खत्म हुआ पहलवानों का धरना, जानिए सरकार से क्या थी पहलवानों की डिमांड? 7 घंटे की मीटिंग में क्या हुआ फैसला

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दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों का धरना हुआ खत्म

भारत की राजधानी दिल्ली (Delhi ) के जंतर-मंतर (jantar-mantar) पर धरने पर बैठे पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया है. दरअसल, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Sports Minister Anurag Thakur) से दूसरे दौर की बातचीत के बाद खिलाड़ियों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त करने का फैसला किया. वहीं इस धरने को खत्म करने से पहले सरकार ने पहलवानों को करवाई का आश्वासन दिया है. 

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क्या थी पहलवानों की डिमांड 

जानकारी के अनुसार, बुधवार 18 जनवरी से शुरू हुए पहलवानों के इस धरने में टोक्यो ओलिंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पुनिया (Bajrang Punia), वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाली विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) जैसे पहलवान शामिल थे. इन सभी की आगुवाई में देश के कई पहलवानों ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह (Wrestling Federation of India President Brij Bhushan Sharan Singh) पर मानसिक और यौन प्रताड़ना जैसे आरोप लगाए थे. वहीं पहलवानों की सरकार से डिमांड करी थी कि उनके इस आरोप को WFI के अध्यक्ष और BJP MP ने सीधे-सीधे खारिज कर दिया. 

वहीं इस धरने के दूसरे दिन 3 बार की कॉमनवेल्थ मेडलिस्ट और बीजेपी की नेता बबिता फोगाट (Babita phogat) ने सरकार की तरफ से पहलवानों की हर डिमांड को पूरा करने का आश्वासन दिया और इस बात पर जोर दिया कि WFI को भंग किया जाएगा.  इस बीच दूसरे दिन पहलवानों के धरने को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वो पहलवानों के मनोबल को टूटने नहीं देंगे. 

धरने खत्म करने से पहले क्या हुआ

20 जनवरी को खत्म हुए इस धरने में IOA भी शामिल हुआ. वहीं आरोपों की जांच के लिए IOA की अध्यक्ष पीटी उषा ने मैरी कॉम की अध्यक्षता में 7 सदस्यीय कमिटी बनाई. इस कमिटी में योगेश्वर दत्त और डोला बनर्जी को भी शामिल किया गया है. वहीं, खिलाड़ियों से मुलाकात के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) अध्यक्ष और यूपी के कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारियों से अलग करने का फैसला लिया है.

निगरानी समिति का होगा गठन 

वहीं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों से मुलाकात के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ‘‘ एक निगरानी समिति बनाने का फैसला किया गया है जिसके सदस्यों के नामों की घोषणा आने वाले समय में की जाएगी. समिति चार हफ्ते में जांच पूरी करेगी. वह डब्ल्यूएफआई और इसके अध्यक्ष के खिलाफ वित्तीय या यौन उत्पीड़न के सभी आरोपों की गंभीरता से जांच करेगी.’’ उन्होंने बताया, ‘‘ जांच पूरी होने तक वह (बृजभूषण शरण सिंह) अलग रहेंगे और जांच में सहयोग करेंगे जबकि डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के काम को निगरानी समिति देखेगी.’’

खत्म हुआ धरना 

वहीं, पहलवान बजरंग पूनिया ने बताया कि सभी खिलाड़ियों को केंद्रीय मंत्री (अनुराग ठाकुर) ने आश्वासन दिया है. सभी को समझाया भी है…हम खिलाड़ी अपने आंदोलन को बंद कर रहे हैं क्योंकि हमें सरकार ने आश्वासन दिया है. हमें विश्वास है कि हमें न्याय मिलेगा.

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