14 की उम्र में ग्रेजुएशन और 16 की उम्र में PG
हैदराबाद के रहने वाले अगस्त्य जायसवाल (Agastya Jaiswal) ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। अगस्त्य ने महज 16 साल की छोटी सी उम्र में बड़ा कारनामा कर दिखाया है। उन्होंने इसी उम्र में पोस्ट ग्रेजुएट कर भारत के पहले लड़के बन गए हैं, जिन्होंने महज 16 साल की उम्र में अपना मास्टर्स (Master degree) कर लिया हो। इससे पहले वे सबसे कम उम्र में ग्रेजुएशन डिग्री हासिल करने वाले भारत के पहले लड़के थे। उन्होंने 2020 में 14 साल की उम्र में अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री (Graduation degree) पूरी कर ली थी। अगस्त्य ने इस कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है।
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पहले भी रच चुके हैं ऐसे इतिहास
मीडिया ख़बरों के अनुसार जायसवाल ने बताया कि वे तेलंगाना में पहले छात्र थे जिन्होंने 10वीं कक्षा को 9 साल की उम्र में 7.5 GPA के साथ पास किया था। इसके बाद उन्होंने 2014 में उस्मानिया यूनिवर्सिटी से बीए मास कम्युनिकेशंस और जर्नलिज्म (BJMC) की अपनी डिग्री पूरी की थी। इसी के साथ देश भर में इतने कम उम्र में यह कामयाबी हाशिल करने वाले पहले लड़के बन गए थे।
कुछ भी असंभव नहीं है
2022 में अगस्त्य जायसवाल ने उस्मानिया विश्वविद्यालय से महज 16 साल की उम्र में एमए समाजशास्त्र से पोस्ट-ग्रेजुएशन (PG) की डिग्री हासिल की। इसके परिणाम आने के साथ ही, फर्स्ट डिवीजन मार्क्स के साथ अगस्त्य जायसवाल ने अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन फाइनल ईयर एग्जाम को पास किया। अगस्त्य का सोचना है की इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। अपनी इस सफलता पर अगस्त्य ने कहा कि, ‘मेरे माता-पिता मेरे शिक्षक हैं; माता-पिता अश्विनी कुमार जायसवाल और भाग्यलक्ष्मी जायसवाल के समर्थन और ट्रेनिंग के साथ, मैं यह साबित करते हुए चुनौतियों पर काबू पा रहा हूं कि कुछ भी असंभव नहीं है।’
दोनों हाथों से लिखने के साथ और कई कला के धनी हैं अगस्त्य
अगस्त्य ने इतनी कम उम्र में सिर्फ डिग्रियां ही हासिल नहीं की है बल्कि वह दोनों हाथों से लिखने की कला में भी माहि हैं। अगस्त्य इसी उम्र में एक मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं और एक ऐसे बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं जो केवल 1.72 सेकंड में A से Z तक अक्षर टाइप कर सकते हैं। अगस्त्य सिर्फ पढ़ाई-लिखे में ही आगे नहीं हैं, बल्कि वो एक राष्ट्रीय स्तर के टेबल टेनिस खिलाड़ी भी हैं। यहां तक की उनकी कही हुई मोटिवेशन की बातें विदेश लोग भी फॉलो करते हैं। अगस्त्य की दिलचस्पी रिसर्च में भी है इस कारण जिसका श्रेय वह अपने भाई नैना जायसवाल को देते हैं जो एक रिसर्च स्कॉलर हैं।
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