नहर में मिला रहस्मय ढंग से लापता हुई अंकिता भंडारी क शव
उत्तराखंड (Uttarakhand ) में अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari ) हत्याकांड के मामले से पूरे राज्य का माहौल गर्म हो गया है। ऋषिकेश में हुए इस अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं जिसके बाद राज्य के सीएम ने इस मामले को लेकर एक बड़ा एक्शन भी लिया है. दरअसल, 18 सितंबर से गायब हुई अंकिता भंडारी का शव नहर में पाया गया है। जिसके बाद इस मामले को लेकर राज्य के सीएम (CM) में कड़ी करवाई के आदेश दिए हैं. जिसके बाद इस मामले की जाँच में तेजी आ गयी हैं।
18 सितंबर को गायब हुई थी अंकिता
ये मामला 18 सितंबर को शुरू हुआ था जब पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी (19) जो कि वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। वह 18 सितंबर को रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। वहीं जब इस मामले की खबर पुलिस के पास पहुंची तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी।
मालिक और उसके मैनेजरों की हुई गिरफ्तारी
इस मामले पर करवाई करते हुए पुलिस बृहस्पतिवार तक अंकिता का जब कुछ पता नहीं चला। तो इसके बाद ये मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया और एक नए सिरे से मामले की जाँच शुरू हुई। इसके बाद जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट के मालिक और उसके मैनेजरों का इस कांड में शामिल होने की बात कही। रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भाष्कर के साथ रिजॉर्ट से गई थी। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे ये तीनों ही रिजॉर्ट में लौटे। अंकिता उनके साथ नहीं थी। जिसके बाद पुलिस ने इस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने सारे घटना का खुलासा किया। इसी के साथ अंकिता की गुमशुदगी मामले में हुई गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में उसको चिल्ला नहर में धक्का देने की बात स्वीकार करी।
चिला नहर में मिला शव
वहीं आरोपियों द्वारा अंकिता को चिल्ला नहर में धक्का देने वाली बात स्वीकार करने पर अंकिता के शव की खोज शुरू हुई। एसडीआरएफ ने एक डेड बॉडी को शनिवार की सुबह चिला नहर से बरामद किया और इसके बाद एसडीआरएफ ने पुष्टि करी कि उन्हें चिल्ला नहर से एक शव मिलाहै।वहीं अंकिता के पिता ने भी शव की पहचान भी कर ली है।
आरोपियों ने किया मामले का खुलासा
आरोपियों ने पुलिस के पास इस मामले को लेकर खुलासा किया कि अंकिता पर वह यहां आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने को कहते थे। यह बात अंकिता सबको बता रही थी। वह बार-बार रिजॉर्ट की हकीकत सामने लाने की धमकी दे रही थी। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन दो अलग-अलग वाहनों पर चारों लोग चीला बैराज के पास गए। वहां पर उन्होंने फास्टफूड के साथ शराब पी। इसके बाद आगे चले और नहर किनारे रुक गए। यहां पर पुलकित और अंकिता का फिर से झगड़ा होने लगा। इस बीच अंकिता ने पुलकित का मोबाइल फोन छीनकर नहर में फेंक दिया। इस बात पर पुलकित को गुस्सा आ गया और उसने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। अंकिता ने दो बार पानी से ऊपर आकर बचाने की आवाज लगाई। मगर, तीनों डर गए और वहां से भागकर रिजॉर्ट में आ गए। यहां पर उन्होंने कर्मचारियों को इस तरह से बताया कि अंकिता अपने कमरे में है। कुछ देर बाद तीनों ही राजस्व पुलिस चौकी में गुमशुदगी दर्ज कराने चले गए।
एसआईटी टीम का हुआ गठन
इस पूरी घटना को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एसआईटी गठन की घोषणा की है। उन्होंने आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने का भरोसा दिलाया है। वहीं इस मामले को लेकर एएसपी ने बताया कि लंबी पूछताछ के बाद पुलकित आर्य (निवासी स्वदेशी भवन, आर्यनगर, ज्वालापुर हरिद्वार), अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता आर्य (निवासी दयानंद नगरी, ज्वालापुर, हरिद्वार) और सौरभ भास्कर (निवासी सूरजनगर, ज्वालापुर, हरिद्वार) को हत्या, साक्ष्य छुपाने आदि के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं अंकिता हत्याकांड मामले में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा है कि हत्याकांड में शामिल आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सीएम धामी ने कहा कि आज सुबह बेटी अंकिता का पार्थिव शव बरामद कर लिया गया। इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए डीआईजी पी। रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है। इस गंभीर मामले की गहराई से जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं। सीएम धामी ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए साफ किया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री के आदेश पर रिजॉर्ट पर चला बुलडोजर
अंकिता हत्याकांड में लोगों को आक्रोश और विपक्ष द्वारा सरकार पर लगाए गए आरोप के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देर शाम बड़ा निर्णय लिया है। उनके आदेश पर आधी रात बुलडोजर चलाकर रिजॉर्ट को ढहा दिया गया। रिजॉर्ट ढहाने की कार्रवाई पौड़ी जिला प्रशासन और पुलिस ने की।