काजल हिंदुस्तानी (Kajal hindustani ) ये नाम इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि काजल हिंदुस्तानी ने एक भड़काऊ भाषण दिया था और इसके बाद उनके ऊपर केस दर्ज हो गया है. दरअसल, रामनवमी वाले दिन देश के राज्य बिहार, पश्चिम बंगाल और गुजरात कई हिस्सों में हिंसा की वारदातें सामने आईं. वहीँ इस बीच गुजरात (Gujrat roits) के हिंसा की खबर चर्चा का विषय बनी क्योंकि यहाँ पर काजल हिंदुस्तानी ने एक भड़काऊ भाषण दिया और इस महिला को पीएम मोदी भी ट्विटर पर फॉलो करते हैं.
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काजल हिंदुस्तानी ने दिया भड़काऊ भाषण
जानकरी के अनुसार, गुजरात के उना शहर में काजल हिंदुस्तानी द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषण के बाद तनाव का माहौल पैदा हुआ. काजल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कथित तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया. कथित नफरत भरे भाषण के बाद से ऊना शहर में हड़कंप मच गया. ऊना पुलिस ने काजल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जिसमें उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 295 (ए) (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य, किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वास का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
मुसलमानों के खिलाफ था भाषण
काजल हिन्दुस्तानी ने देश में रामनवमी के अवसर पर पर विश्व हिन्दू परिषद के एक कार्यक्रम में मुसलमानों के खिलाफ बेहद विवादास्पद और भडकाउ भाषण दिया. उसने मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल भी किया. वहीं उनके इस बयान के बाद आहत होकर मुसलमानों ने प्रदर्शन भी किया. इस सांप्रदायिक तनाव में हिंदुओं और मुसलमानों में हिंसा की खबरें भी आने लगी. इसके बाद गुजरात पुलिस ने मौके पर पंहुचकर हालात पर काबू पाया.
पुलिस ने 50 से अधिक लोगों को किया गिरफ्तार
इस बीच, पुलिस ने दंगा करने के आरोप में 50 से अधिक लोगों को हिरासत में भी लिया है. पुलिस अधीक्षक श्रीपाल शेषमा ने संवाददाताओं से कहा, “हमने दो प्राथमिकी दर्ज की हैं. एक काजल हिंदुस्तानी के खिलाफ अभद्र भाषा के लिए है, और दूसरी दंगा करने के लिए भीड़ के खिलाफ है.”
काजल हिन्दुस्तानी पर भी दर्ज हुई FIR
वहीं काजल हिन्दुस्तानी के खिलाफ हेट स्पीच के मामले में कार्यवाही करते हुये एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस ने उना हिंसा के मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं. जिनमें से एक धार्मिक उन्माद और नफरत फैलाने के आरोप में काजल पर तथा दूसरी दंगा करने वाली भीड पर की गयी है. गुजरात पुलिस का कहना है कि जल्द ही काजल हिन्दुस्तानी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जायेगी.
कौन हैं काजल हिंदुस्तानी?
काजल हिंदुस्तानी का पूरा नाम काजल सिंगला है लेकिन उन्होंने सिंगला सरनेम को हटाकर अपने आगे हिंदुस्तानी लगा लिया है. काजल मूल रूप से राजस्थान के सिरोही की रहने वाली हैं और फिलहाल वो गुजरात के जामनगर और अहमदाबाद में रहती हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार काजल हिंदुस्तानी एक राष्ट्रवादी हैं और भारतीय संस्कृति और धर्मों के बारे में जागरूकता फैलाने का काम करती हैं. उनकी अपनी वेबसाईट पर काजल लिखती हैं कि वे गुजरात की एक निडर शेरनी हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने सरनेम सिंगला का त्याग कर रखा है. काजल के मुताबिक वे हिन्दुओं के अधिकारों के लिये काम करने वाली एक मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं. काजल का ये भी कहना है कि वह एक हिन्दू राष्ट्र और संस्कृति के लिये समर्पित कार्यकर्ता हैं.
मोदी सरकार से है काफी अच्छे रिश्ते
काजल को भारतीय जनता पार्टी और विश्व हिन्दू परिषद के काफी नजदीक माना जाता है. वे कई मौकों पर बीजेपी नेता अमित शाह, ओम बिडला और नरेंद्र मोदी के चुनावी प्रचार में भी नजर आ चुकी है जिसकी वजह से राजनीती में भी उनके रिश्ते मोदी सरकार से काफी अच्छे हैं.
पीएम मोदी करते हैं ट्विटर पर फॉलो
इसके साथ ही काजल विश्व हिन्दू परिषद के द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में नियमित रूप से शिरकत करती रही हैं. वहीं काजल हिंदुस्तानी खुले तौर पर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की वकालत करती रहती हैं सोशल मीडिया पर भी उनके हजारों की तादाद में फॉलोअर्स हैं और यही भीड़ उनके कार्यक्रमों में देखने को मिलती है इसी एक साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी भी उन्हें फॉलो करते हैं.