आज प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल पहुंच कर प्रदेश की पहली वन्दे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई है. प्रधानमंत्री मोदी ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन को रवाना किया. मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे. एमपी की पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम मोदी ने कहा, आज मध्य प्रदेश को अपनी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिली है. इससे भोपाल और दिल्ली का सफर और तेज हो जाएगा. यह ट्रेन प्रोफेशनल्स के लिए, नौजवानों के लिए, कारोबारियों के लिए नई-नई सुविधा लेकर के आएगी.
ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि, इस नए भारत में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं, नई परंपराएं बन रही हैं. आज का कार्यक्रम इस बात का सर्वोत्तम उदाहरण है. साथ ही पीएम मोदी ने कहा, यह आयोजन जिस आधुनिक और भव्य रानी कमलापित स्टेशन पर हो रहा है, उसका लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आप सबने मुझे दिया था. आज मुझे यही से दिल्ली के लिए भारत के आधुनिकतम वंदे भारत ट्रेन को रवाना करने का अवसर दिया है. पीएम मोदी ने कहा, रेलवे के इतिहास में कभी बहुत कम ऐसा हुआ होगा कि एक ही स्टेशन पर इतने कम अंतराल में किसी प्रधानमंत्री का दोबारा आना हुआ हो.
‘मोदी तो बना रहा है अप्रैल फूल’
अब कार्यक्रम हो और मोदी जी का भाषण हो तो कांग्रेस का जिक्र न हो ऐसा कैसे हो सकता है. प्रधामंत्री बोले, जब इस ट्रेन को हरी झंडी दिखने की खबर अखबार में छपेगी तो हमारे कांग्रेस के मित्र एक अप्रैल की वजह से यह बयान जरूर देंगे कि ये मोदी तो ‘अप्रैल फूल’ बना रहा है. लेकिन आप देखिए, एक अप्रैल को ही यह ट्रेन चल पड़ी है. यह हमारे कौशल, सामर्थ्य और हमारे आत्मविश्वास का प्रतीक है.
कांग्रेस को उन्ही की भाषा में दिया जवाब
कांग्रेस के 70 साल के शासन कल को याद दिलाते हुए बोलते हैं कि, आजादी के बाद कांग्रेस को अंग्रेजों का बना बनाया रेलवे नेटवर्क मिला था जिसे अगर सरकार चाहती तो तरक्की की आसमान पर ले जा सकती थी. लेकिन अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इन्होने रेलवे विकास को ही बली चढ़ा दी. हालत तो ऐसी थी कि आजादी के दशकों बाद भी आज हमारे नार्थ ईस्ट के राज्य रेल से नहीं जुड़े थे.
मोदी ने कहा कि, 2014में जब मुझे देश की सेवा का मुका मिला तो मैंने वें तय कर लिया था कि अब ऐसा कुछ नहीं होगा, रेलवे का कायाकल्प होकर ही रहेगा. बीते 9 सालों में हामरी लगातार यही कोशिश रही है कि भारतीय रेलवे दुनिया का सर्वोत्तम रेलवे कैसे बने?
पहले रोकी जाती थी ट्रेनें अब होती है चलाने की डिमांड
भोपाल के कमलापति रेलवे स्टेशन से पीएम मोदी ने गरजना की कि, पहले सांसद हमें विशेष चिट्ठी लिखते थे कि ट्रेन इस स्टेशन पर रूकने की व्यवस्था हो, यहां रोकी जाए, वहां रोकी जाए, यही आता था. आज मुझे गर्व है कि जब सांसद चिट्ठी लिखते हैं और मांग करते हैं कि हमारे यहां भी ‘वंदे भारत ट्रेन’ जल्दी से जल्दी चालू हो.