अंकिता के परिवार को सरकार पर नहीं है भरोसा, CBI जांच की करी मांग
अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari Murder) मामले को लेकर उत्तराखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई लेकिन इस ममाले में बेटी हत्या मामले में न्याय नहीं मिल पाने से दुखी परिजन कोर्ट के गेट पर ही रोने लगे और अब अंकिता के परिजनों ने इस मामले को लेकर के बड़ा बयान दिया है साथ ही सीबीआई जाँच की मांग की है.
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परिजन ने करी ये मांग
दरअसल, हाल ही में अंकिता के परिजन पौड़ी के श्रीकोट से यहां दायर याचिका की सुनवाई के लिए पहुंचे थे। अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि अब तक सरकार ने एसआईटी (SIT) से जांच कराई है, उस जांच से वह संतुष्ट नहीं हैं। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ेंगे. जागो उत्तराखंड (Jago Uttarakhand) के तहत उनकी बेटी के लिए चंदा इकट्ठा किया जा रहा है। वीरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि सरकार (Uttarakhand Government) उनकी बेटी को न्याय दिलाने का अपना मुख्य उद्देश्य तो भूल ही गई, वो शायद चंदे की आड़ में मामले को दबाना चाहती है।इसी के साथ अंकिता भंडारी के पिता ने ये भी कहा कि सरकार ने साजिश के तहत आरोपियों की बचाने की कोशिश की है और सारे साक्ष्य मिटाए हैं। वहीं अंकिता की मां सोनी भंडारी का कहना है कि अब सरकार का ना तो कोई जनप्रतिनिधि उनसे मिलने आता है और न ही उनसे किए वादे निभाए जा रहे हैं।
सबूतों के साथ हो रही है छेड़खानी
हत्याकांड की जांच पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी की अध्यक्षता वाली एसआईटी कर रही है। पौडी गढवाल निवासी आशुतोष नेगी ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि पुलिस और एसआईटी मामले के महत्वपूर्ण सबूतों को छिपा रहे हैं और अंकिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। वहीं याचिका में कहा गया है कि जिस दिन नहर से अंकिता का शव बरामद हुआ, उसी दिन उसका कमरा तोड़ दिया गया। मृतका के शव का किसी महिला चिकित्सक की मौजूदगी के बिना ही पोस्टमार्टम कर दिया गया, जो उच्चतम न्यायालय के आदेशों का स्पष्ट उल्लंघन है।
सुप्रीम कोर्ट में करेंगे अपील
याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि पीड़िता से दुर्व्यवहार भी किया गया। हालांकि, पुलिस इस तथ्य को छिपा रही है। याचिकाकर्ता ने इसके मद्देनजर सीबीआई जांच का अनुरोध किया है। इस दौरान, उच्च न्यायालय परिसर में मौजूद अंकिता के माता-पिता ने संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने पर कहा कि वे एसआईटी की जांच से संतुष्ट नहीं हैं और वे अपनी बेटी की हत्या की जांच सीबीआई से कराने के पक्ष में हैं।
जानिए क्या था मामला
आपको बता दें, ये मामला 18 सितंबर को शुरू हुआ था जब पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी (19) जो कि वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। वह 18 सितंबर को रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। वहीं जब इस मामले की खबर पुलिस के पास पहुंची तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी. वहीं इस मामले पर करवाई करने के बाद अंकिता की डेड बॉडी ऋषिकेश की चिला नहर से बरामद किया वहीँ इस मामल में रिजॉर्ट के मालिक के रिजॉर्ट के मालिक और उसके मैनेजरों की भी गिरफ़्तारी की गयी.
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