"धर्म बचाइए, मंदिरों को सरकार के कब्जे से मुक्त कराइए…" रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अपील

"धर्म बचाइए, मंदिरों को सरकार के कब्जे से मुक्त कराइए…" रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अपील

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ब्राह्मण समाज से एक खास अपील की है और ये अपील धर्म बचाने को लेकर है. दरअसल, राजस्थान के जयपुर में रविवार को जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में ब्राह्मण महापंचायत (Brahmin Mahapanchayat Jaipur) हुई.  वहीं इस कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ब्राह्मण समाज को संबोधित करते हुए धर्म बचाने की अपील करी. 

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केंद्रीय रेल मंत्री  ने की लोगों से अपील 

जानकारी के अनुसार, जयपुर में हुए इस ब्राह्मण महापंचायत में बीजेपी के साथ-साथ सत्तारूढ़ कांग्रेस के भी कई दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया. वहीं रेल मंत्री ने ब्राह्मण संगठन विप्र सेना की ओर से विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलाई गई ‘ब्राह्मण महापंचायत’ में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने भगवान परशुराम पर डाक टिकट का भी अनावरण किया. जहाँ इस महापंचायत में लाखों लोग शामिल हुए तो वहीं इस मौके पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ब्राह्मण समाज को संबोधित करते हुए मौजूद लोगों से अपना धर्म बचाने के लिए एकता दिखाने की अपील की, साथ ही मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने का आह्वान किया. वहीं उन्होंने ये भी कि कहा कि राजस्थान विधानसभा में ब्राह्मण विधायकों की संख्या और ज्यादा होनी चाहिए. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने कहा, ‘साथियों, आपके उत्साह, शक्ति और एकता का इस्तेमाल हमेशा राष्ट्र निर्माण और अन्याय से लड़ने के लिए किया गया है। आप विश्वास के रक्षक हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि अपना धर्म बचाने के लिए एकता दिखाइये। इसी के साथ उन्होंने मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से स्वतंत्र कराने की अपील करी और ब्राह्मण विधायकों की संख्या बढ़ाने पर भी जोर देने को कहाँ 

‘मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किया जाए’

वहीं इस मौके पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी ने भी मांग करते हुए कहा कि सभी मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किया जाए। सरकार को मंदिरों को नियंत्रित करने का अधिकार नहीं होना चाहिए। इसी एक साथ कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज ने ब्राह्मणों की आबादी का हवाला देते हुए कहा कि अगला मुख्यमंत्री जाति से होना चाहिए। भारद्वाज ने कहा कि 200 विधायकों के सदन में ब्राह्मण विधायक घटकर 17 रह गए हैं। यह एक समय 60 होते थे।

क्यों किया गया ब्राह्मण महापंचायत का आयोजन 

ये ब्राह्मण महापंचायत ब्राह्मणों के हितों की रक्षा के लिए काम करने वाली संस्था विप्र सेना की ओर से जयपुर में ब्राह्मण महापंचायत बुलाई गई थी। आयोजकों के मुताबिक, जनसंख्या के हिसाब से उन्हें राजनैतिक प्रतिनिधित्व का मौका किसी भी पार्टी ने नहीं दिया लेकिन इस शक्ति प्रदर्शन के जरिए राजनैतिक पार्टियों को उन्होंने अपनी ताकत का अहसास कराने की कोशिश करी है. 

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