. लेकिन इस बाता का भी विरोध हुआ.
फिल्म ने आठ श्रेणियों में जीता ऑस्कर अवॉर्ड
वहीं इस फिल्म में बेन किंग्सले ने महात्मा गांधी रोशन सेठ ने जवाहरलाल ‘पंडितजी’ नेहरू, रोहिणी हट्टंगडी ने कस्तूरबा गांधी समेत बॉलीवुड के कई दिग्गज एक्टर ने इस फिल्म में काम किया और ये फिल्म बनी. वहीं 20 सल बाद रिलीज़ हुई इस फिल्म आठ श्रेणियों में ऑस्कर अवॉर्ड जीता.
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