रीजनल कनेक्टिविटी को मजबूत करन के मकसद से लाई गई RRTS परियोजना की रैपिडएक्स (RapidX) रेल का शुभारंभ हो गया है और इसके शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सरल आवाजाही की सुविधा मिलेगी. वहीं इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि रैपिडएक्स प्रोजेक्ट क्या है और इसके आने से भारत में क्या-क्या बदलाव आएंगे.
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जानिए क्या है RRTS प्रोजेक्ट
जानकारी के अनुसार, 20 october को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस गलियारे के 17 किलोमीटर के हिस्से का का उद्घाटन किया और देश में अब नई ‘रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ (RRTS) रेलगाड़ियों को नमो भारत के नाम से जाना जाएगा. इन्हें रैपिडएक्स (RapidX) भी कहा जाता है.
रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (आरआरटीएस) एक हाई-स्पीड, हाई-फ्रीक्वेंसी परिवहन प्रणाली है जो 160 किलोमीअर प्रति घंटा की परिचालन गति से एनसीआर के निवासियों को क्षेत्र में निर्बाध रूप से यात्रा करने की सुविधा प्रदान करेगा. इसका 82 किलोमीटर लंबा प्रथम कॉरिडोर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के बीच निर्माणाधीन है जो साल 2024-25 के बीच शुरू हो जायेगा.
आरआरटीएस का ये है मकसद
जहाँ इस आरआरटीएस के इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद दिल्ली से मेरठ का सफ़र 55 मिनट में तय हो जायेगा तो वहीं इस प्रोजेक्ट का असली मकसद दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख जगहों को आपस में जोड़ना है. रिपोर्ट के अनुसार, आरआरटीएस की ट्रेन तेजी गति के साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कुल आठ प्रोजेक्ट को पूरा करेगी इसके बाद पहले चरण में तीन गलियारों दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी-अलवर और दिल्ली-पानीपत के क्रियान्वयन को प्राथमिकता दी गई है. वहीं इन प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद कई और सहर इस आरआरटीएस रेल कके जरिए यात्रियों को लम्बी दुरी कम समय एम् तय करने की सुविधा देंगी.
इस रैपिडएक्स प्रोजेक्ट के पहले चरण में साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच स्थित 17 किलोमीटर लंबा खंड है और इस खंड में पांच स्टेशन हैं, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो है.
ये ट्रेन बुलेट ट्रेन जैसे आकार में सभी सुविधा से लैस होगी साथ ही इस ट्रेन एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई 2×2 ट्रांसवर्स सीटिंग, खड़े होकर यात्रा करने के लिए जगह, स्थान, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप, मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप, जैसी सुविधाओं दी गयी है.
इसी के साथ इस रैपिडएक्स ट्रेन में एक महिला कोच आरक्षित है, यह प्रीमियम कोच के बाद दूसरा कोच होगा. ट्रेन के अन्य कोचों में भी महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित हैं. विकलांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी सीटें आरक्षित हैं.
हर 15 मिनट में उपलब्ध होगी ट्रेन
इस ट्रेन का परिचालन सुबह 6 बजे से रात 11 बजे के बीच होगा. दोनों दिशाओं में पहली ट्रेन का परिचालन सुबह 6 बजे से आरंभ होगा. दोनों दिशाओं के स्टेशनों से अंतिम ट्रेन रात 11 बजे प्रस्थान करेगी. वहीं ये ट्रेन हर 15 मिनट में उपलब्ध होगी.
रैपिडेक्स में सफर करने वाले यात्री क्यूआर कोड टिकट हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा टिकट वेंडिग मशीन, पेपर क्यू-आर टिकट एवं नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) को रीचार्ज करने के लिए यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) सक्षम टिकट वेंडिग मशीनें जैसी सुविधाएं भी इसमें हैं. यात्री टीवीएम से टिकट खरीदने के लिए बैंक नोट, बैक कार्ड, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड तथा यूपीआई का प्रयोग कर सकते हैं.
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