दिल्ली में बने नए संसद भवन में कामकाज शुरू हो गया है. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी सांसदों के साथ ग्रुप फोटो खिचवाई और पुरानी संसद से पैदल मार्च करके नई संसद तक पहुंचे. वहीं इसके बाद नयी संसद भवन में कामकाज शुरू हुआ. वहीं इस बीच खबर है कि दिल्ली में बने नए संसद भवन के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी नया विधान भवन का निर्माण किया जायेगा.
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उत्तर प्रदेश में बनेगी नयी विधानभवन
मिली जानकारी के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उत्तर प्रदेश में नए विधानभवन की आधारशिला रखी जा सकती है और इस भवन को बनाने का खर्चा कुल 3000 करोड़ आयेगा. वहीं उत्तर प्रदेश में नए विधान भवन के निर्माण की जरूरत इसलिए है क्योंकि वर्तमान में जो यूपी का विधान भवन है वो काफी छोटा है जिसकी वजह से कई सारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं इस वजह से यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अब दिल्ली की तरह यूपी में भी नए विधानभवन को बनाने की तैयारी कर रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, यूपी में नए विधानभवन को बनाने में करीब तीन हजार करोड़ रुपये का खर्चा होगा और स्वर्गीय अटल जी जयंती पर इस नए विधानभवन की आधारशिला रखी जाएगी. वहीं नए विधानभवन का निर्माण दारुलशफा और आसपास के क्षेत्र को मिलाकर होगा. वहीं कहा जा रहा है कि नए विधानभवन का निर्माण कार्य साल 2027 तक पूरा हो जायेगा ताकि 18वीं विधानसभा के कम से कम एक सत्र का आयोजन नए भवन में हो.
नए विधानभवन में होगी आधुनिक सुविधाएं
यूपी में वर्तमान विधानभवन भविष्य में होने वाले परिसीमन को देखते हुए छोटा हो सकता है, विधानभवन में सदस्यों को बैठने के लिए पहले से ही कम जगह है, मौजूदा भवन का उद्घाटन 1928 में हुआ था लेकिन अब जनसंख्या के हिसाब से हालात काफी बदल गए हैं. सेंट्रल विस्टा की तरह नया विधानभवन भी आधुनिक सुविधाओं और लेटेस्ट तकनीक से लेस होगा. इस भवन का निर्माण भी इस आधार पर होगा कि इसमें यूपी की संस्कृति की झलक मिले और पूरे देश में मिसाल बन सके.
यूपी के नए विधानसभा भवन को पूरी तरह भूकंप रोधी और इको फ्रेंडली तरीके से बनाया जाएगा. तय लक्ष्य के मुताबिक 2027 में जब नए विधानभवन का निर्माण पूरा होगा तो तब पुरानी विधानसभा को बने हुए सौ साल पूरे होने को होंगे.
केंद्र सरकार ने भी करवाया नए संसद भवन का निर्माण
आपको बता दें कि दिल्ली में भी केंद्र सरकार नए संसद भवन का निर्माण कराया है. पीएम मोदी ने दिसंबर, 2020 में नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी फिर उन्होंने ही 28 मई 2023 को इसका उद्घाटन किया. वहीं मंगलवार 19 सितम्बर को को गणेश चतुर्थी के शुभअवसर पर नई संसद में कामकाज का पहला दिन था. नई संसद भी आधुनिक सुविधाओं से लेस है. वहीं ये नयी संसद की चार मंजिला यह इमारत 64,500 वर्ग मीटर में फैली है. इसको बनाने में करीब 1200 करोड़ रुपये की लागत आई है. नए संसद भवन में लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्यों के बैठने की व्यस्था है. वहीं अगर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होती है, तो लोकसभा कक्ष में कुल 1280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है.
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