कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में एक लेक्चर के दौरान राहुल ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में एक लेक्चर दिया है और तभी से इस लेक्चर की वजह से राहुल गांधी चर्चा का विषय बने हुए हैं. जहाँ राहुल गांधी ने बुधवार 1 मार्च को कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के बिजनेस स्कूल में राहुल ने छात्रों को संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला तो वहीं उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों की तारीफ भी की लेकिन नीतियों की तारीफ करते हुए उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा है.
राहुल ने आरोप लगते हुए इन नीतियों की करी तारीफ
जहाँ राहुल ने पीएम मोदी पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया तो भारत में उनकी जासूसी किए जाने की बात भी कही. इस दौरान एक मौका ऐसा भी आया, जब कांग्रेस नेता ने केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों की तारीफ भी करी. राहुल से जब मोदी सरकार की अच्छी नीतियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उज्जवला योजना और जन धन योजना का जिक्र किया.
नीतियों पर क्या बोले राहुल
कैंब्रिज में कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी से ये सवाल किया गया कि क्या नरेंद्र मोदी सरकार की उन नीतियों के बारे में बता सकते हैं जो भारत के हित में हैं? तो राहुल गांधी ने कहा, शायद महिलाओं को गैस सिलिंडर देना और लोगों के बैंक अकाउंट खुलवाना अच्छा कदम है लेकिन मेरे विचार में मोदी भारत की बनावट को बर्बाद कर रहे हैं. वो भारत पर एक ऐसा विचार थोप रहे हैं जिसे भारत स्वीकार नहीं कर सकता. भारत राज्यों का संघ है. अगर कोई एक विचार थोपा जाएगा तो प्रतिक्रिया होगी. भारत में धार्मिक विविधता है. भारत में सिख, मुस्लिम, ईसाई सभी हैं लेकिन मोदी इन्हें दूसरे दर्जे का नागरिक समझते हैं. मैं इससे सहमत नहीं हूं. जब बुनियादी स्तर पर असहमति हो तो फर्क नहीं पड़ता कि आप किन दो–तीन नीतियों से सहमत हैं.
कश्मीर में आतंकवादियों के सामने का किया जिक्र
इसी के साथ राहुल गांधी के संबोधन का एक हिस्सा भारत जोड़ो यात्रा के बारे में रहा. कश्मीर के बारे में बताते हुए राहुल ने कहा, कश्मीर में कई सालों से हिंसाग्रस्त है. सुरक्षा अधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर आगाह किया लेकिन जब हम आगे बढ़े तो हजारों लोग तिरंगा लेकर आगे आए. एक व्यक्ति करीब आया उसने कुछ लड़कों की तरफ दिखा कर बताया कि वो उग्रवादी हैं. उन लड़कों ने मुझे घूर कर देखा लेकिन कुछ कर नहीं पाए. राहुल गांधी ने कहा कि यह लोगों की बात सुनने और अहिंसा की ताकत है.