Amjad Khan Death reason – फिल्म शोले में गब्बर के किरदार की चर्चा आज भी होती है. जहाँ इस फिल्म की कहानी, डायलॉग और एक्टर खूब चर्चा में रहे तो वहीं इस फिल्म में गब्बर सिंह का किरदार निभाने अमजद खान भी खूब फेमस हुए और आज के समय में भी अमजद खान की पहचान गब्बर सिंह से ही होती है लेकिन क्या आपको पता है अमजद खान अपने धोबी के वजह से ही गब्बर सिंह का रोल कर पाए.
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चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर शुरू किया करियर
एक्टर अमजद खान (Amjad Khan) का जन्म 12 नवंबर 1940 को पेशावर में हुआ था और 1951 में अमजद खान ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने सफर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की और इसके बाद कई सालों तक थिएटर में काम करने के बाद उन्होंने 1973 में फिल्म हिंदुस्तान की कसम में लीड हीरो के रूप में बड़े परदे पर डेब्यू किया लेकिन इन फिल्म में काम करने के दौरान उन्हें पहचान नही मिली जिसके बाद उन्ही झोली में फिल्म शोले आई और उन्हें गब्बर का किरदार निभाने का मौका मिला. वहीं इस फिल्म में अमजद खान ने ठेठ देसी अंदाज अपनाकर गब्बर सिंह की एक्टिंग की और ये किरदार फेमस हो गया है और लोगों की जुबान पर गब्बर के किरदार में एक्टर अमजद खान द्वारा बोले गये सभी डायलॉग छा गये.
Amjad Khan Bollywood Films
अमजद खान (Amjad Khan Film Career) ने 16 साल के फ़िल्मी कॅरियर में करीब 130 फ़िल्मों में काम किया. वहीं उनकी बेहतरीन फिल्मों में ‘आखिरी गोली’, ‘हम किसी से कम नहीं’, ‘चक्कर पे चक्कर’, ‘लावारिस’, ‘गंगा की सौगंध’, ‘बेसर्म’, ‘अपना खून’, ‘देश परदेश’, ‘कसमे वादे’, ‘क़ानून की पुकार’, ‘मुक्कद्दर का सिकंदर’, ‘राम कसम’, ‘सरकारी मेहमान’, ‘आत्माराम’, ‘दो शिकारी’, ‘सुहाग’, ‘द ग्रेट गैम्बलर’, ‘इंकार’, ‘यारी दुश्मनी’, ‘बरसात की एक रात’, ‘खून का रिश्ता’, ‘जीवा’, ‘हिम्मतवाला’, ‘सरदार’, ‘उत्सव’ है लेकिन लोग आज भी उन्हें गब्बर सिंह के किरदार के लिए याद करते हैं लेकिन पहले गब्बर सिंह रोल के लिए किसी और को चुना गया था.
सलीम ख़ान की सिफारिश पर गब्बर सिंह का रोल
रिपोर्ट के अनुसार, गब्बर सिंह (Amjad Khan as Gabbar Singh) के किरदार के लिए पहले एक्टर डैनी को चुना गया था जिसके बाद लेकिन वो फ़िल्म ‘धर्मात्मा’ में काम कर रहे हैं जिसके बाद ‘शोले’ के राइटर सलीम ख़ान की सिफारिश पर गब्बर सिंह का किरदार अमजद ख़ान को मिला और उन्होंने अपन धोबी की मदद से इस किरदार को बड़ी अच्छी तरह निभाया.
गब्बर सिंह बनने के लिए धोबी से ली प्रेरणा
अमजद खान ने गब्बर सिंह के किरदार को अमर करने के लिए डायलॉग डिलीवरी की प्रेरणा गांव के एक धोबी से ली थी. दरअसल, अमजद खान के गांव धोबी था और वो सुबह- सुबह लोगों से ठेठ अंदाज में बात करता था और अमजद खान ने धोबी के इसी अंदाज को कॉपी कर गब्बर सिंह के किरदार में उतार दिया और ये किरदार फेमस हो गया और लोग गब्बर सिंह के जैसे एक्टिंग करने लगे.
‘दोस्तों के दोस्त थे अमजद खान
जहाँ अमजद खान को खूंखार खलनायक कहा जाता था तो वहीं उन्हें कॉलेज में ‘दोस्तों का दोस्त’ के नाम से जाना जाता था और इसी वजह से अमजद कई दोस्त थे. वहीं बॉलीवुड में भी उनके कई सारे दोस्त थे और सबसे अच्छी दोस्ती उनकी अमिताभ थी और अमिताभ ने एक हादसे के दौरान उनकी बड़ी मदद की थी जिसकी वजह उस समय उनकी जान बच पाई थी.
कार दुर्घटना की वजह से इंडस्ट्री से हुए दूर
जहाँ अमजद खान का सफ़र बॉलीवुड में अच्छा रहा तो वहीं उनके साथ एक हादसा हुआ जिसकी वजह से वो बॉलीवुड इंडस्ट्री से दूर हो गये. अमजद के साथ कार दुर्घटना हुई और इस कार दुर्घटना में वो बुरी तरह घायल हो गये. वहीं इस हादसे में वो अमिताभ की वजह से बच पाए थे. वहीं इस हादसे के दौरान उन्होंने कई सारी दवा के सेवन किया और इस वजह से उनका वजन बढ़ गया इस वजह से चलने-फिरने और एक्टिंग करने में परेशानी हुई और वो बॉलीवुड से दूर हो गये.
एक इंटरव्यू में अमजद खान (Amjad Khan Death reason) ने बताया था कि उन्होंने अल्लाह से कहा था कि यदि फ़िल्म सुपरहिट होती है तो वे फ़िल्मों में काम करना छोड़ देंगे।” फ़िल्म सुपरहिट हुई, लेकिन उन्होंने वादा नहीं निभाया और ये इसी बात की सजा है. जहाँ वो घायल हो गये थे तो वहीँ उनका चाय शौक भी उनकी मौत का कारण बना. अमजद खूब चाय पीते थे और इस वजह से बीमारियों का शिकार हुए. 27 जुलाई, 1992 को उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वो इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए.