भारत ने एक बड़ा फैसला लिया है और अब इस फैसले की वजह से दुनियाभर के कई देशों में हड़कंप सा मच गया है. दरअसल, भारत से दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में चावल का निर्यात होता है और अब भारत ने एक बड़ा फैसला लेते हुए गैर-बासमती चावल के निर्यात पर बैन लगा दिया है और इस बैन की वजह से विदेशों के सुपर मार्किट में चावल की कीमतें (Rice Price Rise) बढ़ गयी है. इसी के साथ स्टोर्स के बाहर चावल लेने के लिए ग्राहकों को लंबी लाइन लग गयी है.
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इस वजह से चावल पर लगा बैन
जानकारी के अनुसार, घरेलू बाजार में चावल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. वहीं रिटेल मार्केट में बीते एक साल में जो भाव तह वो 11.5 फीसदी तक बढ़ ज्ञ है साथ ही महीनेभर में ही चावल 3 फीसदी महंगा हो गया है. वहीं ये बैन का फैसला घरेलू बाजार में चावल की कीमतों में कमी लाने और चावल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिया गया है. सरकार ने पिछले साल 8 अगस्त को नॉन-बासमती सफ़ेद चावल के निर्यात पर 20 फीसदी का निर्यात शुल्क लगाया था, इसके बाद अब इसके निर्यात पर बैन लगा दिया गया है.
25 फीसदी है गैर-बासमती राइस का हिस्सा
देश से दुनियाभर के करीब 160 देशों में चावल का निर्यात किया जाता है और इस हिस्बा से भारत देश से निर्यात होने वाले सभी तरह के चावल की ग्लोबल मार्केट में 40 फीसदी हिस्सेदारी है साथ ही गैर-बासमती राइस का हिस्सा लगभग 25 फीसदी है और अमेरिका, इटली, थाइलैंड, स्पेन और श्रीलंका सिंगापुर, फिलीपींस, हांगकांग, मलेशिया ऐसे देश हैं जहाँ सबसे ज्यादा चावल एक्सपोर्ट किया जाता है. वहीं अब भारत द्वारा गैर-बासमती चावल के निर्यात पर बैन लगाने के बाद इन सभी देश में हडकंप मच गया है.
2215 रुपये तक पहुंची चावल की कींमत
वहीं बैन की खबर आने के बाद US के सुपर मार्केट्स में गैर-बासमती चावल को खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ लग गयी है साथ लोग ज्यादा से ज्यादा मात्र में चावल खरीद रहे हैं . इसी के साथ चावल के रेट भी बढ़ गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, 9 किलोग्राम के एक पैकेट का दाम बढ़कर 27 डॉलर या 2215 रुपये तक पहुंच गया है.
बासमती चावल के निर्यात पर नहीं लगा प्रतिबंध
आपको बता दें, भारत ने मौजूदा वित्त वर्ष में 2023-24 (अप्रैल-जून) में गैर बासमती सफेद चावल लगभग 15.54 लाख टन निर्यात किया गया है, जो पिछले साल 2022-23 (अप्रैल-जून) के मुकाबले 35 फीसदी ज्यादा है. केंद्र सरकार ने बीते 20 जुलाई को बड़ा फैसला लेते हुए गैर-बासमती चावल के निर्यात पर बैन लगाया था. हालांकि भारत ने बासमती चावल के निर्यात पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है.
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