पूरा देश 26/11 मृतकों को कर रहा याद
विश्व भर में बहुत सारी समस्या, जैसे की ग्लोबल वार्मिंग, हवा-पानी का प्रदूषण इत्यादि, लेकिन टेररिस्ट यानी की आतंकवाद अभी भी दुनिया के इन समस्याओं के बीच टॉप पर बैठी है। आज के ही दिन यानि की 26 नवंबर 2011 को मुंबई के ताज होटल और अन्य जगहों पर आतंकवादी हमला हुआ था जिसमे 166 लोगों की मृत्यु हो गई थे। आपको अगर याद हो तो ये आंकड़ा गुजरात के मोरबी पुल हादसे से भी बड़ा है। हर साल इन मृतकों की आत्मा के शांति के लिए पूरा देश इन्हे याद करता है और श्रद्धांजलि देता है, लेकिन यहाँ पर यानि की इसी 26 /11 को हर साल देश के सामने एक सवाल भी आता है और वह ये है की अभी तक इस हमले का मास्टर माइंड आजाद क्यों है।
विदेश मंत्री जयशंकर : मास्टरमाइंड अभी भी हैं बाहर
इसी पर देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीड़ितों को याद करते हुए एक ट्विटर किया जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘आतंकवाद से मानवता को खतरा है। आज 26/11 को दुनिया अपने पीड़ितों को याद करने में भारत के साथ है। जिन लोगों ने इस हमले की योजना बनाई और निगरानी की उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
Terrorism threatens humanity.
Today, on 26/11, the world joins India in remembering its victims. Those who planned and oversaw this attack must be brought to justice.
We owe this to every victim of terrorism around the world. pic.twitter.com/eAQsVQOWFe
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) November 26, 2022
इससे पहले अक्टूबर में जयशंकर ने मुंबई में आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने के मामले में ढिलाई बरतने को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पर जमकर भड़ास निकाली थी।
विश्व यहूदी कांग्रेस भारत सरकार के साथ
विश्व यहूदी कांग्रेस (WJC) आज के दिन भारत सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने विश्व भर में आतंकवाद के बारे में चिंता व्यक्त की और 26/11 में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। 26 नवंबर, 2008 को मुंबई आतंकवादी हमलों के इस 14 वीं वर्षगांठ पर मारे गए 166 पीड़ितों के जीवन का शोक मनाने के लिए भारत सरकार के साथ सम्मिलित हो गई है।
अस्पताल, रेलवे स्टेशन, होटल्स, तथा यहूदी केंद्र पर हुआ था हमला
2008 में इस दिन, हथियारबंद आतंकवादियों ने मुंबई में एक दर्जन स्थानों पर हमला किया था। यह हमला एक अस्पताल, रेलवे स्टेशन, एक रेस्तरां, एक यहूदी केंद्र और ताजमहल पैलेस सहित दो लक्जरी होटल में किया गया था। हमलों में कम से कम 166 लोग मारे गए और 300 से अधिक घायल हुए थे। आज देश भर के नेता, सेलिब्रिटी और आम जनता इन लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि प्रकट करती है।